कौन हैं गौरव वल्लभ जिन्हें PM मोदी ने बनाया आर्थिक सलाहकार परिषद का सदस्य, राहुल गांधी के खिलाफ तल्खी का क्या है राज?
प्रोफेसर गौरव वल्लभ ने सीधे प्रधानमंत्री के सलाहकार मंडल में प्रवेश पा लिया है. देश और दुनिया के वित्तीय मामलों पर उनके आर्थिक ज्ञान को लेकर पहले ही चर्चा रही है, लेकिन नियुक्ति की टाइमिंग को लेकर सियासी हलकों में कानाफूसी शुरू हो गई है. देखना यह होगा कि वह पीएम के भरोसे को बनाए रख पाते हैं या नहीं.
BJP Leader Gaurav Vallabh: वल्लभ लोकसभा चुनाव 2024 से ठीक पहले राहुल गांधी के धुर समर्थक रहे पार्टी के तेजतर्रार प्रवक्ता प्रोफेसर गौरव वल्लभ ने कांग्रेस से अपना नाता हमेशा के लिए तोड़ लिया था. उसके बाद से वो राहुल गांधी के खिलाफ लगातार तल्ख टिप्पणी करते आ रहे हैं. उन्होंने पिछले एक साल के दौरान बीजेपी कर हर मंच से समर्थन किया है. अब जाकर उन्हें कांग्रेस छोड़ने का इनाम मिल गया है. उन्हें पीएम मोदी अपने आर्थिक सलाहकार परिषद का सदस्य बनाकर उन्हें बड़ा तोहफा दिया है.
पहले कांग्रेस और अब बीजेपी नेता के रूप में शुमार गौरभ वल्लभ को नई जिम्मेदारी कैबिनेट सचिवालय द्वारा 4 जून को जारी आदेश के माध्यम से मिली है. कैबिनेट सचिवालय ने 7 दिन पहले आर्थिक सलाहकार परिषद के पुनर्गठन को मंजूरी दी थी. इस परिषद में बतौर सदस्य वल्लभ का कार्यकाल दो वर्ष या अगले आदेश तक प्रभावी रहेगा.
दरअसल, बीते वर्ष कांग्रेस की नीतियों से ‘आहत’ होकर पार्टी छोड़ने वाले प्रो. वल्लभ ने कुछ ही समय में बीजेपी में अपनी जगह बना ली. अब उनको सीधे प्रधानमंत्री के सलाहकार मंडल में प्रवेश मिल गया है. देश और दुनिया के वित्तीय मामलों पर उनके आर्थिक ज्ञान को लेकर पहले ही चर्चा रही है, लेकिन नियुक्ति की टाइमिंग को लेकर सियासी हलकों में कानाफूसी शुरू हो गई है.
कौन हैं गौरव वल्लभ?
गौरव वल्लभ मूल रूप से राजस्थान के जोधपुर जिले के पीपाड़ गांव के रहने वाले हैं. वह वल्लभ लंबे समय तक आईआईएम (IIM) जैसे संस्थानों में पढ़ा चुके हैं. अब देखना यह है कि वे सरकार की आर्थिक रणनीति में कितना ‘विचार’ जोड़ते हैं और कितना ‘विचलन’ रोकते हैं.
प्रो. वल्लभ पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं. उन्होंने एक्सएलआरआई (जेवियर लेबर रिलेशंस इंस्टीट्यूट), जमशेदपुर जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में फाइनेंस भी पढ़ाया है. इसके अलावा, उनके पास क्रेडिट जोखिम मूल्यांकन में डॉक्टरेट की उपाधि भी है. उन्होंने एलएलबी और एमकॉम भी किया हुआ है.
गौरव वल्लभ अपने परिवार से राजनीति में कदम रखने वाले पहले व्यक्ति हैं. गौरव वल्लभ ने साल 2019 में पहली बार झारखंड के जमशेदपुर ईस्ट से चुनाव लोकसभा चुनाव लड़ा था. उसके बाद साल 2023 में उदयपुर निर्वाचन क्षेत्र से राजस्थान विधानसभा चुनाव लड़ा था, लेकिन वो इसमें असफल रहे थे. कांग्रेस के प्रवक्ता के रूप में गौरव वल्लभ कई समाचार चैनलों पर पैनलिस्ट के रूप में भी अपनी अलग पहचान बनाने में सफल रहे है.
राहुल गांधी के खिलाफ तल्ख टिप्पणी क्यों करते हैं गौरभ वल्लभ?
गौरव वल्लभ जो अब बीजेपी नेता हैं एक दौर के राहुल गांधी कोटेरी के करीबियों में से एक माने जाते थे, लेकिन पार्टी के लंबे समय तक अपनी उपेक्षा को वह बर्दाश्त नहीं कर पाए. उन्होंने पार्टी से इस्तीफा देने के बाद आरोप लगाया था कि कांग्रेस ने उनकी विचारधाराओं को नजरअंदाज किया.
उन्होंने ये भी कहा था कि ऐसा राहुल गांधी की सहमति के बगैर नहीं हो सकता. उनका मानना है कि देश के लिए संपत्ति बनाने वालों को कांग्रेस में गाली दी जाती है. कांग्रेस के विचार सनातन विरोधी हैं. पार्टी के नेता भारत विरोधी ताकतों की भाषा सोची समझी साजिश के तहत बोलते हैं. कांग्रेस के लोग चुनाव आयोग और सुप्रीम कोर्ट तक को दलगत नीतियों की वजह से छवि खराब करने से नहीं चूकते.





