IPO से नेक्स्ट लेवल पर जाने की तैयारी में PhysicsWallah! अलख पांडे और प्रतीक माहेश्वरी की कितनी है संपत्ति
एडटेक कंपनी फिजिक्सवाला (PhysicsWallah) के आईपीओ ने इसके संस्थापक अलख पांडे और प्रतीक माहेश्वरी को अरबपति बना दिया है. 103-109 रुपये प्रति शेयर के प्राइस बैंड पर कंपनी की वैल्यूएशन 31,170 करोड़ रुपये आंकी गई है
एक यूट्यूब चैनल से लेकर इस महीने के अंत में सार्वजनिक आईपीओ लिस्टिंग तक, 'फिजिक्सवाला' भारत का पहला आईपीओ लॉन्च करने के लिए तैयार है. अलख पांडे और प्रतीक माहेश्वरी द्वारा स्थापित इस स्टार्टअप ने शिक्षा के क्षेत्र में अपनी पहुंच का विस्तार करने में बड़ी कामयाबी हासिल की है. इस काम को कम कीमत वाले पाठ्यक्रमों और वर्षों में निर्मित एक मजबूत सोशल मीडिया कम्युनिटी के दम पर पूरा कर दिखाया है.
अलख पांडे और प्रतीक माहेश्वरी ने सिर्फ कॉलेज परीक्षाओं के लिए फिजिक्स पढ़ाने के मकसद से एक यूट्यूब चैनल शुरू किया था. दोनों यह सोचा नहीं था कि एक दिन वो अरबपतियों की सूची में दर्ज हो जाएंगे. लेकिन भारत की सबसे चर्चित एडटेक कंपनियों में से एक के रूप में उभरी PhysicsWallah ने ऐसा कर दिखाया है. दोनों ने अपनी लगन और दृष्टि से साबित कर दिया है कि डिजिटल युग में “knowledge + scale = wealth” हो सकता है.
एडटेक कंपनी 'फिजिक्सवाला' की प्राइस बैंड की वैल्यूएशन 103-109 रुपये प्रति शेयर के हिसाब से 31,170 करोड़ रुपये आंकी गई है. दोनों संस्थापकों के पास 72 फीसदी हिस्सेदारी है.
आईपीओ को वैल्यूएशन 29 फीसदी ज्यादा
अब 'फिजिक्सवाला' 109 रुपये प्रति शेयर के मूल्य पर 3.6 अरब डॉलर के मूल्यांकन का लक्ष्य तय किया है, जो 4.2 अरब डॉलर के मूल्यांकन से कम है. कंपनी के निवेशकों ने फरवरी में एक छोटे से द्वितीयक लेनदेन में शेयर खरीदे थे. सितंबर 2024 में 2.8 बिलियन डॉलर के मूल्यांकन पर जुटाए गए 210 मिलियन डॉलर के पिछले बड़े निवेश की तुलना में, इस आईपीओ का मूल्यांकन लगभग 29% अधिक है.
11 नवंबर को खुलेगा कंपनी का आईपीओ
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक 3,480 करोड़ रुपये का यह आईपीओ 11 नवंबर को बोली के लिए खुलेगा. वेस्टब्रिज कैपिटल और लाइटस्पीड वेंचर पार्टनर्स समर्थित यह कंपनी नए शेयर जारी करके 3,100 करोड़ रुपये जुटा रही है. जबकि संस्थापक पांडे और माहेश्वरी 380 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी बेच रहे हैं. आईपीओ के बाद कंपनी में उनकी लगभग 72% हिस्सेदारी होगी.
अलख पांडे और माहेश्वरी ने एक साक्षात्कार में कहा, "अन्य (एडटेक) कंपनियों ने मार्केटिंग और बिक्री में समय लगाया. हम शिक्षा और परिणामों को लेकर बहुत सजग हैं. हम उच्च विकास के दौर में सूचीबद्ध होना चाहते थे और सूचीकरण लाभ को दूसरों के साथ साझा करना चाहते थे. हम कभी नहीं चाहते थे कि यह (आईपीओ) हमारे मौजूदा निवेशकों के लिए एक निकास घटना बने और हम अपने भावी निवेशकों के लिए भी धन सृजन करना चाहते थे."
कोई भी निवेशक नहीं बेच रहा हिस्सेदारी
फिलहाल, आईपीओ का आकार 3,820 करोड़ रुपये से घटाकर 3,480 करोड़ रुपये कर दिया गया है, क्योंकि ऑफर फॉर सेल (ओएफएस) घटक में कमी की गई है, जो शुरू में 720 करोड़ रुपये था.
फिजिक्स वाला का विचार शुरू से ही अपनी पहुंच बढ़ाने के लिए कीमतें कम रखना रहा है. उदाहरण के लिए, इसके सबसे बुनियादी ऑनलाइन पाठ्यक्रमों की औसत कीमत 4,000 रुपये है. हालांकि, घाटे में चल रहा यह स्टार्टअप अपनी लाभप्रदता में सुधार लाने और अपने भुगतान करने वाले उपयोगकर्ताओं से अधिक राजस्व प्राप्त करने के प्रयासों के तहत कुछ मूल्यवर्धित सेवाएं प्रदान करना शुरू कर दिया है.
फिजिक्स वाला के मुताबिक कंपनी आगे चलकर और भी ऑफलाइन केंद्र जोड़ेगा. पांडे ने कहा, "विकास कभी भी एक चुनौती नहीं रहा है."





