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जम्मू-कश्मीर में मूसलाधार बारिश का कहर: अब तक 36 लोगों की मौत, श्रीनगर में बाढ़ का अलर्ट; PM मोदी ने CM को किया फोन-Updates

जम्मू-कश्मीर में लगातार भारी बारिश से हालात बिगड़ गए हैं. श्रीनगर में झेलम नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है, जिससे बाढ़ का खतरा बढ़ गया है. कटरा में भूस्खलन के कारण श्री माता वैष्णो देवी यात्रा रोक दी गई है और कई रेल सेवाएं भी प्रभावित हुई हैं. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों तक और तेज बारिश की चेतावनी जारी की है. राजनीतिक दलों ने स्थिति पर चिंता जताई है. गुलाम नबी आज़ाद, अल्ताफ़ बुख़ारी और बीजेपी नेताओं ने राहत-बचाव कार्य तेज करने की मांग की है.

जम्मू-कश्मीर में मूसलाधार बारिश का कहर: अब तक 36 लोगों की मौत, श्रीनगर में बाढ़ का अलर्ट; PM मोदी ने CM को किया फोन-Updates
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( Image Source:  ANI )

Jammu Kashmir Floods: जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से हालात बिगड़ते जा रहे हैं. सोमवार से शुरू हुई भारी बारिश ने श्रीनगर समेत घाटी के कई इलाकों को प्रभावित किया है. लगातार बारिश से कश्मीर घाटी में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है. झेलम और इसकी सहायक नदियों का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर चला गया है, जिसके चलते प्रशासन ने बाढ़ का अलर्ट जारी किया है.

डिविजनल कमिश्नर कश्मीर अंशुल गर्ग ने कहा, "मौसम की स्थिति प्रतिकूल है और हालात पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है. सिंचाई और बाढ़ नियंत्रण टीमें दक्षिण कश्मीर से उत्तर कश्मीर तक लगातार सक्रिय हैं. हमारे वाटर गेज स्टेशन संगम (अनंतनाग) और राममुंशी बाग पर हालात बारीकी से देखे जा रहे हैं."

अंशुल गर्ग ने बताया कि सभी जिलाधिकारियों को मौके पर तैनात किया गया है. एहतियातन स्कूल, कॉलेज और विश्वविद्यालय बंद कर दिए गए हैं और परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं. सभी विभागों और आपदा प्रबंधन टीमों को किसी भी आपात स्थिति के लिए अलर्ट पर रखा गया है.

स्थानीय लोगों ने कहा- लगातार बढ़ रहा झेलम का जलस्तर

श्रीनगर के निवासी इम्तियाज अहमद ने कहा, "कल पूरे दिन बारिश हुई. हमें लगा था कि पानी का स्तर कम होगा, लेकिन अभी भी पानी बढ़ रहा है. घबराने की जरूरत नहीं है, यह कदम सिर्फ सावधानी के तौर पर उठाया गया है." एक अन्य निवासी राकिब ने कहा, "झेलम का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है, लोग चिंतित हैं. इंटरनेट बंद है, स्कूल बंद कर दिए गए हैं. सरकार लगातार एडवाइजरी जारी कर रही है."

जम्मू में रिकॉर्ड बारिश के बाद मरने वालों की संख्या हुई 36

पिछले दो दिनों में जम्मू-कश्मीर में रिकॉर्ड बारिश के कहर के बाद, संबंधित घटनाओं में मरने वालों की संख्या बढ़कर 36 हो गई है, जिनमें से ज़्यादातर वैष्णो देवी तीर्थयात्रा मार्ग पर हुए भूस्खलन के शिकार हैं. बुधवार को बारिश में कुछ कमी आई, जिससे राहत कार्यों में तेज़ी आई.

सीएम-पीएम बातचीत और राहत कार्य

इस बीच, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बात की और बाढ़ व बादल फटने की स्थिति की जानकारी दी. सीएम ने बताया कि पीएम ने हरसंभव मदद का आश्वासन दिया है.

पत्रकारों से बातचीत में उमर अब्दुल्ला ने कहा, "आज कुछ राहत है क्योंकि बारिश लगभग रुक गई है और निचले इलाकों से पानी उतरना शुरू हो गया है. हालांकि नुकसान बड़ा है. 2014 में भी इसी पुल का हिस्सा टूटा था, यह बताता है कि इसमें जोखिम बना हुआ है। हमें इसे दोबारा होने से रोकना होगा."

IMD का अलर्ट

भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, 24 घंटे (27 अगस्त सुबह 8:30 बजे तक) में जम्मू और उदमपुर में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई है. जम्मू में 296 मिमी बारिश दर्ज हुई, जो 1973 के रिकॉर्ड (272.6 मिमी) से अधिक है.

वैष्णो देवी यात्रा पर असर

लगातार बारिश और भूस्खलन से कटरा में श्री माता वैष्णो देवी यात्रा भी प्रभावित हुई है. मंगलवार को हुई भारी बारिश और भूस्खलन के कारण पारंपरिक बैटरी कार ट्रैक पूरी तरह बंद कर दिया गया है. अधिकारियों के मुताबिक, "सभी श्रद्धालुओं को सुरक्षित मार्ग से दर्शन कराने की व्यवस्था की गई है. प्रशासन की प्राथमिकता यात्रियों की सुरक्षा है."

रेल सेवाएं ठप

मौसम की खराबी और ट्रैक पर मलबा आने से जम्मू-कश्मीर की रेल सेवाएं आंशिक रूप से प्रभावित हुई हैं. कई ट्रेनें रद्द करनी पड़ीं, जबकि कुछ को मार्ग बदलकर चलाया जा रहा है. रेलवे अधिकारियों का कहना है कि सभी मरम्मत कार्य युद्धस्तर पर किए जा रहे हैं ताकि सेवाएं जल्द बहाल हो सकें."

राजनीतिक प्रतिक्रियाएं

बाढ़ और तबाही पर राजनीतिक दलों की ओर से भी प्रतिक्रिया आई है. गुलाम नबी आज़ाद (DPAP प्रमुख) ने कहा, "लोगों की जान बचाना और तुरंत राहत पहुंचाना इस समय सबसे बड़ी प्राथमिकता होनी चाहिए. मैं केंद्र और राज्य प्रशासन से अपील करता हूँ कि प्रभावित इलाकों में पूरी मदद पहुंचाई जाए." अल्ताफ बुखारी (JKAP प्रमुख) ने कहा, "इस प्राकृतिक आपदा के बीच मेरी संवेदनाएं प्रभावित परिवारों के साथ हैं. सरकार को तुरंत राहत और पुनर्वास की व्यवस्था करनी चाहिए." भाजपा नेताओं ने भी केंद्र और राज्य की समन्वित कार्रवाई की अपील की है.

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