जाइमा रहमान कौन, जिन्हें माना जा रहा है बांग्लादेश की अगली बड़ी नेता?

बांग्लादेश की राजनीति में उठापटक के बीच एक नया नाम जाइमा रहमान सुर्खियों में है. उन्होंने लंदन में रहकर बैरिस्टरी की पढ़ाई की है. लोग यह जानना चाह रहे हैं कि कौन हैं जाइमा, क्यों उन्हें अगली पीढ़ी की बड़ी नेता के तौर पर देखा जा रहा है. मौजूदा संकट में उनका क्या महत्व है?;

( Image Source:  zaima rahman facebook )

बांग्लादेश डेढ़ साल से राजनीतिक अनिश्चितता, सत्ता संघर्ष और कट्टरपंथ की आशंकाओं के दौर से गुजर रहा है. इस बीच एक नया नाम लगातार चर्चा में है. वो नाम है जाइमा रहमान का. उन्हें देश की अगली पीढ़ी की राजनीति का चेहरा माना जा रहा है. समर्थकों का दावा है कि वह बदलाव और स्थिरता दोनों का प्रतीक बन सकती हैं. जबकि आलोचक इसे वंशवादी राजनीति की अगली कड़ी बता रहे हैं.

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अहम सवाल यह है कि जाइमा रहमान कौन हैं, उनकी राजनीतिक पृष्ठभूमि क्या है और क्यों मौजूदा संकट में उनका नाम तेजी से उभर कर सामने आया है. 

फ्यूचर लीडर

दरअसल, 17 साल बाद बीएनपी नेता तारीक रहमान की बांग्लादेश में वापसी के साथ ही जाइमा रहमान भी सुर्खियों में आ गई हैं. वह बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) के लिए एक नए बदलाव के प्रतीक के रूप में उभर कर सामने आई हैं. फरवरी 2026 में बांग्लादेश में आम चुनाव होने वाले हैं और तारिक रहमान एक नई छवि बनाने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में जाइमा एक अहम चेहरा हो सकती हैं, खासकर युवाओं के बीच.

जाइमा रहमान की फेसबुक पोस्ट में लिखा है, "मैं अपनी जड़ों को सींचना और संवारना कभी नहीं भूली." उनके इस पोस्ट ने रहमान परिवार की तीन पीढ़ियों के रिश्ते को लोगों की यादों में ताजा कर दिया. लोग उनके इस पोस्ट को खूब तारीफ कर रहे हैं.

खालिदा जिया को क्यों कहा 'दादू'

गुरुवार को अपने पिता BNP के असल मुखिया तारिक रहमान के साथ लंदन से बांग्लादेश लौटीं जाइमा रहमान ने पोस्ट में अपनी दादी और बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को 'दादू' कहकर संबोधित किया है.

दरअसल, तारिक रहमान बांग्लादेश की राजनीति में एक नया खिलाड़ी लाए हैं. देश भर में उनके समर्थक तारिक रहमान, उनकी पत्नी ज़ुबैदा, खालिदा जिया के बेटे और जाइमा का स्वागत करने के लिए ढाका की सड़कों पर उमड़ पड़े. उस दिन, लंदन से पढ़ी-लिखी बैरिस्टर जाइमा ने न सिर्फ बांग्लादेश के आसमान में चुपचाप एंट्री की, बल्कि आते ही वहां की राजनीति का भी हिस्सा बन गई हैं. 

कौन हैं जाइमा रहमान?

जाइमा रहमान BNP चेयरपर्सन तारिक रहमान की इकलौती बेटी हैं और साथ ही देश के दो सबसे प्रमुख राजनीतिक नेताओं, खालिदा जिया और दिवंगत राष्ट्रपति जियाउर रहमान की पोती भी. उन्होंने यूनाइटेड किंगडम से बैरिस्टर की पढ़ाई की है और पिछले 17 सालों से ज्यादातर समय बांग्लादेश से बाहर रही हैं. अपने परिवार के कई सदस्यों के उलट, जाइमा को राजनीति का ज्यादा अनुभव नहीं है. उन्होंने न तो पार्टी में कोई औपचारिक पद संभाला है और न ही चुनाव लड़ा है.

जाइमा पहली बार तब सुर्खियों में आईं जब वह 6 साल की थीं. उस समय, वह 2001 के राज्य राष्ट्रीय चुनावों में खालिदा जिया के साथ वोटिंग सेंटर गई थीं. BNP ने चुनाव जीता, और उनकी दादी प्रधानमंत्री बनीं.

2021 में, अवामी लीग के मंत्री मुराद हसन द्वारा उनके खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद जाइमा ने राष्ट्रीय स्तर पर ध्यान खींचा. बाद में उन्हें इस्तीफा देना पड़ा और मानहानि के लिए उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया. छात्र-नेतृत्व वाले हिंसक जुलाई विरोध प्रदर्शन के बाद उन्होंने अपनी पहली राजनीतिक बातें कहीं, जब उन्होंने अपने पिता, तारिक रहमान के साथ कार्यक्रमों में जाना शुरू किया. इस साल नवंबर में, उन्होंने अन्य पार्टी नेताओं के साथ BNP की अपनी पहली बैठक में हिस्सा लिया था.

बता दें कि फरवरी 2026 में बांग्लादेश में आम चुनाव होने वाले हैं. फिलहाल, वह तारिक रहमान एक नई छवि बनाने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में जाइमा एक अहम चेहरा हो सकती हैं. खासकर युवाओं के बीच.

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