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पार्टी चीफ बाहर रहे तो नहीं चलेगी सरकार, CM फडणवीस ने बताई एकनाथ शिंदे को मनाने की पूरी कहानी

महाराष्ट्र में देवेंद्र फणडवीस CM पर संभाल चुके हैं. लेकिन इस बीच चर्चा है कि आखिर पूर्व सीएम रहे एकनाथ शिंदे डिप्टी सीएम के पद के लिए कैसे मान गए? आखिर बीजेपी ने किस तरह उन्हें समझाया और इस पद के लिए मनाया. इस पर सीएम फणडवीस का बयान सामने आया है. उन्होंने बताया कि आखिर किस तरह वह इस पद के लिए माने.

पार्टी चीफ बाहर रहे तो नहीं चलेगी सरकार, CM फडणवीस ने बताई एकनाथ शिंदे को मनाने की पूरी कहानी
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( Image Source:  ANI )
सार्थक अरोड़ा
Edited By: सार्थक अरोड़ा

Updated on: 6 Dec 2024 8:39 PM IST

महाराष्ट्र का अगला CM कौन होगा बीजेपी ने इस कशमकश पर विराम लगा दिया है. नए मुख्यमंत्री के रूप में देवेंद्र फडणवीस ने शपथ लेकर CM का पद संभाल लिया है. इस बीच एक सवाल सियासी गलियारों में उठता नजर आ रहा है. हम बात कर रहे हैं पूर्व सीएम एकनाथ शिंदे की. आखिर वे इस्तीफा देकर कैसे डिप्टी सीएम पद के लिए राजी हो गए.

मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस सवाल पर से पर्दा उठा दिया है और अपने सहयोग नेता एकनाथ शिंदे और अजीत पवार को लेकर खुलकर बात की और बताया कि आखिर इस पद के लिए कैसे उन्हें मनाया गया और वो राजी हो गए. CNN को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने खुलासा किया और साथ ही विभागों के बंटवारे की बात पर जोर दिया है.

मिलकर निर्णय लेना आवश्यक है

इस इंटरव्यू में मुख्यमंत्री देवेंद्र फणडवीस ने अपनी सरकार के वर्किंग स्टाइल और उनके सहयोगी नेताओं के साथ कैसे रिश्तें है इस पर खुलकर बात की है. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में तीन दलों की सरकार है. ऐसे में हर मुद्दे पर मिलकर निर्णय लेना जरूरी है. काफी समय से कयास लगाए जा रहे थे कि एकनाथ शिंदे पार्टी के इस फैसले से नाराज है. इन कयासों पर विराम लगाते हुए मुख्यमंत्री ने ये साफ किया कि सरकार के गठन में कोई देर नहीं हुई है और न ही शिंदे किसी बात को लेकर नाराज थे.

BJP का हो CM माने शिंदे

इस पर जवाब देते हुए फणडवीस ने कहा कि एकनाथ शिंदे ने बीजेपी का सीएम बने इस पर फैसला दिल्ली में हुई बैठक में ही ले लिया था. बैठक में उन्होंने ये स्वीकार किया था कि ज्यादा विधायकों के होने के कारण CM बीजेपी का ही होना चाहिए. वहीं आखिर डिप्टी सीएम पद के लिए कैसे माने इस पर उन्होंने कहा कि शिंदे काफी भावुक स्वभाव के हैं. मैंने शिंदे जी को यह समझाया कि अगर कोई पार्टी प्रमुख सरकार के बाहर रहे तो सरकार नहीं चल सकती है. दोनों दलों के आपसी तालमेल को मैंने बैठा लिया. वहीं इस बीच उन्होंने अजीत पवार को लेकर सवाल किया और कहा कि उन्होंने लोकसभा चुनाव के दौरान अच्छा प्रदर्शन किया है.

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