दोस्त की जान बचाने से लेकर क्रिकेटर बनने तक, Irrfan Khan से जुड़े ये किस्से कर देंगे आपको भी इमोशनल
इरफान खान की तारीफ में जितनी कसीदे पढ़े जाए, कम ही होंगे. शायद ही इंडस्ट्री में इरफान के बाद दूसरा एक्टर होगा, जो अपनी आंखों से सब कुछ बयां कर दें. कैंसर के चलते उन्होंने इस दुनिया से अलविदा कहा. आज भी लोगों के जहन में इरफान की हर एक याद ताजा हैं.

इरफान खान बॉलीवुड का वो नाम जो सिर्फ एक एक्टर नहीं, बल्कि एक लिजेंड थे. उनका हर रोल, हर डायलॉग ऐसा लगता था जैसे सीधा दिल में उतर जाए. इरफान की एक्टिंग में वो गहराई थी जो शायद बहुत कम लोग ला पाते हैं. उनकी आंखों में एक अद्भुत सी शांति और दर्द का मेल था, जो किसी भी किरदार को असलियत की तरह महसूस कराता था.
चाहे वो मैकसिमम ड्रामा हो या सिम्पल सी कॉमेडी इरफान ने सब कुछ इतनी आसानी से किया कि लगता था ये सब उन्हीं के लिए लिखा गया था. उनकी हर फिल्म एक मास्टरपीस थी और अब उनके जाने के बाद भी उनकी एक्टिंग का असर ज़िंदगी भर रहेगा. चलिए जानते हैं एक्टर से जुड़े अनसुने किस्से.
क्रिकेटर बनना चाहते थे इरफान
इरफान क्रिकेटर बनना चाहते थे, लेकिन जिंदगी ने उनके लिए कुछ और ही सोच रखा था. उन्हें कर्नल सीके नायडू टूर्नामेंट में खेलने के लिए चुना गया. इस समय इरफान की उम्र 23 से कम होगी. उन्हें जयपुर से अजमेर जाना था और इसके लिए 200-250 रुपये की जरूरत थी, लेकिन वह पैसे नहीं जुटा सके. इसलिए उन्हें यह फील्ड छोड़नी पड़ी.
पतंग उड़ाने के शौकीन थे इरफान
इरफान खान को पतंग उड़ाने का बहुत शौक था. जैसे ही उन्हें थोड़ी सी भी फुर्सत मिलती वह पतंग की डोरी पकड़ने की सोचते और आकाश में उसे उड़ाने के लिए निकल पड़ते थे. अपने इस शौक पर इरफान ने कहा था कि 'यह पतंग एक नाजुक सा कागज है, जो हवा में उड़ता है, और इसके साथ एक पतली सी डोरी है जो मेरे हाथ में है. इसका मतलब है कि आप जिंदगी में जितना नैचुरल रहेंगे, वह आपको उतनी ही ऊंचाइयों पर ले जाएगा.'
जब बचाई थी दोस्त की जान
हैदर अली और इरफान खान की दोस्ती बचपन से ही बहुत गहरी थी. दोनों ने स्कूल और कॉलेज साथ में बिताए थे. खेल-खेल में एक-दूसरे का साथ दिया. हैदर ने जयपुर से इकोनॉमिक्स और इरफान ने उर्दू में मास्टर किया था. एक दिन दोनों दोस्त कॉलेज से घर लौट रहे थे. रास्ते में अचानक हैदर को बिजली का करंट लग गया और वह तड़पने लगे. चारों ओर लोग थे, लेकिन कोई भी मदद के लिए नहीं आया था. उस समय इरफान ने हैदर की जान बचाई थी.