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लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बाद फिर झुके एकनाथ शिंदे, कहा - 'BMC चुनाव में BJP निभा सकती है बड़े भाई की भूमिका'

आगामी बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) चुनाव में 'जीत' और लड़ी जाने वाली सीटों पर प्रतिक्रिया देते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा कि BJP मुंबई में बड़े भाई की भूमिका निभा सकती है. बीएमसी चुनाव परिणाम शहर की राजनीतिक दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं. उन्होंने कहा कि चुनाव में सीटों की संख्या से ज्यादा जीत अहम.

लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बाद फिर झुके एकनाथ शिंदे, कहा - BMC चुनाव में BJP निभा सकती है बड़े भाई की भूमिका
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आगामी बृहन्मुंबई नगर निगम (Brihanmumbai Municipal Corporation) चुनाव 2025 के सीट बंटवारे को लेकर पूछे गए सवालों के जवाब महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि 'जीत' और लड़ी गई सीटों के मद्देनजर BJP शहर में बड़े भाई भूमिका निभा सकती है. उन्होंने यह भी इशारा किया कि पार्टी को अपने राजनीतिक प्रभाव को और मजबूत करने का अवसर मिला है.

एकनाथ शिंदे ने आगे कहा कि आने वाले महीनों में लड़ी गई सीटें और जीत शहर की राजनीतिक दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी. राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार BJP का बढ़ता प्रभाव अगले चुनावों में पार्टी की रणनीति को प्रभावित कर सकता है.

सीट से ज्यादा अहम रणनीतिक बदलाव

डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा कि आगामी बीएमसी चुनावों में सीटों के बंटवारे में भाजपा का दबदबा रहने की संभावना है, क्योंकि उप-मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना कम सीटों पर चुनाव लड़ सकती है. शिंदे के अनुसार, 'संख्या बल से ज्यादा 'चुनावी योग्यता' ज्यादा अहम है, जो एक रणनीतिक बदलाव का संकेत है'.

भाजपा का लक्ष्य 125 से ज्यादा सीटें जीतना है और उसके सहयोगियों के साथ 150 से ज्यादा सीटें मिलने का भरोसा है. हालांकि, सीटों के बंटवारे पर बातचीत अभी जारी है.

BMC में लहराएगा महायुति का झंडा

शिंदे ने लोकसभा चुनावों में मुंबई में भाजपा के बराबर और विधानसभा चुनावों में भाजपा से बस कुछ सीटें कम हासिल की थी. बीएमसी चुनावों में शिवसेना को कम सीटों पर सहमत होना पड़ेगा. जबकि भाजपा 125 से ज्यादा सीटें जीतने की उम्मीद कर रही है और कुछ सीटें एनसीपी को मिल सकती हैं.

उन्होंने आगे कहा, "केवल उन्हीं सीटों पर चुनाव लड़ा जाना चाहिए जहां जीत सुनिश्चित हो. महायुति का भगवा झंडा नगर निगम पर तभी लहराएगा जब इस सिद्धांत का पालन किया जाएगा. सिर्फ संख्या बल के लिए सीटें लेना उचित नहीं है. चुनाव की योग्यता पर विचार किया जाएगा".

100 से कम सीटों पर चुनाव लड़ेगी शिवसेना शिंदे

राजनीतिक पर्यवेक्षकों का कहना है, "यह लगभग स्पष्ट है कि शिंदे को भाजपा की तुलना में कम सीटें मिलेंगी. वे मुंबई की छह लोकसभा सीटों में से तीन पर जीत हासिल करने में कामयाब रहे. विधानसभा चुनावों में भी शिवसेना ने 15 सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन केवल 6 ही जीत पाई. इसलिए ग्राफ पहले ही गिरना शुरू हो गया है. बीएमसी चुनावों में शिवसेना को 100 से कम सीटों पर ही संतोष करना पड़ेगा."

150 से ज्यादा सीटों पर जीत का भरोसा - अमित साटम

नवनियुक्त भाजपा अध्यक्ष अमित साटम ने कहा कि पार्टी को शिवसेना और अजित पवार के नेतृत्व वाली एनसीपी के साथ गठबंधन में 150 से ज्यादा सीटें जीतने का भरोसा है. साटम ने पिछले सप्ताह कहा था कि सीटों के बंटवारे पर बातचीत आरक्षण लॉटरी पूरी होने के बाद ही शुरू होगी, लेकिन उनके निर्वाचन क्षेत्रवार विश्लेषण से पता चलता है कि गठबंधन देश के सबसे अमीर नगर निकाय पर नियंत्रण पाने के लिए अच्छी स्थिति में है. साटम ने आगे कहा कि सीटों का अंतिम बंटवारा ज़मीनी आकलन पर निर्भर करेगा, लेकिन भाजपा के पास शहर को उसका हक दिलाने का एक स्पष्ट दृष्टिकोण है.

साटम ने कहा, "सभी पहलुओं पर विचार करते हुए हमने जो वार्ड-दर-वार्ड विश्लेषण किया है, उसके आधार पर हमें 150 से ज्यादा सीटें जीतने का भरोसा है. हालांकि, हमने अभी तक सीटों के बंटवारे पर बातचीत शुरू नहीं की है, लेकिन आरक्षण लॉटरी पूरी होने के बाद ही ऐसा करना उचित होगा."

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