Begin typing your search...

ज्यादा काम करोगे तो बीवी भाग जाएगी, वर्क लाइफ बैलेंस पर नारायणमूर्ति के बाद बोले गौतम अडानी

गौतम अडानी ने कहा कि आपका वर्क लाइफ बैलेंस तब होता है जब आप वह काम करते हैं जो आपको पसंद हो. हमारे लिए यह या तो परिवार है या काम और इसके अलावा कोई और दुनिया नहीं है. हमारे बच्चे भी इसी पर ध्यान केंद्रित करते हैं. जब आप समझ जाते हैं कि जीवन सीमित है, तो वह सरल हो जाता है.

ज्यादा काम करोगे तो बीवी भाग जाएगी, वर्क लाइफ बैलेंस पर नारायणमूर्ति के बाद बोले गौतम अडानी
X
नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Updated on: 31 Dec 2024 5:06 PM IST

वर्क लाइफ बैलेंस पर चर्चा करते हुए अदानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी ने कहा कि संतुलन तब महसूस होता है जब कोई व्यक्ति वह काम करता है जिसे वह पसंद करता है. उन्होंने यह भी कहा कि जब कोई यह समझ लेता है कि वह नश्वर है, तो जीवन सरल हो जाता है. वर्क लाइफ बैलेंस का असली मतलब है कि आप और आपके प्रियजन खुश रहें.

अडानी ने कहा कि आपका वर्क लाइफ बैलेंस मेरे ऊपर नहीं थोपा जा सकता और मेरा संतुलन आपके ऊपर नहीं. अगर कोई व्यक्ति परिवार के साथ चार घंटे बिताकर खुश है, या कोई अन्य आठ घंटे बिताकर, तो वही उसका संतुलन है. कोई आठ घंटा बिताएगा तो बी वी भाग जाएगी.

मेरे लिए परिवार और काम दोनों जरूरी

अडानी ने कहा कि आपका वर्क लाइफ बैलेंस तब होता है जब आप वह काम करते हैं जो आपको पसंद हो. हमारे लिए यह या तो परिवार है या काम और इसके अलावा कोई और दुनिया नहीं है. हमारे बच्चे भी इसी पर ध्यान केंद्रित करते हैं. जब आप समझ जाते हैं कि जीवन सीमित है, तो वह सरल हो जाता है. यह बयान इंफोसिस के संस्थापक एनआर नारायणमूर्ति के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने भारत को उन्नत अर्थव्यवस्थाओं से मुकाबला करने के लिए सप्ताह में 70 घंटे काम करने की बात की थी.

हमें करना चाहिए 70 घंटे काम

नारायण मूर्ति ने कहा था कि इंफोसिस में हमने कहा था कि हम सर्वश्रेष्ठ कंपनियों से तुलना करेंगे. एक बार जब हम अपनी तुलना वैश्विक कंपनियों से करेंगे, तो मैं आपको बता सकता हूं कि हमें बहुत कुछ करना है. हमारी आकांक्षाएं ऊंची होनी चाहिए, क्योंकि 800 मिलियन भारतीयों को मुफ्त राशन मिलता है, जो दर्शाता है कि वे गरीबी में हैं. अगर हम कड़ी मेहनत नहीं करेंगे तो और कौन करेगा?

भाविश अग्रवाल ने किया था समर्थन

ओला के सीईओ भाविश अग्रवाल ने हफ्ते में 70 घंटे काम करने वाली बात का समर्थन किया था. मैंने सार्वजनिक रूप से इसका समर्थन किया और सोशल मीडिया पर आलोचनाओं का सामना भी किया, लेकिन मुझे इसकी कोई परवाह नहीं है. मेरा मानना है कि अगर हमें दुनिया का नंबर एक देश बनाना है, तो एक पीढ़ी को कठिन परिश्रम करना होगा. अग्रवाल ने कहा कि यदि आप अपने काम से खुश हैं, तो आपकी जिंदगी में भी खुशी होगी.

India News
अगला लेख