मैं चाहता हूं कि मरते दम तक.... बॉलीवुड के ही-मैन Dharmendra की आखिरी इच्छा क्या थी?
बॉलीवुड के ही-मैन धर्मेंद्र का पुराना इंटरव्यू इन दिनों फिर चर्चा में है, जिसमें उन्होंने साफ कहा था कि वह 'मरते दम तक काम करना चाहते हैं.' 1983 की बातचीत में उन्होंने फिल्मी सफर में मिले संघर्ष, कम होती मीडिया कवरेज और अपने जूनून पर खुलकर बात की थी. धर्मेंद्र ने स्वीकार किया था कि वे खुद को हमेशा एक 'न्यूकमर' की तरह मेहनती रखना चाहते हैं. उनका यह जज़्बा और समर्पण आज भी उन्हें बॉलीवुड के सबसे प्रेरणादायक कलाकारों में शामिल करता है.
Dharmendra Deol last wish: बॉलीवुड के ही-मैन धर्मेंद्र अब इस दुनिया में नहीं हैं. उनका 24 नवंबर को 89 साल की उम्र में मुंबई स्थित घर में निधन हो गया. आज जब वे जिंदा नहीं हैं, तो लोगों के मन में सवाल उठ रहे हैं कि क्या उनकी कोई आखिरी इच्छा थी और अगर थी तो क्या वह पूरी हुई है... तो इसका जवाब है- हां. उनकी आखिरी इच्छा पूरी हुई है.
दरअसल, 1983 में एक इंटरव्यू में धर्मेंद्र ने कहा था कि वे मरते दम तक काम करना चाहते हैं. उन्होंने रिटायरमेंट के बारे में कभी नहीं सोचा है. उनका कहना था- मैं आखिरी सांस तक काम करना चाहता हूं. यह बात उनकी सच साबित हुई.
आज ही धर्मेंद्र की आखिरी फिल्म 'इक्कीस' से उनका लुक जारी हुआ था. अफसोस की बात है कि आज ही उन्होंने इस दुनिया को अलविदा कह दिया. 'इक्कीस' 25 दिसंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होगी. इसमें अमिताभ बच्चन के नाती अगस्त्य नंदा भी नजर आएंगे.
न्यूकमर बने रहना चाहते थे धर्मेंद्र
धर्मेंद्र का सपना था कि वह बूट्स पहने दम तोड़े. यह उनकी मेहनत, काम के प्रति प्यार और सिनेमा के लिए जीवन भर की लगन को दर्शाता है. धर्मेंद्र ने कहा था कि उन्होंने जानबूझकर काम कम किया है, लेकिन उनका फिल्मी सफर खत्म नहीं हुआ है. उन्होंने माना कि वे 'न्यूकमर' बने रहना चाहते हैं और अभी भी बहुत कुछ सीखना चाहते हैं.
काम ही पूजा है: धर्मेंद्र
धर्मेंद्र का कहना था कि काम ही पूजा है. चाहे ज़िंदगी का पड़ाव जितना भी बदल जाए, एक्टिंग उनकी पहचान बनी रहेगी. उम्र बढ़ने पर भी उनका जुनून कम नहीं हुआ, और उन्होंने अपने फैंस को एक भरोसेमंद साथी माना. उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था, “मेरी सबसे बड़ी चिंता यह है कि मेरे फैंस मुझे भूल न जाएं.”
काम करना ही हमारी जिंदगी है: बॉबी देओल
धर्मेंद्र के बेटे बॉबी देओल ने तीन साल पहले बताया था कि उनके पिता ने कभी कहा था कि 70 की उम्र के बाद उन्हें काम मिलना बंद हो जाएगा, लेकिन बॉबी बताते हैं, “अब वे 86 की उम्र में भी एक्टिव हैं और कहते हैं कि वह ‘अंतिम सांस तक’ काम करना चाहते हैं.” यह सोच बॉबी को भी प्रेरित करती है. उनका कहना है- मैं भी उसी जुनून को लेकर जीता हूं. काम करना ही हमारी ज़िंदगी है.





