SIR पर नहीं झुकी सरकार! वंदे मातरम की 150वीं वर्षगांठ के बाद चुनाव सुधारों पर होगी चर्चा, 9 दिसंबर को संसद में होगी बड़ी बहस
Parliament Winter Session 2025 के दूसरे दिन भी SIR को लेकर भारी हंगामा हुआ, लेकिन सरकार और विपक्ष के बीच कुछ सहमति बनी. केंद्र ने साफ कहा कि Special Intensive Revision (SIR) पर अभी कोई चर्चा नहीं होगी, हालांकि चुनावी सुधारों पर 9 दिसंबर को बहस तय की गई है. विपक्ष BLOs की मौत और SIR प्रक्रिया पर तत्काल चर्चा चाहता था. किरेन रिजिजू ने कहा कि मुद्दों को प्राथमिकता देकर संसद नहीं चल सकती.
Parliament Winter Session 2025: संसद के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन जारी भारी हंगामे के बीच आखिरकार केंद्र सरकार और विपक्ष के बीच Special Intensive Revision (SIR) को लेकर आंशिक सहमति बन गई है. विपक्ष की लगातार मांग थी कि 12 राज्यों में चल रहे SIR, मृत BLOs और मतदाता सूची की शुद्धि पर तुरंत चर्चा हो, लेकिन सरकार ने साफ कर दिया कि SIR पर अभी कोई चर्चा संभव नहीं है. हालांकि, व्यापक चुनावी सुधारों (electoral reforms) पर चर्चा 9 दिसंबर को तय कर दी गई है. सरकार और विपक्ष के बीच यह समझौता मंगलवार को बना, जिससे संसद में जारी गतिरोध कुछ हद तक कम हुआ.
सरकारी सूत्रों ने India Today को बताया, “SIR पर कोई चर्चा नहीं होगी. विपक्ष चाहे जितना विरोध करे, सरकार अपने विधायी कार्य आगे बढ़ाती रहेगी.” सरकार की ओर से केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने X पर घोषणा की, सोमवार को लोकसभा में राष्ट्रीय गीत वंदे मातरम के 150 वर्ष पर चर्चा होगी. मंगलवार दोपहर 12 बजे electoral reforms पर विस्तृत चर्चा होगी. सरकार चाहती थी कि 150 वर्ष पूरे होने वाले वंदे मातरम पर चर्चा पहले हो, क्योंकि इसकी ऐतिहासिक तिथि 7 नवंबर से जुड़ी है. लेकिन विपक्ष चुनावी सुधारों को प्राथमिकता देने पर अड़ा रहा.
संसद में हंगामा- Opposition का SIR पर तत्काल चर्चा का दबाव
Winter Session के पहले दो दिन लगातार हंगामे की भेंट चढ़ गए. राज्यसभा में विपक्षी MPs ने SIR पर तत्काल चर्चा की मांग को लेकर नारेबाजी की, कई सदस्य वेल में भी उतरे. किरन रिजिजू ने विपक्ष से अपील की कि पहले 'औपचारिक बैठक' हो और समय तय करने से पहले प्रक्रिया का पालन हो. उन्होंने कहा कि एक मुद्दे को ऊपर और दूसरे को नीचे रखने की मानसिकता ठीक नहीं है.
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किरेन रिजिजू ने कहा, “देश में कई मुद्दे हैं. किसी भी मुद्दे को कमतर नहीं आंका जाना चाहिए.” रिजिजू ने विपक्ष की नाराजगी पर कहा, “आप चुनाव नहीं जीत पाते, जनता आप पर भरोसा नहीं करती, फिर आप सदन में गुस्सा निकालते हैं- ये ठीक नहीं है.”
खरगे ने कहा- 28 BLO की मौत, SIR ने बढ़ाया दबाव
कांग्रेस अध्यक्ष और राज्यसभा में विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खरगे ने SIR की प्रक्रिया पर गंभीर सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि रिपोर्ट के मुताबिक 28 BLOs की मृत्यु अत्यधिक कार्यभार की वजह से हुई. यह एक 'अत्यंत गंभीर मामला' है. लोकतंत्र और जनता के हित में इस पर तुरंत चर्चा होनी चाहिए.
खरगे ने कहा, “हम अभी चर्चा चाहते हैं. सरकार को देश के हित में इसकी अनुमति देनी चाहिए.”
सुबह से ही वेल में पहुंचे विपक्षी सदस्य, Chairman ने हस्तक्षेप किया
सत्र की शुरुआत होते ही विपक्षी MPs ने नारेबाजी शुरू कर दी. जब आधिकारिक दस्तावेज सदन में रखे जा रहे थे, उसी दौरान वेल तक पहुंचकर विरोध जताया गया. राज्यसभा के सभापति CP राधाकृष्णन ने MPs को सीटों पर लौटने का निर्देश दिया और कहा कि सदन की कार्यवाही नियमों के तहत ही चलेगी.
अगला कदम: 9 दिसंबर को चुनावी सुधारों पर बहस
लगातार दो दिन संसद ठप रहने के बाद दोनों पक्षों ने एक ऐसा फॉर्मूला निकाला है, जिसमें ये मुद्दे शामिल हैं- SIR पर अभी चर्चा नहीं होगी, चुनावी सुधारों पर विस्तृत बहस 9 दिसंबर को होगी और वंदे मातरम पर 150वीं वर्षगांठ की चर्चा सोमवार को होगी. इस फॉर्मूले से फिलहाल संसद में कुछ राहत की उम्मीद है, लेकिन विपक्ष के तेवर बताते हैं कि SIR को लेकर टकराव अभी खत्म नहीं हुआ.





