राइड के बहाने सुनसान रास्ते पर ले गया ड्राइवर, धमकाकर महिला के साथ की जबरदस्ती, फिर घर के पास छोड़ हुआ फरार
चेन्नई में सोमवार देर रात एक 22 साल की युवती के साथ हुई हैरान करने वाली घटना ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया. एक बाइक टैक्सी ड्राइवर पर युवती से यौन शोषण करने का आरोप लगाया है. महिला का कहना है कि उसे धमकाकर उसके साथ जबरदस्ती की गई है. हालांकि, आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
चेन्नई में हुई एक दिल दहला देने वाली घटना ने एक बार फिर महिला सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. राइड बुक करने वाली एक महिला को बाइक टैक्सी ड्राइवर सुनसान रास्ते पर ले गया और धमकाकर उसके साथ जबरदस्ती की. हैरानी की बात यह रही कि वारदात के बाद आरोपी महिला को उसके घर के पास छोड़कर फरार हो गया.
यह घटना न केवल सिस्टम की लापरवाही दिखाती है, बल्कि यह भी साबित करती है कि टेक्नोलॉजी के युग में भी महिलाएं पूरी तरह सुरक्षित नहीं हैं. महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकारें और प्रशासन भले ही तमाम दावे करें, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है. हालांकि, पुलिस ने इस मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
रास्ता बदलकर ले गया सुनसान जगह
यह घटना तब हुई जब एक युवती ने सोमवार रात अपने दोस्त से मिलने के लिए चेन्नई के पक्किकारनै इलाके में एक बाइक टैक्सी बुक की थी. मुलाकात के बाद युवती ने ड्राइवर सिवकुमार से कहा कि वह थोड़ी देर इंतजार करे ताकि वापसी में भी वही उसे घर छोड़ सके. ड्राइवर ने हामी भर ली. लेकिन मंगलवार सुबह जब वह युवती को घर छोड़ने के लिए निकला, तो उसने रास्ता बदल दिया और उसे शहर के एक सुनसान इलाके में ले गया.
धमकाकर की महिला के साथ जबरदस्ती
पुलिस के अनुसार, सुनसान इलाके में पहुंचने के बाद ड्राइवर सिवकुमार ने युवती को धमकाया और उसके साथ जबरदस्ती की. घटना के बाद उसने पीड़िता को उसके घर के पास छोड़ दिया और मौके से भाग निकला. डरी और सदमे में आई युवती ने घर पहुंचते ही अपने पति को पूरी बात बताई. इसके बाद दोनों ने तुरंत पुलिस से संपर्क किया और मामला दर्ज कराया.
आरोपी हुआ गिरफ्तार
शिकायत मिलने के बाद टी-5 वानागारम पुलिस ने तुरंत जांच शुरू की. जांच के दौरान पुलिस को यह मामला सही पाया गया. आरोपी सिवकुमार की पहचान कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने उसके खिलाफ केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है.
राज्य में बढ़ते अपराधों को लेकर चिंता
राज्य में महिलाओं के खिलाफ अपराध थमने का नाम नहीं ले रहे हैं. राइड शेयरिंग प्लेटफॉर्म्स पर सुरक्षा के नाम पर कई फीचर्स जोड़े गए हैं, परंतु ऐसे मामलों से यह साफ है कि इन उपायों का असर सीमित है. अब सवाल यह उठता है कि आखिर कब महिलाएं बिना डर के सफर कर पाएंगी और कब तक ऐसे मामलों के बाद ही सुरक्षा की चर्चा शुरू होगी.





