'WIFE की फुलफॉर्म... पत्नी आनंद का खिलौना' जगद्गुरु रामभद्राचार्य के बयान पर भड़के लोग, सोशल पर छिड़ी बहस | Video
जगद्गुरु रामभद्राचार्य का एक वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है. जिसमें वे Wife शब्द की फुलफॉर्म बता रहे हैं. उनको इस बयान पर विवाद छिड़ता हुआ दिखाई दे रहा है, कुछ लोग इसके महिलाओं का अपमान बता रहे हैं तो कुछ लोग वीडियो को एडिटेड बता रहे हैं.
जगद्गुरु रामभद्राचार्य का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रहा है, जिसमें वे अंग्रेजी शब्द ‘Wife’ का फुल फॉर्म बताकर महिलाओं को लेकर टिप्पणी करते दिखाई दे रहे हैं. वीडियो सामने आने के बाद से ही सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना शुरू हो गई है और कई लोग इसे महिलाओं का अपमान बताकर विरोध जता रहे हैं.
हालांकि वीडियो कब और कहां का है इसकी अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन वायरल क्लिप को देखने वालों का कहना है कि यह एडिटेड भी हो सकता है. इसके बावजूद सोशल मीडिया पर यह मुद्दा तेजी से चर्चा में है.
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल
वीडियो में रामभद्राचार्य कहते दिखाई दे रहे हैं “वाइफ कितनी खतरनाक होती है. वाइफ का पहला अक्षर क्या है? W यानी Wonderful, I यानी Instrument, F यानी For और E यानी Enjoy… तो इसका मतलब हुआ ‘Wonderful Instrument For Enjoy’ यानी आनंद के लिए खिलौना.” उनकी इस बात पर सोशल मीडिया पर नाराजगी जताई जा रही है और कई यूजर्स ने इसे महिलाओं का अपमान बताया है.
वायरल वीडियो में आगे वे हिंदू परंपरा का संदर्भ देते हुए कहते हैं “पत्नी का अर्थ है जो अपने पति के साथ यज्ञ में साथ दे, हमारे यहां पत्नी हनीमून मनाने के लिए नहीं होती… हमारे यहां तो मून हमेशा हनी रहता है. हमारे यहां नारी का उपयोग भोग के लिए नहीं, योग के लिए होता है.” इस बयान को भी सोशल मीडिया पर लोगों ने कमेंट के साथ साझा किया है.
एडिटे हो सकता है वीडियो एडिटेड
कई सोशल मीडिया यूजर्स का दावा है कि वायरल वीडियो एडिटेड है, जबकि कुछ का कहना है कि बयान उनके ही हैं. लेकिन आधिकारिक रूप से न तो वीडियो की प्रामाणिकता की पुष्टि हुई है और न ही रामभद्राचार्य या उनके प्रतिनिधियों की ओर से कोई बयान आया है.
पहले भी विवादों में रहे हैं रामभद्राचार्य
जगद्गुरु रामभद्राचार्य अक्सर अपने विवादित बयानों को लेकर सुर्खियों में रहते हैं. इससे पहले उन्होंने मुस्लिम महिलाओं के बारे में बयान देते हुए कहा था कि “इस्लाम में महिलाओं की दुर्गति है, उन्हें 25-25 बच्चे पैदा करने पड़ते हैं,” जिसके बाद भी कई सामाजिक संगठनों और लोगों ने उनकी आलोचना की थी.





