Jolly LLB 3 X Review : किसानों की कहानी लेकर आया मजेदार कोर्टरूम ड्रामा, डबल जॉली का है डबल मज़ा
कुल मिलाकर कहा जा सकता है कि ‘जॉली एलएलबी 3’ इस साल की सबसे चर्चित और बेहतरीन फिल्मों में से एक बनने वाली है. इसमें आपको समाज की सच्चाई, किसानों की समस्या, सिस्टम की खामियां और कोर्टरूम की नोकझोंक सब कुछ एक साथ देखने को मिलेगा। अगर आप एंटरटेनमेंट के साथ-साथ एक दमदार मैसेज वाली फिल्म देखना चाहते हैं, तो यह फिल्म आपके लिए परफेक्ट है.

फिल्म इंडस्ट्री में जिन चुनिंदा निर्देशकों ने अपने काम से दर्शकों पर गहरी छाप छोड़ी है, उनमें सुभाष कपूर का नाम जरूर लिया जाता है. उनकी खासियत यह है कि अब तक उन्होंने जितनी भी फिल्में बनाई हैं, उनका लेखन भी खुद किया है. यानी वह सिर्फ डायरेक्शन ही नहीं करते, बल्कि कहानी गढ़ने और उसे पर्दे पर उतारने की पूरी जिम्मेदारी भी खुद उठाते हैं. यही वजह है कि उनकी फिल्मों में आपको कहानी का दम, निर्देशन की मजबूती और किरदारों की सच्चाई तीनों का अद्भुत मेल देखने को मिलता है.
उन्होंने फिल्म निर्देशन के साथ-साथ ओटीटी की दुनिया में भी कदम रखा और वेब सीरीज 'महारानी' लिखी व डायरेक्ट की. यह एक दमदार और गहरी सोच वाली सीरीज थी, लेकिन लोकप्रियता के मामले में सुभाष कपूर की 'जॉली एलएलबी' फ्रैंचाइजी सबसे आगे रही. यह फ्रैंचाइजी लोगों के दिलों में खास जगह बना चुकी है और अब दर्शकों का इंतजार खत्म होने जा रहा है. सुभाष कपूर अपनी सुपरहिट सीरीज की तीसरी किस्त 'जॉली एलएलबी 3' लेकर आ रहे हैं, जो 19 सितंबर को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है. फिल्म में अक्षय कुमार और अरशद वारसी जैसे बड़े सितारे हैं, जो दर्शकों के मनोरंजन का डबल डोज देने वाले हैं. लेकिन सिनेमाघरों में जाने से पहले नजर डाल लेते हैं, कुछ पॉजिटिव और निगेटिव रिव्यू पर.
फिल्म का एक्स रिव्यू
मूवी ट्रेड एक्सपर्ट जोगिंद्र तुतेजा ने अपने एक्स हैंडल पर फिल्म को चार स्टार देते हुए लिखा, '#जॉलीएलएलबी3 उम्मीद से कहीं बढ़कर है. जी हां, ट्रेलर से ही अंदाज़ा हो गया था कि इस बार भरपूर ड्रामा होगा और हुआ भी ऐसा ही. पूंजीपतियों द्वारा भूमि अधिग्रहण पर केंद्रित यह फिल्म कई अहम मुद्दों को उठाती है. हालांकि, #जॉलीएलएलबी फ्रैंचाइज़ी की विरासत की तरह, कहानी में कॉमेडी का भी अच्छा मिश्रण है जो फिल्म को और भी एंटरटेनमेंट बनाता है.
फिल्मी गौतम लिखते हैं, '#JollyLLB3 पिछले कुछ सालों में अक्षय कुमार की सबसे बेहतरीन फिल्म है. लगभग बेदाग!!!पहला भाग बेहतरीन था, जिससे मुझे दूसरे भाग को लेकर थोड़ी घबराहट हुई, लेकिन फिर इसने अपनी लय पकड़ ली और एक धमाकेदार अंत दिया. बेहतरीन कॉमेडी, उससे भी बेहतर इमोशन, बेमतलब के संगीत की कोई रुकावट नहीं. बस एक बेहद दिलचस्प ड्रामा, जिसमें ऐसे अभिनय हैं जो हमेशा याद रहेंगे. अक्षय, अरशद और सौरभ पिछली दो फिल्मों में शानदार प्रदर्शन करने के बावजूद उम्मीदों से बढ़कर प्रदर्शन करते हैं. गजराज राव, सीमा बिस्वास कमाल के हैं. राम कपूर ने अपना काम बखूबी किया है. सिर्फ़ हुमा कुरैशी और अमृता राव ही अपनी पूरी क्षमता का इस्तेमाल नहीं कर पाईं.
एक अन्य ने लिखा, '#JollyLLB3 देखी...कितना ज़बरदस्त कोर्टरूम सीन है. यह फिल्म किसानों को समर्पित है. यह न्याय के लिए उनकी लड़ाई के बारे में है. बेहतरीन मास्टरपीस #AkshayKumar बिल्कुल बेहतरीन.'
अब बात करें कुछ निगेटिव रिव्यू की तो, एक शख्स ने कहा, 'वैधानिक चेतावनी..#JOLLYLLB3 कॉमेडी नहीं है..अगर आप पहले 1 घंटा 37 मिनट तक बैठ सकते हैं... तो आखिरी घंटा पैसा वसूल है..कुछ डायलॉग बेहतरीन हैं.. सौरभ शुक्ला ने शो में जान डाल दी..'
आरजे दिव्य कहते है, 'एक बार देखने लायक एक अच्छी फिल्म, जिसमें एक बेहद मज़ेदार और ज़बरदस्त फिल्म बनने की पूरी क्षमता थी. जॉली एलएलबी 3 की ज़्यादातर कहानी ट्रेलर में ही सामने आ जाती है, सिवाय "जॉली बनाम जॉली" के टकराव के. कहानी जानी-पहचानी लगती है और कुछ नया नहीं पेश करती.'
पहली बार साथ नजर आए अक्षय-अरशद
अगर पीछे की ओर नजर डालें तो साल 2013 में 'जॉली एलएलबी' का पहला पार्ट रिलीज हुआ था. इस फिल्म में अरशद वारसी मुख्य भूमिका में थे और फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार प्रदर्शन किया था. इसके बाद 2017 में 'जॉली एलएलबी 2’ आई, जिसमें अक्षय कुमार ने लीड रोल निभाया. यह फिल्म भी सुपरहिट रही और दर्शकों ने इसे खूब पसंद किया. अब, 'जॉली एलएलबी 3' में पहली बार अक्षय और अरशद दोनों साथ नजर आ रहे हैं, यानी दर्शकों को एक साथ दो-दो जॉली देखने को मिलेंगे. साथ ही अमृता राव भी इस पार्ट का हिस्सा रही जो लम्बे समय के बाद सिल्वर स्क्रीन पर नजर आई हैं.
क्या है फिल्म की कहानी
कहानी की बात करें तो फिल्म का प्लॉट दो वकीलों के इर्द-गिर्द घूमता है. अरशद वारसी इस बार भी एडवोकेट जगदीश 'जॉली त्यागी' के किरदार में हैं, जबकि अक्षय कुमार एडवोकेट जगदीश्वर 'जॉली मिश्रा' का रोल निभा रहे हैं. पिछले दोनों पार्ट की तरह इस बार भी जज सुंदर लाल त्रिपाठी के रूप में सौरभ शुक्ला नजर आ रहे हैं. उनकी कॉमिक टाइमिंग और दमदार डायलॉग फिल्म की जान साबित होंगे. फिल्म की मुख्य थीम किसानों से जुड़ी समस्याओं और उनकी जमीन पर केंद्रित है. कहानी में दिखाया गया है कि कैसे बड़े-बड़े उद्योगपति अपनी ताकत और पैसे के बल पर किसानों की जमीन हड़प लेते हैं. गजराज राव इस फिल्म में हरिभाई खेतान नाम के एक ताकतवर बिजनेसमैन की भूमिका में हैं. उनका किरदार बेहद प्रभावशाली है, जो फोर्ब्स की लिस्ट में चौथे नंबर पर आता है. लेकिन उस पर गंभीर आरोप है कि उसने किसानों की जमीन गलत तरीके से हथिया ली. इस अन्याय के कारण एक किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाता है. अब सवाल यह है कि आखिरकार इस लड़ाई में जीत किसकी होगी पैसे और ताकत से लैस बड़े बिजनेसमैन की, या फिर सच्चाई और इंसाफ की लड़ाई लड़ने वाले दो मामूली वकीलों की? यही रोमांच फिल्म को और भी दिलचस्प बनाता है.