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'जो मर्द मुझे बनाएगा मां उसे 25 लाख दूंगी', Pregnant Job के नाम पर युवक के साथ हो गया खेल! लुट गए 11 लाख

पुणे में एक ठेकेदार को सोशल मीडिया पर ‘Pregnant Job’ नाम से चल रहे फर्जी विज्ञापन का शिकार होना पड़ा. विज्ञापन में एक महिला ने कहा था—“जो मर्द मुझे मां बनाएगा, उसे 25 लाख दूंगी.” युवक ने संपर्क किया तो उससे रजिस्ट्रेशन, टैक्स और प्रोसेसिंग फीस के नाम पर 11 लाख रुपये ठग लिए गए. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

जो मर्द मुझे बनाएगा मां उसे 25 लाख दूंगी,  Pregnant Job के नाम पर युवक के साथ हो गया खेल! लुट गए 11 लाख
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( Image Source:  Sora_ AI )
सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Updated on: 30 Oct 2025 9:00 PM IST

पुणे में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां 44 वर्षीय कॉन्ट्रैक्टर सोशल मीडिया पर चल रहे एक अजीबोगरीब विज्ञापन के चक्कर में 11 लाख रुपये गंवा बैठा. विज्ञापन में दावा किया गया था कि एक महिला ऐसे पुरुष की तलाश में है जो उसे मां बनने का सुख दे, और बदले में उसे 25 लाख रुपये मिलेंगे. लेकिन यह "प्रेगनेंट जॉब" नामक फर्जी स्कीम निकली, जिसने शख्स से ठगी कर ली.

यह मामला पुणे के बाणेर पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है. आरोपी गिरोह ने कॉन्ट्रैक्टर को पंजीकरण, पहचान पत्र, जीएसटी, टीडीएस और प्रोसेसिंग फीस के नाम पर लगातार भुगतान करने के लिए उकसाया. जब पीड़ित को शक हुआ और उसने सवाल उठाने शुरू किए, तो आरोपियों ने उसका नंबर ब्लॉक कर दिया.

क्या था वायरल विज्ञापन?

सोशल मीडिया पर सामने आए इस वीडियो विज्ञापन में एक महिला कहती दिखाई देती है कि 'मैं चाहती हूं कि कोई मुझे मां बनाए, मुझे मातृत्व का सुख दे. इसके बदले मैं उसे 25 लाख रुपये दूंगी. मुझे फर्क नहीं पड़ता कि वह पढ़ा-लिखा है या नहीं, किस जाति या रंग का है.' पीड़ित कॉन्ट्रैक्टर ने सितंबर की शुरुआत में 'Pregnant Job' नामक संस्था का यह वीडियो देखा और दिए गए नंबर पर कॉल किया. फोन उठाने वाले शख्स ने खुद को उस कंपनी का असिस्टेंट बताया और पंजीकरण प्रक्रिया शुरू करने के नाम पर पैसे मांगने लगा.

दो महीने में 100 से ज्यादा ट्रांजैक्शन

बाणेर पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर के मुताबिक, सितंबर से 23 अक्टूबर तक कॉन्ट्रैक्टर ने करीब 100 बार यूपीआई और आईएमपीएस के जरिए ट्रांजैक्शन किए. शुरुआत में 500-1000 रुपये जैसे छोटे अमाउंट मांगे गए, लेकिन धीरे-धीरे रकम बढ़ती गई. पुलिस अधिकारी ने बताया कि “शिकायतकर्ता को इस तरह से भ्रमित किया गया कि उसने कुल मिलाकर 11 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए. जब उसने पैसे वापस मांगने की कोशिश की, तो उसका संपर्क पूरी तरह काट दिया गया.”

देशभर में फैल चुका है ‘प्रेगनेंट जॉब’ फ्रॉड

पुलिस जांच में सामने आया है कि ऐसा साइबर फ्रॉड देश के कई हिस्सों में फैल चुका है, खासकर 2022 के बाद से. अपराधी सोशल मीडिया पर महिलाओं के वीडियो पोस्ट करते हैं, जो पुरुषों को ‘गर्भधारण में मदद’ के नाम पर मोटी रकम देने का लालच देती हैं. इसके बाद “मेडिकल चेकअप”, “कानूनी फॉर्मैलिटी” या “रजिस्ट्रेशन फीस” के नाम पर पैसे ऐंठे जाते हैं. एक बार पैसा मिलते ही आरोपी फरार हो जाते हैं.

बिहार, उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों की पुलिस ने इस तरह के कई मामलों में गिरफ्तारियां की हैं. जांच में यह खुलासा हुआ है कि यह एक बड़ा साइबर नेटवर्क है जो नकली वीडियो और फेक एड्स के जरिए लोगों को जाल में फंसा रहा है.

पुलिस की जांच जारी

पुणे पुलिस ने ठगों द्वारा इस्तेमाल किए गए मोबाइल नंबरों और बैंक खातों की जांच शुरू कर दी है. अधिकारी लोगों से अपील कर रहे हैं कि इस तरह के सोशल मीडिया विज्ञापनों से सावधान रहें और किसी भी ऑफर में पैसे ट्रांसफर करने से पहले उसकी वैधता की जांच करें.

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