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भारत का 'Bhargavastra' अब उड़ाएगा दुश्मनों की नींद, 64 मिसाइलें एक साथ दागने की क्षमता; 6 किमी दूर से पकड़ लेगा दुश्मन ड्रोन

स्वार्म ड्रोन तकनीक में कई दर्जन से लेकर हजारों छोटे ड्रोन एक साथ मिलकर हमला करते हैं. वे न केवल सैन्य ठिकानों को निशाना बना सकते हैं, बल्कि एयरबेस, रडार, और मिसाइल डिफेंस सिस्टम को भी पंगु बना सकते हैं. लेकिन अब भारत के पास ‘भर्गवास्त्र’ है, जो इन सभी खतरों का संहारक बन सकता है.

भारत का Bhargavastra अब उड़ाएगा दुश्मनों की नींद, 64 मिसाइलें एक साथ दागने की क्षमता; 6 किमी दूर से पकड़ लेगा दुश्मन ड्रोन
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( Image Source:  ANI )
प्रवीण सिंह
Edited By: प्रवीण सिंह

Updated on: 14 May 2025 3:36 PM IST

भारत की रक्षा शक्ति को अब एक नया और बेहद घातक हथियार मिल चुका है, नाम है भर्गवास्त्र'. यह Hard Kill मोड में काम करने वाला एक उन्नत Counter Drone System है, जिसे Solar Defence and Aerospace Limited (SDAL) ने पूरी तरह से देश में ही डिज़ाइन और डेवलप किया है. यह सिस्टम खास तौर पर ड्रोन झुंडों यानी Swarm Drones को नष्ट करने के लिए तैयार किया गया है, और इसकी ताकत ने हाल ही में ओडिशा के Gopalpur स्थित Seaward Firing Range में हुए ट्रायल्स में सबको चौंका दिया.

13 मई 2025 को ‘भर्गवास्त्र’ के तीन ट्रायल्स किए गए, जिनमें भारतीय सेना के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. दो परीक्षणों में एक-एक माइक्रो रॉकेट दागे गए, जबकि तीसरे परीक्षण में सिर्फ 2 सेकेंड के भीतर दो रॉकेट सल्वो मोड में दागे गए. खास बात यह रही कि चारों रॉकेट्स ने उम्मीद से भी बेहतर प्रदर्शन किया, और सभी निर्धारित लॉन्च मापदंडों को सफलतापूर्वक पूरा किया.


Swarm Drones के लिए काल

SDAL के अनुसार, भर्गवास्त्र की यह सफलता भारत की सैन्य क्षमताओं में एक ऐतिहासिक छलांग है. यह सिस्टम खासकर उन परिदृश्यों के लिए तैयार किया गया है, जहां दुश्मन ड्रोन झुंडों में हमला करते हैं, जैसे कि हाल के वर्षों में आतंकवादी संगठनों और दुश्मन राष्ट्रों द्वारा किया गया है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्‍तान ने भी भारत पर हमला करने के लिए ऐसे ही ड्रोन का इस्‍तेमाल किया था.


भर्गवास्त्र की माइक्रो रॉकेट्स इतने सटीक और तेज हैं कि यह महज पलों में दुश्मन ड्रोन को ढूंढकर खत्म कर सकते हैं. यह प्रणाली न केवल कम लागत वाली है, बल्कि इसे तेज़ी से तैनात किया जा सकता है, जो इसे युद्ध क्षेत्र में बेहद कारगर बनाता है.

भर्गवास्त्र की ताकत

  • यह भारत का पहला माइक्रो-मिसाइल आधारित एंटी-ड्रोन सिस्टम है
  • एक साथ 64 माइक्रो मिसाइलें दाग सकता है, जिससे पूरे ड्रोन झुंड का सफाया संभव है
  • दुश्मन ड्रोन को 6 किमी दूर से पहचान सकता है और 2.5 किमी तक उन्हें भेद सकता है
  • हर मिसाइल गाइडेड माइक्रो म्यूनिशन है, जो लक्ष्य को ट्रैक कर खत्म कर देती है
  • यह सिस्टम ऊंचे पहाड़ी इलाकों में भी पूरी क्षमता से काम कर सकता है

Swarm Drones बन रहे सबसे बड़ा खतरा

यह कोई सामान्य हथियार नहीं है, बल्कि आने वाले भविष्य के युद्धों के लिए एक रणनीतिक शस्त्र है, जहां ड्रोन झुंड (Swarm Drones) सबसे बड़ा खतरा बनते जा रहे हैं. SWARM का मतलब होता है “Smart War-Fighting Array of Reconfigured Modules” यानी सैकड़ों ड्रोन एक साथ हमला करते हैं, जिन्हें इंसानी निर्देश के बिना ही ऑपरेट किया जाता है. ऐसे में उन्हें रोकने के लिए ‘भर्गवास्त्र’ जैसे स्मार्ट हथियार की सख्त जरूरत थी और भारत ने वह पूरा कर दिखाया.


स्वार्म ड्रोन: युद्ध की नई चुनौती

स्वार्म ड्रोन तकनीक में कई दर्जन से लेकर हजारों छोटे ड्रोन एक साथ मिलकर हमला करते हैं. वे न केवल सैन्य ठिकानों को निशाना बना सकते हैं, बल्कि एयरबेस, रडार, और मिसाइल डिफेंस सिस्टम को भी पंगु बना सकते हैं. लेकिन अब भारत के पास ‘भर्गवास्त्र’ है, जो इन सभी खतरों का संहारक बन सकता है.

ऑपरेशन सिंदूरडिफेंस न्‍यूज
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