मैंने ही उसे मारा है... जो हुआ सो हुआ, अहमदाबाद हत्याकांड के आरोपी छात्र ने चैट में कबूली हत्या की बात; क्या-क्या हुई बातचीत?
अहमदाबाद के सेवेंथ डे एडवेंटिस्ट स्कूल में 10वीं क्लास के छात्र की हत्या कर दी गई. आरोपी 8वीं का छात्र है जिसने मामूली झगड़े के बाद चाकू से वार कर दिया. वारदात के बाद आरोपी ने दोस्त से चैट में अपना जुर्म कबूल किया. घटना से गुस्साए परिजनों और स्थानीय लोगों ने स्कूल में हंगामा और तोड़फोड़ की. पुलिस ने आरोपी नाबालिग को हिरासत में लिया है.

अहमदाबाद के खोखरा इलाके में स्थित सेवेंथ डे एडवेंटिस्ट हायर सेकेंडरी स्कूल में एक हैरान करने वाली वारदात हुई. 10वीं कक्षा के छात्र की हत्या उसी स्कूल के 8वीं कक्षा के छात्र ने कर दी. घटना उस समय हुई जब दोनों सीढ़ियों से उतर रहे थे और कथित तौर पर एक छात्र ने दूसरे को कोहनी मार दी. झगड़ा इतना बढ़ गया कि जूनियर छात्र ने जेब से चाकू निकालकर सीनियर पर हमला कर दिया.
चाकू लगने के बाद घायल छात्र खून से लथपथ हो गया. उसे तुरंत एक निजी अस्पताल ले जाया गया. डॉक्टरों ने उसे बचाने की कोशिश की लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई. इस घटना ने न सिर्फ पीड़ित परिवार, बल्कि पूरे इलाके को झकझोर दिया.
आरोपी ने दोस्त से चैट में किया अपराध कबूल
वारदात के बाद आरोपी छात्र ने अपने एक करीबी दोस्त से चैट की. इस चैट को पुलिस ने एक्सेस किया है, जिसमें उसने अपराध कबूल किया है.
पूरी चैट इस तरह सामने आई:
दोस्त: भाई, आज तुमने कुछ किया क्या?
आरोपी: हां.
दोस्त: क्या तुमने किसी को चाकू मारा?
आरोपी: तुम्हें किसने बताया?
दोस्त: कृपया एक मिनट के लिए कॉल करो.
आरोपी: नहीं, नहीं. मैं अपने भाई के साथ हूं. उसे नहीं पता कि आज क्या हुआ.
दोस्त: वो (पीड़ित) मर गया है.
आरोपी: उसे (उस कॉमन फ्रेंड को) बता दो कि मैंने ही उसे मारा है. वो मुझे जानता है, उसे अभी बता दो.
दोस्त: वास्तव में क्या हुआ?
आरोपी: उसने मुझसे पूछा – "तुम कौन हो और क्या करोगे?"
दोस्त: यार, इसके लिए किसी को चाकू नहीं मारते. मार देता… मारना नहीं चाहिए था. (तुम उसे सिर्फ़ पीट सकते थे, मार नहीं सकते थे.)
आरोपी: अब जो हुआ, सो हुआ.
दोस्त: अपना ध्यान रखना. कुछ देर के लिए अंडरग्राउंड हो जाओ. ये चैट डिलीट कर दो.
आरोपी: ठीक है.
यह चैट साफ दिखाती है कि आरोपी ने बिना पछतावे के अपना अपराध कबूल किया.
आक्रोशित भीड़ का गुस्सा फूटा
बुधवार को घटना की जानकारी मिलते ही मृतक छात्र का परिवार, अन्य अभिभावक और सिंधी समुदाय के लोग बड़ी संख्या में स्कूल पहुंचे. उन्होंने प्रशासन पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए. परिजनों ने दावा किया कि जब बच्चा खून से लथपथ पड़ा था, तब स्कूल प्रशासन इलाज कराने की बजाय खून के धब्बे मिटाने में लगा था. यहां तक कि पानी का टैंकर बुलाकर खून साफ कराया गया.
तोड़फोड़ और तनाव
प्रदर्शनकारियों ने स्कूल बसों और कई वाहनों में तोड़फोड़ की. भारी हंगामे के बीच पुलिस बल मौके पर पहुंचा और हालात काबू में किए. इलाके में तनावपूर्ण माहौल बना रहा और पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी.
स्कूल की भूमिका सवालों के घेरे में
संयुक्त पुलिस आयुक्त जयपाल सिंह राठौर ने बताया कि आरोपी नाबालिग छात्र को हिरासत में ले लिया गया है. उसके खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है. वहीं, स्थानीय लोग और परिजन सवाल उठा रहे हैं कि आखिर स्कूल परिसर में चाकू कैसे पहुंचा और प्रशासन ने समय पर उचित कदम क्यों नहीं उठाए. यह मामला अब सिर्फ हत्या तक सीमित नहीं रहा, बल्कि स्कूल की सुरक्षा व्यवस्था और जिम्मेदारी भी जांच के दायरे में आ गई है.