हिंदी से इतनी नफरत! डाकघर-BSNLऑफिस के साइनबोर्ड पर पोती कालिख, स्टेशनों की बढ़ी सुरक्षा
NEP Controversy: तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में डाकघर के साइनबोर्ड के हिंदी हिस्से को काला कर दिया गया. इसके साथ ही, भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) कार्यालय के साइनबोर्ड के हिंदी हिस्से में भी कालिख पोत दी गई. इसे देखते हुए रेलवे स्टेशनों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है. आखिर यह सब क्यों हो रहा है, आइए जानते हैं...

NEP Controversy: तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई से एक बड़ा ही चौंकाने वाला मामला सामने आया है. यहां पर डाकघर के साइनबोर्ड के हिंदी वाले हिस्से को काला कर दिया गया. इसके साथ ही, भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) कार्यालय के साइनबोर्ड के हिंदी हिस्से में भी कालिख पोत दी गई.
साइनबोर्ड के हिंदी वाले हिस्से पर कालिख पोतने की घटनाओं के बाद से प्रशासन अलर्ट हो गया है. उसने रेलवे स्टेशनों पर सुरक्षा बढ़ा दी है.
बता दें कि नई शिक्षा नीति पर तमिलनाडु में जमकर बवाल हो रहा है. NEP के तहत तीन भाषा नीति को लेकर विवाद पैदा हो गया है.
तिरुचिरापल्ली में डीएमके कार्यकर्ताओं ने किया प्रदर्शन
डीएमके कार्यकर्ताओं ने सोमवार को तमिलनाडु में तीन-भाषा प्रणाली के खिलाफ तिरुचिरापल्ली में त्रिची केंद्रीय बस स्टैंड के पास विरोध प्रदर्शन किया. विरोध प्रदर्शन में पार्टी के सदस्यों ने इस कदम के विरोध में जनता के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए पर्चे बांटे. विरोध प्रदर्शन का नेतृत्व त्रिची के विधायक एम अनबझगन और डीएमके के जिला सचिव वैरामणि ने किया, जिन्होंने राज्य में हिंदी के लिए बढ़ते दबाव के बारे में अपनी चिंता व्यक्त की.
'तमिल संस्कृति और पहचान कमजोर होगी'
गौरतलब है कि डीएमके तमिल भाषा की रक्षा के बारे में मुखर रही है. वह हिंदी को 'अधिक प्रभावी' बनाने के किसी भी प्रयास का विरोध करती रही है, उसका तर्क है कि इससे तमिल संस्कृति और पहचान कमजोर होगी.
'शिक्षा प्रणाली पर धार्मिक विचारों को थोप रही केंद्र सरकार'
इससे पहले 22 फरवरी को प्रस्तावित तीन- भाषा नीति पर प्रतिक्रिया देते हुए, डीएमके प्रवक्ता टीकेएस एलंगोवन ने तमिलनाडु में शिक्षा पर इसके प्रभावों पर महत्वपूर्ण चिंता जताई थी. उन्होंने केंद्र सरकार पर शिक्षा प्रणाली पर धार्मिक विचारों को थोपने के लिए नीति का उपयोग करने का आरोप लगाया.
चेन्नई में विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए उदयनिधि स्टालिन
इससे पहले, डीएमके ने नई शिक्षा नीति, त्रिभाषी भाषा प्रणाली को लेकर भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ चेन्नई में एक बड़ा विरोध प्रदर्शन किया. उपमुख्यमंत्री उदयनिधि स्टालिन ने विरोध प्रदर्शन में भाग लिया. स्टालिन ने भी सभी राजनीतिक दलों से पार्टी लाइन से ऊपर उठने और बीजेपी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की तीन-भाषा नीति का एकजुट होकर विरोध करने का आग्रह किया.