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दुशासन और दुर्योधन... अमित शाह के घुसपैठ और आतंकी वाले बयान पर भड़कीं ममता बनर्जी, कहा - 'शकुनि के...', देखें Video

पश्चिम बंगाल​ विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर टीएमसी और बीजेपी के बीच सियासी तकरार अभी से चरम पर पहुंच गया है. बंगाल के बांकुरा के बिरसिंहपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए शाह के बयान पर भड़कीं सीएम ममता बनर्जी ने अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'दुशासन और दुर्योधन' करार दिया. अमित शाह पर तीखा हमला करते हुए ममता ने सवाल किया कि क्या पहलगाम हमला केंद्र द्वारा करवाया गया था?

दुशासन और दुर्योधन... अमित शाह के घुसपैठ और आतंकी वाले बयान पर भड़कीं ममता बनर्जी, कहा - शकुनि के..., देखें Video
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( Image Source:  ANI )

पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव से पहले एक बार फिर टीएमसी और बीजेपी के बीच सियासी तकरार अभी से चरम पर पहुंच गया है. बंगाल के बांकुरा के बिरसिंहपुर में एक रैली को संबोधित करते हुए शाह के बयान पर भड़कीं सीएम ममता बनर्जी ने अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'दुशासन और दुर्योधन' करार दिया. अमित शाह पर तीखा हमला करते हुए ममता ने सवाल किया कि क्या पहलगाम हमला केंद्र द्वारा करवाया गया था?

पहलगाम और दिल्ली ब्लास्ट के पीछे कौन?

अमित शाह का नाम लिए बगैर उन्होंने कहा, "शकुनि के शिष्य दुशासन जानकारी इकट्ठा करने बंगाल आए हैं. जैसे ही चुनाव आते हैं, दुशासन और दुर्योधन दिखने लगते हैं." ममता ने कहा कि पीएम मोदी ने 20 दिसंबर को बंगाल का दौरा किया था. शाह फिलहाल 2026 के बंगाल चुनावों से पहले राज्य के तीन दिवसीय दौरे पर हैं. उन्होंने ये भी पूछा कि दिल्ली के लाल किला के पास हुई ब्लास्ट की घटना के पीछे कौन था?

उन्होंने कहा कि 22 अप्रैल को पाकिस्तान स्थित लश्कर के आतंकवादियों द्वारा किए गए पहलगाम हमले में 26 पर्यटक मारे गए थे. नवंबर में, पाकिस्तान स्थित जैश-ए-मोहम्मद द्वारा वित्त पोषित एक व्हाइट-कॉलर आतंकी मॉड्यूल ने दिल्ली में प्रतिष्ठित लाल किले के पास एक कार में विस्फोट किया, जिसमें 15 लोग मारे गए.

गरीबों के खिलाफ SIR का इस्तेमाल

सीएम ममता ने गृह मंत्री के दावों को खारिज करते हुए, "सभी रेलवे परियोजनाएं, इसलिए पूरी हुईं क्योंकि राज्य ने जमीन दी. पेट्रापोल और चेंगरा बंदा में सीमाओं पर पहले ही जमीन दी जा चुकी है." उन्होंने कहा कि SIR का इस्तेमाल गरीबों को परेशान करने के लिए किया जा रहा है. SIR के तहत 1.5 करोड़ नामों को हटाने की योजना बना रहे हैं और चेतावनी दी कि राजबंशी, मतुआ और आदिवासी जैसे हाशिए पर पड़े समुदायों को निशाना बनाया जा रहा है.

नाम हटा तो EC दफ्तर का करेंगे घेराव

उन्होंने SIR प्रक्रिया को बंगालियों को वोट के अधिकार से वंचित करने की जानबूझकर की गई कोशिश बताया. ममता ने यह भी चेतावनी दी कि अगर किसी भी एक असली वोटर का नाम लिस्ट से हटाया गया तो TMC दिल्ली में चुनाव आयोग के दफ्तर का घेराव करेगी. ओडिशा सरकार के स्टेट गेस्ट हाउस का जिक्र करते हुए कहा, "अगर हम चाहते, तो हम कोलकाता में उत्कल भवन का घेराव कर सकते थे." बीजेपी बंगाल में ममता के नेतृत्व वाली पार्टी को सत्ता से हटाने के लिए पूरी ताकत लगा रही है, ऐसे में चुनाव वाले राज्य में आने वाले महीनों में राजनीतिक माहौल और गर्म होगा.

आतंकवाद और घुसपैठ के लिए ममता जिम्मेदार

इसके पहले केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आतंक और घुसपैठिए के मसले पर टीएमसी सरकार पर जमकर बरसे हैं. शाह ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उनकी तृणमूल कांग्रेस (TMC) सरकार पर आरोप लगाया कि उन्होंने पिछले 15 साल में भ्रष्टाचार, भय, गलत शासन और घुसपैठ को बढ़ावा दिया है. शाह ने कहा, “बंगाल में घुसपैठ हो रही है और यह समस्या राज्य सरकार की वजह से बढ़ी है. बीजेपी की सरकार बनने पर पहला काम यह होगा कि वे बंगाल को घुसपैठियों से मुक्त करेंगे और घुसपैठ रोकने के लिए मजबूत सुरक्षा व्यवस्था (national grid) बनाएंगे.”

सरकार बनी तो परिंदा भी पर नहीं मार सकेगा

अमित शाह ने आगे कहा, “इंसान छोड़िए, परिंदा भी पर नहीं मार सकेगा.” बंगाल में सुरक्षा इतनी कड़ी होगी कि कोई भी घुसपैठ नहीं कर पाएगा. बंगाल में सीमा सुरक्षा के लिए जरूरी भूमि राज्य सरकार द्वारा नहीं दी जा रही, जिससे बांग्लादेश बॉर्डर पर फेंसिंग नहीं हो पा रही.

शाह ने आगामी चुनाव में भाजपा के लिए दो-तिहाई (तिहाई से अधिक) बहुमत से सरकार बनाने का भरोसा जताया और कहा कि पार्टी विकास, गरीब कल्याण और बंगाल की विरासत को पुनर्जीवित करेगी. उन्होंने यह भी कहा कि ममता सरकार में महिलाओं की सुरक्षा पर्याप्त नहीं है और विकास योजनाएं भ्रष्टाचार की चपेट में फंस गई हैं.

बता दें कि नए साल के शुरुआती महीनों में पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव होना है. चुनाव को देखते हुए प्रदेश में सियासी सरगर्मी बढ़ गई है. बीजेपी और टीएमसी के नेताओं ने एक-दूसरे के खिलाफ बयानबाजी तेज कर दिए हैं. जहां टीएमसी चौथी बार सत्ता में वापसी की रणनीति पर काम कर रही है, वहीं बीजेपी इस बार हाल में बंगाल में अपनी सरकार बनाना चाहती है.

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