'पिता जानते थे प्रोटोकॉल सहायता लेती थी बेटी, लेकिन...' जांच रिपोर्ट में Ranya Rao के पिता को लेकर कई बड़े खुलासे
Ranya Rao: एक्ट्रेस रान्या राव सोने की तस्करी मामले में बड़ी जानकारी सामने आई है. सोमवार को एडिशनल चीफ सेक्रेटरी गौरव गुप्ता ने सरकारी जांच रिपोर्ट में रान्या के पिता को लेकर बड़ी जानकारी दी. रिपोर्ट में कहा गया कि डीजीपी रामचंद्र राव का इस मामले से कोई संबंध नहीं है. हालांकि उन्हें अपनी बेटी के सरकारी कार और प्रोटोकॉल का इस्तेमाल किए जाने की जानकारी थी.

Ranya Rao: कन्नड़ एक्ट्रेस रान्या राव बेंगलुरु के केम्पेगौड़ा इंटरनेशन एयरपोर्ट पर 14.2 किलोग्राम गोल्ड के साथ पकड़ी गई थी. जांचे के दौरान राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने उन्हें पकड़ा और गिरफ्तार कर लिया. इस मामले का खुलासा होने पर रान्या के पिता डीजीपी रामचंद्र राव ने इस मामले से खुद को अलग कर लिया था. लेकिन अब उनसे जुड़ी बड़ी जानकारी सामने आई है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकारियों ने सोमवार को बताया कि डीजीपी राव को बेटी रान्या के प्रोटोकॉल सहायता के बारे में पता था, लेकिन कोई सबूत नहीं मिला कि वह कथित सोने की तस्करी में सीधे तौर पर शामिल थे. जिसका आरोप उन पर लगाया गया था, यह बात एक सरकारी जांच में सामने आई है.
रिपोर्ट में हुए कई बड़े खुलासे
रान्या राव केस की जांच में अब डीआरआई के अलावा सीबीआई प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी अब तस्करी के मनी लॉन्ड्रिंग पहलू की जांच करने के लिए मामले में शामिल हो गया है. सोमवार को जिस रिपोर्ट की जानकारी दी गई, वह एडिशनल चीफ सेक्रेटरी गौरव गुप्ता ने तैयार की है. रिपोर्ट में रामचंद्र राव के सोने की तस्करी मामले में शामिल होने के कोई ठोस सबूत नहीं मिले हैं, जिनका उन पर आरोप लगाया गया था.
क्या बोले अधिकारी?
मामले की जांच कर रहे एक सीनियर ऑफिसर के अनुसार, रिपोर्ट में कथित सोने की तस्करी के मामले से डीजीपी रामचंद्र राव का कोई संबंध नहीं बताया गया है. हालांकि उन्हें अपनी बेटी के सरकारी कार और प्रोटोकॉल का इस्तेमाल किए जाने की जानकारी थी. इस बात के कोई सबूत नहीं थे कि उनका इस्तेमाल सोने की तस्करी के लिए किया जा रहा था.
रिपोर्ट में कहा गया है कि एयरपोर्ट पर किसी रिश्तेदार को प्रोटोकॉल सेवाएं प्रदान करना सिविल सेवा आचरण नियमों का उल्लंघन है, क्योंकि यह सेवा केवल अधिकारी के लिए है. एक अधिकारी ने कहा कि रामचंद्र राव के खिलाफ कार्रवाई करना सरकार पर छोड़ दिया गया है.
डीजीपी रामचंद्र को मिली छुट्टी
राज्य सरकार ने रामचंद्र राव को अनिवार्य अवकाश पर भेज दिया और 10 मार्च को जांच के आदेश दिए. वही एयरपोर्ट पुलिस हेड कांस्टेबल बसवराज ने डीआरआई को बताया कि रामचंद्र राव ने उन्हें अपने परिवार के सदस्यों को प्रोटोकॉल सहायता प्रदान करने का निर्देश दिया था. हालांकि रामचंद्र राव ने ऐसे किसी भी निर्देश जारी करने से इनकार किया है.
अधिकारी ने कहा, जांच रिपोर्ट में निष्कर्ष निकाला गया है कि इस बात का कोई ठोस सबूत नहीं है कि राव ने बसवराज को रान्या राव की सहायता करने का निर्देश दिया था. गृह विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रिपोर्ट निर्णय के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय को भेज दी गई है.