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कोकीन खरीदते रंगे हाथ पकड़ी गई हैदराबाद की नामी डॉक्टर, नशे की लत में उड़ा चुकी हैं 70 लाख

सबसे चौंकाने वाली बात यह सामने आई कि डॉ. नम्रता कथित तौर पर लंबे समय से ड्रग्स की आदी हैं और पूछताछ के दौरान उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने अब तक नशे पर लगभग 70 लाख रुपये खर्च कर दिए हैं.

कोकीन खरीदते रंगे हाथ पकड़ी गई हैदराबाद की नामी डॉक्टर, नशे की लत में उड़ा चुकी हैं 70 लाख
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( Image Source:  X )
रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Published on: 11 May 2025 1:25 PM

हैदराबाद के प्रतिष्ठित ओमेगा अस्पताल की सीईओ और सीनियर डॉक्टर डॉ. नम्रता चिगुरुपति को हाल ही में कोकीन खरीदते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया. इस चौंकाने वाली घटना ने मेडिकल इंडस्ट्री साथ-साथ आम जनता को भी हैरान कर दिया है. यह गिरफ्तारी उस समय हुई जब डॉ. नम्रता मुंबई से आए एक सप्लायर से कथित तौर पर ड्रग्स की डील कर रही थी.

पुलिस सूत्रों के अनुसार, 8 मई को विश्वसनीय खुफिया जानकारी के आधार पर रायदुर्गम पुलिस की टीम ने एक रेस्तरां के पास छापा मारा. वहां मौजूद डॉ. नम्रता और सप्लायर का सहयोगी बालकृष्ण उस समय पकड़े गए जब बालकृष्ण उनकी कार में कोकीन का पैकेट सौंप रहा था. तलाशी में पुलिस को 53 ग्राम कोकीन, 10,000 रुपये नकद, और दो मोबाइल फोन मिले.

मुंबई से मंगाई गई थी ड्रग्स

पूछताछ में सामने आया कि डॉ. नम्रता ने कोकीन मुंबई के निवासी वंश धाकड़ से मंगवाई थी, जो उनका पूर्व परिचित बताया जा रहा है. उन्होंने व्हाट्सएप के ज़रिए वंश से संपर्क किया और 4 मई को 5 लाख रुपये का ऑनलाइन भुगतान किया. इसके बाद वंश ने अपना सहयोगी बालकृष्ण को कोकीन की डिलीवरी के लिए हैदराबाद भेजा.

नशे की आदि हैं डॉक्टर

सबसे चौंकाने वाली बात यह सामने आई कि डॉ. नम्रता कथित तौर पर लंबे समय से ड्रग्स की आदी हैं और पूछताछ के दौरान उन्होंने स्वीकार किया कि उन्होंने अब तक नशे पर लगभग 70 लाख रुपये खर्च कर दिए हैं. एक डॉक्टर और अस्पताल सीईओ के रूप में उनकी प्रतिष्ठा के उलट यह खुलासा बेहद हैरान करने वाला है.

फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया सैंपल

पुलिस ने बरामद कोकीन के एक नमूने को एनालिसिस और टेस्टिंग के लिए तेलंगाना फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) भेज दिया है. वहीं, बालकृष्ण और डॉ. नम्रता दोनों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है और उनके खिलाफ नारकोटिक्स कण्ट्रोल एक्ट (NDPS Act) के तहत कड़ी धाराओं में मामला दर्ज किया गया है. वहीं रायदुर्गम पुलिस अब एक और स्थानीय व्यक्ति की तलाश कर रही है, जो कथित तौर पर इस ड्रग तस्करी नेटवर्क का हिस्सा है. आशंका जताई जा रही है कि यह एक संगठित गिरोह है, जो देश के अलग-अलग शहरों में हाई-प्रोफाइल क्लाइंट्स को ड्रग्स की आपूर्ति करता है.

बढ़ती ड्रग तस्करी का नया चेहरा

यह मामला ऐसे समय सामने आया है जब ड्रग तस्करी के मामले देश में तेजी से बढ़ रहे हैं. हाल ही में, राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) की मुंबई यूनिट ने अप्रैल 2024 से मार्च 2025 के बीच 12 मामलों में 18 किलोग्राम से अधिक कोकीन जब्त की है, जिसकी अनुमानित कीमत 180 करोड़ रुपये है. डॉ. नम्रता का यह मामला केवल एक अपराध नहीं, बल्कि समाज की उस गहरी विडंबना को उजागर करता है जहां एक प्रतिष्ठा पद के बावजूद व्यक्ति गलत रास्ते पर जा सकता है.

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