अपने देश वापस जाओ... पत्रकार मेहदी हसन पर भड़कीं ट्रंप समर्थक लॉरा लूमर, कहा- Vance की पत्नी मुस्लिम होतीं तो वे VP नहीं बनते

अमेरिका में ट्रंप समर्थक लॉरा लूमर और पत्रकार मेहदी हसन के बीच ज़ोरदार जुबानी जंग छिड़ गई है. विवाद तब शुरू हुआ जब उपराष्ट्रपति JD Vance ने मुस्लिम उम्मीदवार ज़ोहरान ममदानी के 9/11 भेदभाव वाले बयान का मज़ाक उड़ाया. लूमर ने वांस का बचाव करते हुए कहा कि हमारी दिक्कत इस्लाम से है, ब्राउन लोगों से नहीं. इस पर मेहदी हसन ने पलटवार करते हुए कहा कि भारत इस्लामिक देश नहीं है. इस बयानबाज़ी ने अमेरिकी राजनीति में धर्म और नस्ल की बहस को फिर से भड़का दिया है.;

( Image Source:  ANI )
Edited By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 26 Oct 2025 8:08 PM IST

US Islamophobia debate: अमेरिका में मुस्लिम विरोधी टिप्पणियों को लेकर एक नया बवाल मच गया है. ट्रंप समर्थक फार-राइट एक्टिविस्ट लॉरा लूमर और पत्रकार मेहदी हसन के बीच सोशल मीडिया पर ज़बरदस्त बहस छिड़ गई है. मामला तब शुरू हुआ जब अमेरिकी उपराष्ट्रपति जे.डी. वांस ने न्यूयॉर्क सिटी के मेयर पद के उम्मीदवार ज़ोहरान ममदानी के 9/11 के बाद मुस्लिमों के साथ हुए भेदभाव के बयान का मज़ाक उड़ाया.

कैसे शुरू हुआ विवाद?

पत्रकार मेहदी हसन ने X पर वांस के इस रवैये की आलोचना करते हुए लिखा, “सोचिए, आप एक ब्राउन महिला के पति हैं, मिश्रित नस्ल के बच्चे हैं, और फिर भी आप सार्वजनिक रूप से दूसरे ब्राउन लोगों का मज़ाक उड़ाते हैं जब वे नस्लवाद पर अपने अनुभव साझा करते हैं.” उन्होंने आगे लिखा, “वांस एक बेहद खराब इंसान हैं.” मेहदी हसन का इशारा वांस की पत्नी उषा वांस की ओर था, जो भारतीय मूल की हिंदू वकील हैं.

लॉरा लूमर की एंट्री और विवादित बयान

हसन की पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए लॉरा लूमर ने लिखा, “JD Vance की पत्नी मुस्लिम नहीं हैं. अगर होतीं, तो वे कभी उपराष्ट्रपति नहीं बन पाते क्योंकि MAGA (ट्रंप समर्थक समूह) किसी मुस्लिम को व्हाइट हाउस में कभी सपोर्ट नहीं करेगा. क्या आपको लगता है कि हिंदू और मुस्लिम एक जैसे हैं?”

लूमर ने आगे कहा, “उषा वांस एक प्रतिभाशाली हिंदू अमेरिकी हैं. हमारी समस्या ब्राउन लोगों से नहीं, बल्कि इस्लाम से है.”

विवाद की जड़ बना जोहरान ममदानी का बयान

यह पूरा विवाद उस वक्त शुरू हुआ जब ज़ोहरान ममदानी ने ब्रॉन्क्स की एक मस्जिद के बाहर मुस्लिम समुदाय के नेताओं के साथ 9/11 के बाद हुए भेदभाव पर अपने अनुभव साझा किए. उन्होंने कहा, “मेरी चाची ने 9/11 के बाद मेट्रो में जाना बंद कर दिया था क्योंकि हिजाब पहनने पर उन्हें डर लगता था.”

ममदानी ने यह भी बताया कि राजनीति में आने से पहले उन्हें सलाह दी गई थी कि वे अपने धर्म को निजी रखें. इस पर वांस ने तंज कसते हुए कहा, “ज़ोहरान के मुताबिक, 9/11 की असली शिकार उनकी आंटी हैं, जिन्हें बस कुछ बुरी निगाहों का सामना करना पड़ा.”

मेहदी हसन और लूमर में तीखी बहस

विवाद बढ़ने पर लॉरा लूमर ने मेहदी हसन पर हमला बोलते हुए लिखा, “तुम मुस्लिम इमिग्रेंट हो, अपने देश वापस जाओ. UK या उन इस्लामिक देशों में चले जाओ जहां से तुम्हारे माता-पिता आए थे.” हसन ने पलटवार करते हुए जवाब दिया, “मेरे माता-पिता भारत से हैं, जो किसी भी हाल में इस्लामिक देश नहीं है. तुम्हारा ज्ञान और समझ एक गुस्सैल बच्चे जितना है.”

सोशल मीडिया पर गरमाया माहौल

यह विवाद अब सोशल मीडिया पर अमेरिका की धार्मिक असहिष्णुता और राजनीतिक ध्रुवीकरण की नई मिसाल बन गया है. जहां मेहदी हसन को कई पत्रकारों और मानवाधिकार कार्यकर्ताओं का समर्थन मिला है, वहीं लॉरा लूमर को ट्रंप समर्थक धड़ों से खुला बैकअप मिल रहा है.

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