ट्रेन से Maha Kumbh मेला जाने वालों को नहीं होगी कोई परेशानी, रेलवे की यह पहल बनेगी मददगार
भारतीय रेलवे महाकुंभ मेला 2025 के सफर को आसान बनाने के लिए एक नई डिजिटल पहल लागू कर रहा है. जहां अब क्यूआर कोड के जरिए आप लंबी लाइनों से बच सकते हैं. साथ ही, आसानी से टिकट बुक करवा सकते हैं.

हर बार साल में महाकुंभ का मेला लगता है, जिसमें दुनिया भर के श्रद्धालु शामिल होते हैं. यह दुनिया के बड़े और सबसे महत्वपूर्ण आध्यात्मिक समागमों में से एक है. इस साल 13 जनवरी से महाकुंभ की शुरुआत होगी. वहीं, 26 फरवरी को इस मेले का समापन होगा.
अगर इस बार आप महाकुंभ जाने की सोच रहे हैं, तो आपके लिए एक अच्छी खबर है. भारतीय रेलवे डिजिटल पहल का एलान किया है, ताकि प्रयागराज के पवित्र शहर में आने वाले लोगों को परेशानी न हो. जहां भारतीय रेलवे ने तीर्थयात्रियों के लिए 13,000 स्पेशल ट्रेन शुरू की हैं.
क्यूआर कोड टिकट बुकिंग सिस्टम
भारतीय रेलवे ने टिकट सर्विस के लिए एक नई डिजिटल पहल शुरू की है. नॉर्थ सेंट्रल रेलवे के प्रयागराज डिवीजन ने एक क्यूआर कोड सिस्टम की शुरुआत की है. महाकुंभ के दौरान प्रयागराज जंक्शन और अन्य जरूरी जगहों पर खासतौर से ट्रेन्ड रेलवे स्टाफ मौजूद होंगे. इन स्टाफ ने हरे रंग की जैकेट पहनी होगी, जिसके पीछे क्यूआर कोड होगा.
कैसे करें इस्तेमाल?
अपने स्मार्टफोन से इस क्यूआर कोड को स्कैन करके आप यूटीएस (अन रिजर्व्ड टिकट सिस्टम) मोबाइल ऐप डाउनलोड कर सकते हैं. इस ऐप से आप आसानी से अन रिजर्व्ड टिकट बुक कर सकते हैं. इसके चलते आप लंबी लाइनों से बच सकते हैं और अपनी यात्रा का अधिक आनंद ले सकते हैं.
पहल का लक्ष्य
भारतीय रेलवे ने ट्रेन टिकट बुकिंग को आसान बनाने के लिए महाकुंभ में आने वालों के लिए क्यूआर कोड जैकेट पेश की है. जहां स्टाफ क्यूआर कोड वाली जैकेट पहनेंगे, जिसे स्कैन करने पर श्रद्धालु अपने स्मार्टफोन पर अन रिजर्व्ड टिकटिंग सिस्टम (यूटीएस) ऐप डाउनलोड कर सकेंगे. इस पहल का उद्देश्य टिकट बुकिंग में तेजी लाना, वेटिंग टाइम को कम करना और 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं की अपेक्षित उपस्थिति के बीच काउंटरों पर भीड़भाड़ से बचना है.
भारतीय रेलवे की स्पेशल ट्रेन
तैयारी के तौर पर भारतीय रेलवे 10 जनवरी से 28 फरवरी तक 3,124 स्पेशल मेला ट्रेनें और 10,100 नियमित ट्रेनें चलाएगा. प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर 278 टिकट काउंटर होंगे, जिनमें रोजाना 10,15,200 यात्री बैठ सकेंगे. डिजिटल टिकटिंग सॉल्यूशन भारत के कैशलेस ट्रांसेक्शन के लिए किए जा रहे प्रयासों का समर्थन करता है. यह डिजिटल इंडिया मिशन को भी बढ़ावा देता है.
महाकुंभ रेल सेवा 2025 ऐप
रेलवे ने महाकुंभ रेल सेवा 2025 ऐप और पोर्टल लॉन्च किया है. यह ऐप आपको ट्रेन शेड्यूल, गेस्ट हाउस की जानकारी और हेल्पलाइन नंबर खोजने में मदद करेगा. 1 जनवरी, 2025 से हेल्पलाइन 24/7 खुली रहेगी. रेलवे की घोषणाएं 12 भाषाओं में की जाएंगी, जिनमें हिंदी, अंग्रेजी, गुजराती, मराठी, तमिल, कन्नड़, तेलुगु, मलयालम, बंगाली, उड़िया, पंजाबी और असमिया शामिल हैं.