फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन, मजिस्ट्रियल जांच के आदेश... शिरगांव भगदड़ मामले में अब तक क्या-क्या हुआ?
गोवा के शिरगांव में लैराई देवी जत्रा के दौरान हुई भगदड़ के बाद राज्य सरकार ने तत्काल मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं और एक फैक्तट फाइंडिंग कमेटी का गठन किया है. इस हादसे में छह लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक घायल हुए, जिनका इलाज गोवा के विभिन्न सरकारी अस्पतालों में चल रहा है. मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने उच्च स्तरीय बैठक बुलाकर स्थिति की समीक्षा की, वहीं स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने स्वास्थ्य सेवाओं की निगरानी के लिए अधिकारियों से बैठक की.

Goa Shirgaon Lairai Devi Jatra stampede updates: गोवा सरकार ने शिरगांव में श्री देवी लैराई जत्रा के दौरान मची भगदड़ की जांच के लिए एक फैक्ट फाइंडिंग कमेटी का गठन किया है. गृह सचिवालय के आधिकारिक आदेश के अनुसार, इस समिति की अध्यक्षता आयुक्त-क्षेत्रीय सचिव (राजस्व) संदीप जैकब करेंगे. इसमें डीआईजी स्मिता वर्षा शर्मा, प्रविमल अभिषेक और दक्षिण गोवा के एसपी टिकम सिंह वर्मा शामिल होंगे. समिति को घटना स्थल पर तुरंत पहुंचने और 48 घंटों के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करने का आदेश दिया गया है।
शनिवार को, गोवा के राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई ने शिरगांव में मची भगदड़ से प्रभावित परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की. इस भगदड़ में छह लोग मारे गए, जबकि 50 से अधिक लोग घायल हुए. एसपी अक्षत कौशल ने कहा कि यह घटना लैराई देवी मंदिर में घटी, जो शिरगांव, उत्तर गोवा में स्थित है.
श्रीदेवी लैराई जत्रा भगदड़ में अब तक क्या-क्या हुआ?
- राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, "मैं इस त्रासदी में अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घटना में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं."
- गोवा राजभवन के अनुसार, राज्यपाल पिल्लई ने अपनी केरल यात्रा को छोटा कर दिया है. वे गोवा लौटकर मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत और स्थानीय अधिकारियों से इस मामले पर चर्चा करेंगे ताकि प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान की जा सके.
- गोवा सरकार ने घटना की जांच के लिए मजिस्ट्रियल जांच का आदेश दिया है.
- गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने एक पोस्ट में बताया कि वह स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता करेंगे. उन्होंने कहा, "शिरगांव जत्रा की घटना की पूरी जांच के लिए मजिस्ट्रियल जांच स्थापित की जाएगी. मैं जल्द ही उच्च-स्तरीय बैठक आयोजित करूंगा ताकि पूरी स्थिति की समीक्षा की जा सके और उचित कार्रवाई की जा सके."
- स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे के अनुसार, सरकारी अस्पतालों में कुल 74 लोगों का इलाज किया गया है. इनमें आसिलो अस्पताल, मापसा, सीएचसी बिचोलिम, सीएचसी संखली और गोवा मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) शामिल हैं.
- फिलहाल, 22 लोग अस्पतालों में भर्ती हैं. आसिलो अस्पताल में 18 मरीज, सीएचसी बिचोलिम में तीन और सीएचसी संखली में एक मरीज निगरानी में है.
- राणे ने एक पोस्ट में कहा, "ताजा रिपोर्ट के अनुसार, कुल 74 मरीजों का इलाज सरकारी स्वास्थ्य केंद्रों में किया गया है. वर्तमान में 22 मरीज इलाज करवा रहे हैं: आसिलो अस्पताल में 18 मरीज, सीएचसी बिचोलिम में तीन और सीएचसी संखली में एक मरीज निगरानी में है. दुखद है कि छह व्यक्तियों की मौत हो गई- 4 आसिलो अस्पताल में (2 पुरुष और 2 महिलाएं), और दो सीएचसी बिचोलिम में."
- मंत्री राणे ने यह भी कहा कि सभी मरीजों को बेहतर इलाज सुनिश्चित करने के लिए स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ बैठक की जाएगी और इस कठिन समय में स्वास्थ्य कर्मियों को उनकी कड़ी मेहनत के लिए धन्यवाद दिया जाएगा.
- राणे ने कहा, "हमने सुनिश्चित किया है कि कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी ताकि समय पर और प्रभावी इलाज प्रदान किया जा सके. हम सार्वजनिक स्वास्थ्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और सभी स्वास्थ्य कर्मियों के समर्थन में निरंतर प्रयासरत हैं."