Condom का ये वीडियो दिल्ली गर्ल्स हॉस्टल का नहीं तो कहां का है? Viral वीडियो में मचाई हलचल! फैक्ट चेक कर दिया हैरान
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा एक वीडियो जिसमें नाले से बड़ी मात्रा में इस्तेमाल किए हुए कंडोम निकलते दिखाए जा रहे हैं, दावा किया गया था कि यह दिल्ली के एक गर्ल्स हॉस्टल का है. वीडियो में रिपोर्टर्स के एआई से जनरेट किए गए क्लिप्स भी शामिल थे. फैक्ट चेक में खुलासा हुआ कि यह दावा पूरी तरह झूठा है. असल में यह वीडियो नाइजीरिया का है, जिसे वहां के एक सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर और स्थानीय न्यूज पोर्टल ने 13 अक्टूबर को शेयर किया था.
सोशल मीडिया पर इन दिनों एक बेहद चौंकाने वाला वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें नाली से इस्तेमाल किए गए कॉन्डम का पहाड़ सा ढेर उफनता हुआ दिखाई दे रहा है. दावा किया जा रहा है कि ये वीडियो दिल्ली के एक गर्ल्स हॉस्टल का है. वीडियो में दिखाए जा रहे नजारा इतने विचलित करने वाले हैं कि लोगों में इसे लेकर गुस्सा और हैरानी दोनों देखने को मिल रहे हैं.
लेकिन अब सामने आई फैक्ट चेक रिपोर्ट ने इन तमाम दावों की पोल खोल दी है. दरअसल, जिस वीडियो को दिल्ली का बताया जा रहा है, वह भारत का नहीं, बल्कि नाइजीरिया का है. इस खुलासे के बाद सोशल मीडिया पर दिल्ली गर्ल्स हॉस्टल से जुड़ी सभी पोस्ट को फेक बताया जा रहा है.
क्या दिखाया गया वायरल वीडियो में?
सोशल मीडिया पर फैल रहे इस वीडियो में कुछ भारतीय न्यूज रिपोर्टर्स भी नजर आ रहे हैं. रिपोर्टर्स कैमरा लेकर एक नाले के पास खड़े हैं और नाली में तैरते हुए इस्तेमाल किए गए कॉन्डम को दिखा रहे हैं. वीडियो में रिपोर्टर की आवाज सुनाई देती है. 'जैसा कि आप देख सकते हैं, ये हॉस्टल का सीवेज चैंबर है. कल जब सफाईकर्मियों ने इस नाले का ढक्कन खोला, तो अंदर से बड़ी संख्या में इस्तेमाल किए गए कॉन्डम्स निकले. ये गर्ल्स हॉस्टल के पास पाए गए हैं.”
वीडियो को देखकर कई यूजर्स ने सवाल उठाए कि अगर ये दिल्ली के हॉस्टल का मामला है, तो प्रशासन और हॉस्टल मैनेजमेंट क्या कर रहे थे? एक यूजर ने लिखा कि “दिल्ली के पीजी गर्ल्स हॉस्टल में इतने कॉन्डम? हॉस्टल प्रशासन क्या कर रहा था? क्या कोई जांच होगी?”
नाइजीरिया का निकला वीडियो, दिल्ली से नहीं जुड़ा कोई सबूत
जब इस वीडियो की सच्चाई जानने के लिए फैक्ट चेक टीमों ने जांच की, तो पाया गया कि वीडियो भारत का नहीं बल्कि नाइजीरिया का है. दरअसल, 13 अक्टूबर को नाइजीरियन सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर ने इसी वीडियो का लंबा वर्जन इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया था और साफ तौर पर बताया था कि यह वीडियो नाइजीरिया का है. इसके अलावा, Edo Online Television, जो नाइजीरिया का एक न्यूज आउटलेट है, उसने भी इसी वीडियो को 13 अक्टूबर को शेयर किया था. रिपोर्ट में कहीं भी भारत या दिल्ली का जिक्र नहीं था.
फर्जी न्यूज रिपोर्टिंग का नया चेहरा- एआई और मॉर्फ्ड वीडियो
इस वायरल वीडियो की सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें न्यूज रिपोर्टर्स के मॉर्फ्ड और एआई जनरेटेड विजुअल्स इस्तेमाल किए गए हैं. कुछ क्लिप्स में रिपोर्टर्स को भारतीय चैनलों की वेशभूषा और माइक्रोफोन लोगो के साथ दिखाया गया है, ताकि दर्शक यह मान लें कि यह घटना भारत की ही है. दरअसल, एआई टेक्नोलॉजी के ज़रिए चेहरों और आवाज़ों को इस तरह एडिट किया गया है कि पहली नजर में यह असली लगती है. इसी वजह से यह वीडियो भारत में तेजी से वायरल हुआ और लोगों को गुमराह किया.





