'Panchayat' फेम विकास उर्फ Chandan Roy की ऐसे हुई थी कास्टिंग, दरोगा बनाना चाहते थे पिता
चंदन रॉय बिहार के महनार के एक गांव से आते हैं. जब वह स्कूल में थे, तो उन्हें स्कूल के ड्रमों और कम्युनिटी प्रोग्राम्स में परफॉर्म करना अच्छा लगता था, जिससे एक्टिंग में उनकी रुचि जगी.

अमेज़न प्राइम की वेब सीरीज 'पंचायत' (Panchayat) के तीनों सीजन को दर्शकों का खूब प्यार मिला. सीरीज की कहानी जितनी दमदार रही उस कहानी में जान डालने वाले किरदार और उसे निभाने वाले एक्टर्स भी बेहद शानदार रहे. चाहे वह 'सचिव जी' के रूप में जितेंद्र कुमार हो या प्रधान पति के किरदार में रघुबीर यादव.लेकिन दोनों ही सीजन में दर्शकों को विकास का किरदार देखने को मिला.
जो ग्राम पंचायत ऑफिस के असिस्टेंट होते है. ये रोल इतना मशहूर हुआ कि इसे निभाने वाले एक्टर को लोग उनके असली नाम से कम और विकास के नाम से ज्यादा जानते हैं. एक्टर का असली नाम चंदन राय है जो 20 दिसंबर को अपना 29वां बर्थडे सेलिब्रेट कर रहे हैं. आइये जानते है कि कैसे हुई थी चंदन उर्फ़ विकास की 'पंचायत' में कास्टिंग.
क्या कोई छोटा सा किरदार है?
सीरीज में गांव के एक सदस्य परमेश्वर जी की बेटी की शादी का सीक्वेंस है. शादी के लिए पंचायत भवन को सजाया गया है. एक इलेक्ट्रीशियन आता है और सचिव से पूछता है कि लाइट कैसे लगाए?. आपको जानकर हैरानी होगी कि चंदन सबसे पहले विकास के रोल के लिए नहीं, बल्कि उसी इलेक्ट्रीशियन के रोल के लिए ऑडिशन देने गए थे, जिसका स्क्रीनटाइम 5 मिनट से भी कम है. अपने एक इंटरव्यू में एक्टर ने बताया था, 'पंचायत' के लिए कास्टिंग चल रही थी. लगभग सभी किरदार लॉक हो चुके थे. दो किरदार बचे थे, दूल्हे का और इलेक्ट्रीशियन का. दोनों का काम एक दिन का था. एनएसडी से पासआउट संजीव मेरे बहुत अच्छे दोस्त हैं. संयोगवश वह लड़का कास्टिंग कर रहा था. उन्होंने पूछा- 'क्या कोई छोटा सा किरदार है, दूल्हे का नहीं, इलेक्ट्रीशियन का करोगे?' चंदन ने बताया कि उन्होंने उस रोल के लिए हां कहा और फिर ऑडिशन के लिए चले गए. 20-25 दिन बाद उन्हें फोन आता है और बताया जाता है कि उन्हें ऑडिशन पसंद आया, लेकिन अब उन्हें कोई और रोल करना होगा. उन्हने बताया गया कि एक लीड करैक्टर है विकास का यह सुनते ही चंदन मान गए और इस तरह इस सीरीज का खास हिस्सा बन गए.
मासकम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन
रॉय बिहार के महनार के एक गांव से आते हैं. जब वह स्कूल में थे, तो उन्हें स्कूल के ड्रमों और कम्युनिटी प्रोग्राम्स में परफॉर्म करना अच्छा लगता था, जिससे एक्टिंग में उनकी रुचि जगी. बाद में, वह हाई एजुकेशन के लिए पटना चले गए और पटना यूनिवर्सिटी से मासकम्युनिकेशन में ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की. अपने समय के दौरान, उन्होंने कॉलेज थिएटर में एक्टिव रहे. इसके बाद वह आगे की पढ़ाई करने के लिए दिल्ली चले गए जहां उन्होंने इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ मासकम्युनिकेशन शामिल हुए और रेडियो और टेलीविजन में डिप्लोमा हासिल किया.
पिता बनाना चाहते थे दरोगा
अपने शुरुआती करियर में चंदन रॉय ने बताया था कि उनके पिता दरोगा है और वह उनसे भी यही उम्मीद करते थे कि वह खुद भी दरोगा बन जाए. एक्टर का कहना है कि वह जिस समाज में रहते हैं वहां लड़कों को सम्मान सरकारी नौकरी मिल जाने से मिलता है. उन्होंने शेयर किया था कि 'पंचायत' हिट होने के बाद भी उनके माता-पिता पर कोई असर नहीं हुआ था बल्कि उनकी मम्मी चाहती थी उनका बेटा वापस आ जाए वरना उम्र निकल जाएगी और सरकारी नौकरी नहीं मिलेगी और फिर गांव में ही पान की दुकान खोलनी पड़ेगी.