...तो कपिल शर्मा का मर्डर कर देते इंटरनेशनल गैंगस्टर! गैंग का असली प्लान आया सामने, दिल्ली पुलिस का भी घूमा माथा
कनाडा के सरे स्थित Kap’s Café पर हुई तीन शूटिंग्स के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. गिरफ्तार गैंगस्टर बंधु मान सिंह सेखों ने पूछताछ में स्वीकार किया कि कपिल शर्मा को फिरौती न मिलने पर मारने की योजना बनी हुई थी. सेखों ISI ऑपरेटिव हैरी चठा और गैंगस्टर गोल्डी ढिल्लों का राइट-हैंड है. हमलों में बॉडी कैमरे पहने शूटर शामिल थे, जिनका फुटेज सोशल मीडिया पर फैलाया गया. दिल्ली पुलिस ने CCTV, हथियार तस्करी और सर्विलांस के आधार पर सेखों को पकड़ा.
महीनों से कॉमेडी किंग कपिल शर्मा को साइलेंटली टारगेट कर रहे इंटरनेशनल गैंगस्टर मॉड्यूल के बारे में जो अब सामने आया है, उसने दिल्ली पुलिस तक को हिला दिया है. कनाडा के सरे (Surrey) स्थित Kap’s Café पर हुई तीन शूटिंग घटनाओं के पीछे सिर्फ डर या धमकी नहीं बल्कि एक तयशुदा हत्या की काली योजना चल रही थी. अगर मांग के मुताबिक फिरौती नहीं मिलती, तो कपिल शर्मा की हत्या कर दी जाती - यह खुलासा उस अपराधी ने किया है जिसके हाथ इस पूरे ऑपरेशन की डोर मानी जा रही थी.
शुक्रवार को दिल्ली क्राइम ब्रांच ने लुधियाना से कुख्यात गैंगस्टर बंधु मान सिंह सेखों को गिरफ्तार किया. कनाडाई अथॉरिटीज़ लंबे समय से उसकी तलाश में थीं. टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि कपिल शर्मा को एक्सटॉर्शन कॉल के जरिए दबाव बनाने के बाद उनकी हत्या तक का प्लान मौजूद था. सेखों किसी लोकल गुंडे की तरह नहीं, बल्कि ISI ऑपरेटिव हैरी चठा और गैंगस्टर गोल्डी ढिल्लों का राइट-हैंड है - वही गोल्डी जो पंजाबी सिंगर्स, व्यापारियों और कनाडा आधारित NRI टारगेट्स पर हमलों के लिए कुख्यात है.
फुटेज वायरल कर गैंग की ताकत दिखाना चाहते थे शूटर
जांच में खुलासा हुआ कि सेखों के दो शूटर - दलजोत रेहल और गुरजोत - हमले के दौरान बॉडी कैमरे पहनकर आए थे. फुटेज शूट करने का मकसद सिर्फ हमला नहीं बल्कि कपिल शर्मा को और पूरे पंजाबी एंटरटेनमेंट सर्किट को गैंग का डर दिखाना था. यह फुटेज बाद में सोशल मीडिया और डार्क वेब चैट ग्रुप्स में सर्कुलेट भी किया गया.
CCTV बना ठोस सबूत - सेखों गाड़ी में मौजूद
सेखों शुरुआत से दावा करता रहा कि वह हमले में शामिल नहीं था - लेकिन CCTV फुटेज ने उसकी कहानी ध्वस्त कर दी. फुटेज में वह कार की फ्रंट सीट पर बैठा देखा गया, ठीक उन शूटरों के पास जिन्होंने गोलियां चलाईं.
एक पिस्टल से खुली पूरी साजिश
दिल्ली पुलिस की जांच की शुरुआत एक चीनी PX-3 पिस्टल से हुई, जो हाल ही में दिल्ली में विदेशी हथियारों के मॉड्यूल से बरामद हुए जखीरे से गायब थी. हथियार तस्करों ने पूछताछ में लुधियाना के खरीदार का पता बताया और यहीं से पुलिस की जांच सीधे बंधु मान सिंह सेखों तक पहुंच गई. डीसीपी संजीव यादव की टीम - इंस्पेक्टर मान सिंह और सुंदर गौतम की अगुवाई में - हफ्तों की निगरानी के बाद उसे स्थानीय जिम से पकड़ने में सफल रही.
Kap’s Café पर तीन हमले - हर बार और ज्यादा डर बनाने की कोशिश
जॉइंट CP सुरेंद्र कुमार के अनुसार घटनाक्रम इस तरह बढ़ता गया -
- पहला हमला - 9 जुलाई : कैफे पर गोलियां बरसाई गईं. शूटर ने बॉडी कैमरा पहना हुआ था. गोल्डी ढिल्लों के लोगों ने इसे सोशल मीडिया पर पोस्ट कर जिम्मेदारी ली और दावा किया कि “कपिल ने शो में बातें कही थीं, उसका हिसाब हो गया.”
- दूसरा हमला - एक महीने के भीतर फिर हमला : पोस्ट में लिखा गया, “कॉल्स का जवाब नहीं दिया, इसलिए दोबारा आए हैं. अगली बारी मुंबई में…”. यहीं से मुंबई पुलिस और प्रोडक्शन टीम ने कपिल की सिक्योरिटी दोबारा रिव्यू की.
- तीसरा हमला - 7 अक्टूबर, कैफे री-ओपन होते ही फायरिंग : यह ड्राइव-बाय शूटिंग थी. साफ था - गैंग नहीं चाहता था कि कैफे सामान्य रूप से चल सके.
हमलों के बाद कनाडा से भागा सेखों
दूसरे हमले के तुरंत बाद 22 अगस्त को रॉयल कनाडियन माउंटेड पुलिस ने बड़ा क्रैकडाउन किया. गैंग के सदस्य सीपू की गिरफ्तारी के बाद सेखों भारत भाग आया. लुधियाना लौटकर वह महीनों तक लो-प्रोफाइल में रहा - लेकिन अंततः दिल्ली पुलिस की सर्विलांस टीम ने उसे पकड़ लिया.
यह सिर्फ एक कैफे शूटआउट या फिरौती का मामला नहीं, बल्कि कपिल शर्मा की जान को निशाना बनाकर चलाया गया इंटरनेशनल गैंगस्टर ऑपरेशन था. अभी पूछताछ जारी है और पुलिस को उम्मीद है कि गैंग की फंडिंग, इंडिया-कनाडा नेटवर्क, ISI कनेक्शन, एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री में चल रहे टार्गेटेड एक्सटॉर्शन के बारे में और जानकारी मिल सकती है. और बड़ा सवाल यह है - क्या गैंग के दूसरे टारगेट भी पहले से तय हैं?





