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Flights Cancellation से IndiGo के 20 हजार करोड़ रुपये स्वाहा, DGCA के यू-टर्न से पायलटों में भारी नाराजगी; अब तक क्या-क्या हुआ?

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo इन दिनों अपने अब तक के सबसे बड़े परिचालन संकट से गुजर रही है. लगातार उड़ानें रद्द होने और यात्रियों की भारी परेशानी के बीच सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए पायलटों के नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को अस्थायी रूप से लागू न करने का निर्णय लिया है. शुक्रवार को 1,000 से अधिक उड़ानें रद्द हुईं, जिससे लाखों यात्री प्रभावित हुए. इस संकट के चलते इंडिगो की पैरेंट कंपनी इंटरग्लोब एविएशन को करीब 20,000 करोड़ रुपये का बाजार नुकसान हुआ है. वहीं पायलट संगठन इस फैसले को सुरक्षा के साथ समझौता बता रहे हैं. सरकार को उम्मीद है कि 15 दिसंबर तक हालात सामान्य हो जाएंगे.

Flights Cancellation से IndiGo के 20 हजार करोड़ रुपये स्वाहा, DGCA के यू-टर्न से पायलटों में भारी नाराजगी; अब तक क्या-क्या हुआ?
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( Image Source:  ANI )

IndiGo Flights Cancelled Flights, Check Indigo Flight Status: देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो इस वक्त अपने अब तक के सबसे बड़े परिचालन संकट से गुजर रही है. बीते एक हफ्ते से जारी इस संकट के बीच सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए पायलटों के नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को 'तत्काल प्रभाव से फिलहाल के लिए' स्थगित कर दिया है. सरकार को उम्मीद है कि 15 दिसंबर तक इंडिगो की सेवाएं सामान्य हो जाएंगी.

यह फैसला ऐसे समय में आया जब शुक्रवार को इंडिगो की 1,000 से ज्यादा उड़ानें रद्द करनी पड़ीं, जो उसकी कुल उड़ानों का आधे से भी ज्यादा हिस्सा था. हालात ऐसे हो गए कि दिल्ली एयरपोर्ट से एक भी इंडिगो फ्लाइट संचालित नहीं हो सकी, जिससे लाखों यात्रियों की योजनाएं पूरी तरह चरमरा गईं.

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यात्रियों को राहत: फुल रिफंड और री-शेड्यूल की सुविधा

इंडिगो ने 5 से 15 दिसंबर के बीच की यात्रा पर फ्लाइट कैंसिल या री-शेड्यूल कराने वालों को पूरा शुल्क माफ करने की घोषणा की है. शनिवार को भी करीब 1,000 उड़ानें रद्द होने की आशंका है, हालांकि आने वाले दिनों में यह संख्या धीरे-धीरे कम होने की उम्मीद है.

इंडिगो ने सरकार से मांगी थी छूट

गुरुवार को जब इंडिगो का ऑन-टाइम परफॉर्मेंस महज 8.5% तक गिर गया, तब एयरलाइन ने सरकार से कुछ FDTL नियमों में छूट की मांग की थी. इनमें खासतौर पर रात 12 बजे से सुबह 6 बजे के बीच पायलटों की लैंडिंग की सीमा को लेकर राहत मांगी गई थी.

इंडिगो ने यह भी कहा था कि यदि नियमों में राहत नहीं मिली तो एयरबस A320 ऑपरेशन को फरवरी 2026 तक पूरी तरह सामान्य करना मुश्किल होगा. इसे देखते हुए सरकार ने DGCA के आदेशों को अस्थायी रूप से रोक दिया.

इंडिगो को भारी आर्थिक झटका: 20,000 करोड़ की वैल्यू स्वाहा

इस संकट का सीधा असर इंडिगो की पैरेंट कंपनी InterGlobe Aviation के शेयर पर पड़ा है. बीते एक हफ्ते में कंपनी का शेयर करीब 9% गिरकर शुक्रवार को 5,371 रुपये पर बंद हुआ. इस दौरान कंपनी की मार्केट कैपिटलाइजेशन से करीब 20,000 करोड़ रुपये साफ हो चुके हैं.

28 नवंबर को शेयर 5,904 रुपये पर था, जो शुक्रवार को इंट्राडे में 5,266 रुपये तक टूट गया. हालांकि DGCA की राहत के बाद शेयर में थोड़ी रिकवरी जरूर दिखी. वहीं दूसरी ओर स्पाइसजेट के शेयर में 2.5% की तेजी दर्ज की गई.

सरकार का बयान: यात्रियों की सुविधा, सुरक्षा से कोई समझौता नहीं

केंद्रीय नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि यह फैसला केवल यात्रियों के हित में लिया गया है, खासकर वरिष्ठ नागरिकों, छात्रों, मरीजों और जरूरी यात्रा करने वालों को राहत देने के लिए. उन्होंने साफ कहा, “यह कदम सुरक्षा से कोई समझौता किए बिना उठाया गया है.”

DGCA ने बनाई जांच समिति

DGCA ने इंडिगो के संकट की जांच के लिए चार सदस्यीय समिति बनाई है, जिसकी अध्यक्षता एक जॉइंट DG करेंगे. यह समिति संकट के कारणों की जांच करेगी, जिम्मेदार अधिकारियों की जवाबदेही तय करेगी और इंडिगो द्वारा उठाए गए सुधारात्मक कदमों की समीक्षा करेगी. DGCA ने इंडिगो को राहत देने के लिए अपने A320 टाइप-रेटेड फ्लाइट ऑपरेशन्स इंस्पेक्टर (FOIs) को भी उड़ान संचालन में लगाने की पेशकश की है.

पायलटों में नाराजगी: “सुरक्षा से हो रहा समझौता”

सरकार के इस फैसले से पायलट यूनियनों में जबरदस्त नाराजगी है. एयरलाइन पायलट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (ALPA) ने DGCA को कड़ी चिट्ठी लिखते हुए कहा कि यह फैसला सुरक्षा से सीधा समझौता है. पायलटों की थकान से यात्रियों की जान खतरे में पड़ सकती है. इंडिगो ने जानबूझकर कृत्रिम पायलट-शॉर्टेज का संकट खड़ा किया. ALPA ने मांग की है कि इंडिगो के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो, FDTL के फेज-2 नियम पूरी तरह लागू किए जाएं और किसी भी एयरलाइन को छूट न दी जाए.

आगे और मुश्किलें: कोहरा, छुट्टियां और शादी का सीजन

DGCA प्रमुख फैज अहमद किदवई ने पायलट संगठनों से सहयोग की अपील करते हुए कहा कि कोहरे का मौसम, पीक टूरिस्ट सीजन और और शादी का सीजन आने वाले दिनों में एयर ऑपरेशंस को और मुश्किल बना सकते हैं.

इंडिगो CEO का बयान

इंडिगो के CEO पीटर एल्बर्स ने वीडियो जारी कर कहा कि 10 से 15 दिसंबर के बीच हालात सामान्य हो सकते हैं, लेकिन उन्होंने यह भी माना कि इस संकट ने 19 सालों में बनी इंडिगो की विश्वसनीयता को गहरा झटका दिया है.

फिलहाल, सरकार ने यात्रियों को राहत देने के लिए पायलट ड्यूटी नियमों को अस्थायी रूप से रोक दिया है. फ्लाइट के कैंसिल होने से इंडिगो को भारी आर्थिक नुकसान हुआ है. वहीं, पायलट संगठन सुरक्षा से समझौते का आरोप लगा रहे हैं. अब 15 दिसंबर तक हालात सामान्य होने की उम्मीद है.

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