कितने बीमार हैं अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप? जेडी वांस के बयान से तेज हुई अटकलें, डॉक्टर जता चुके हैं ये आशंका
डोनाल्ड ट्रंप के स्वास्थ्य पर उठ रहे सवाल और अटकलें दो प्रमुख कारणों से हैं - एक, उनके पैरों की नसों से जुड़ी बीमारी क्रॉनिक वेनस इंसफिशिएंसी, और दूसरा, फ्रंटोटेम्पोरल डिमेंशिया के संकेत. उपराष्ट्रपति जेडी वांस ने ट्रंप की कार्यकुशलता की पुष्टि की है और कहा कि अगर कोई अप्रत्याशित घटना होती है तो वह जिम्मेदारी संभालने को तैयार हैं. हालांकि विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि ट्रंप में डिमेंशिया के लक्षण स्पष्ट हैं, जो उनके व्यवहार, बोलने और शारीरिक क्षमता को प्रभावित कर सकते हैं.

अमेरिका के राष्ट्रपति 79 वर्षीय डोनाल्ड ट्रंप को लेकर हाल ही में स्वास्थ्य संबंधी चर्चाओं ने जोर पकड़ लिया है. सोशल मीडिया और मीडिया रिपोर्ट्स में उनके स्वास्थ्य को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं. कुछ रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया कि ट्रंप ने अपनी बीमारी को छिपाने के लिए मेकअप का सहारा लिया. ट्रंप के स्वास्थ्य को लेकर चर्चा नई नहीं है. पिछले महीने ही रिपोर्ट आई थी कि उन्हें नसों से जुड़ी एक बीमारी क्रॉनिक वेनस इंसफिशिएंसी (Chronic Venous Insufficiency) है.
व्हाइट हाउस के चिकित्सक कैप्टन शॉन बारबाबेला के अनुसार, यह स्थिति सामान्य है और विशेष रूप से 70 वर्ष से ऊपर के व्यक्तियों में पाई जाती है. क्रॉनिक वेनस इंसफिशिएंसी में पैरों की नसें (veins) खून को हृदय की ओर वापस भेजने में सक्षम नहीं होतीं, जिससे खून पैरों में जमा हो जाता है. इस कारण पैरों में सूजन, थकान और कभी-कभी दर्द जैसी समस्याएं होती हैं. विशेषज्ञों का कहना है कि यह बीमारी गंभीर नहीं है, लेकिन इसे नजरअंदाज करना भी सही नहीं माना जाता.
जेडी वांस के बयान से तेज हुई बहस
हालांकि, स्वास्थ्य को लेकर बहस तब और तेज हुई जब अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वांस (JD Vance) ने कहा कि अगर कोई अप्रत्याशित घटना होती है, तो वह राष्ट्रपति पद की जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार हैं. हालांकि वांस ने ट्रंप की कार्यक्षमता और ऊर्जा की जमकर तारीफ की. USA Today से बातचीत में वांस ने बताया, "राष्ट्रपति अत्यंत अच्छे स्वास्थ्य में हैं. वे सबसे आखिरी सोते हैं और सुबह सबसे पहले उठकर कॉल करते हैं. उनका काम करने का अंदाज बेहद प्रेरक और सक्रिय है." वांस ने यह भी कहा कि उनके पिछले 200 दिनों का अनुभव उन्हें किसी अप्रत्याशित स्थिति में जिम्मेदारी संभालने के लिए तैयार करता है.
ट्रंप में फ्रंटोटेम्पोरल डिमेंशिया के लक्षण
लेकिन स्वास्थ्य चर्चा केवल शारीरिक बीमारी तक सीमित नहीं रही. हाल ही में दो प्रसिद्ध चिकित्सीय मनोवैज्ञानिकों, डॉ. हैरी सेगल (Dr. Harry Segal) और डॉ. जॉन गार्टनर (Dr. John Gartner) ने ट्रंप के मानसिक स्वास्थ्य पर चिंता जताई. द मिरर (The Mirror) की रिपोर्ट के अनुसार, उनके विश्लेषण में ट्रंप में फ्रंटोटेम्पोरल डिमेंशिया (Frontotemporal Dementia) के लक्षण दिखाई दे रहे हैं. यह डिमेंशिया का दुर्लभ प्रकार है, जो मुख्य रूप से मस्तिष्क के सामने और बगल के हिस्सों को प्रभावित करता है और धीरे-धीरे बढ़ता है.
विशेषज्ञों के अनुसार, फ्रंटोटेम्पोरल डिमेंशिया में मुख्य रूप से व्यवहार, सामाजिक क्षमता, बोलने और भाषा संबंधी समस्याएं सामने आती हैं. ट्रंप के सार्वजनिक व्यवहार और भाषण शैली में आने वाली असामान्यताएं इस रोग के संकेत मानी जा रही हैं. इसके अलावा उनके शारीरिक गतिविधियों में कमी और संतुलन बनाए रखने में कठिनाई भी इस बीमारी से जुड़ी संभावित समस्याओं को दर्शाती हैं.
बार-बार लड़खड़ा रहे थे ट्रंप
डॉ. गार्टनर ने अपने शो “Shrinking Trump” के नए एपिसोड में ट्रंप और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अलास्का मुलाकात के वीडियो का विश्लेषण किया. वीडियो में ट्रंप सीधे चलने में असमर्थ दिखे, कालीन पर बार-बार लड़खड़ा रहे थे और दाहिने पैर के झुकने के कारण संतुलन बनाए रखने की लगातार कोशिश कर रहे थे. यह सभी संकेत फ्रंटोटेम्पोरल डिमेंशिया के संभावित प्रभाव के रूप में देखे जा रहे हैं.
डॉ. गार्टनर ने चेतावनी दी कि ट्रंप एक से अधिक प्रकार के डिमेंशिया से प्रभावित हो सकते हैं. उनका कहना है कि इससे न केवल उनका व्यवहार बदल सकता है बल्कि बोलने और शारीरिक गतिविधियों पर भी असर पड़ेगा. विशेषज्ञों का तर्क है कि उम्र के साथ मस्तिष्क और नसों की कार्यप्रणाली धीरे-धीरे कमजोर होती है, और ट्रंप के मामले में यह सामान्य उम्र संबंधी बदलाव से कहीं अधिक गंभीर दिखाई दे रहे हैं.
बढ़ती उम्र की बीमारियां या कुछ और?
क्रॉनिक वेनस इंसफिशिएंसी और फ्रंटोटेम्पोरल डिमेंशिया दोनों ही स्थितियां उम्र के साथ सामान्य रूप से विकसित हो सकती हैं, लेकिन ट्रंप के सार्वजनिक और वीडियो में दिखाए गए व्यवहार ने विशेषज्ञों और जनता में स्वास्थ्य पर सवाल खड़े कर दिए हैं. ट्रंप के कार्यशैली और सार्वजनिक उपस्थितियों की लगातार निगरानी और विश्लेषण से ही उनकी वास्तविक स्वास्थ्य स्थिति के बारे में निष्कर्ष निकाला जा सकता है.
इस बीच, अमेरिकी मीडिया में ट्रंप के स्वास्थ्य को लेकर लगातार बहस जारी है. सोशल मीडिया पर उनके हाथ और पैरों की फोटोज़ वायरल हुई हैं, जिसमें कुछ लोग यह दावा कर रहे हैं कि ट्रंप ने बीमारी छुपाने के लिए मेकअप का सहारा लिया. विशेषज्ञों का मानना है कि यह केवल अफवाह नहीं है बल्कि ट्रंप के सार्वजनिक व्यवहार और वीडियो के विश्लेषण पर आधारित चिंताएं हैं.
ट्रंप के स्वास्थ्य को लेकर अमेरिका में विभिन्न राजनीतिक और मीडिया विश्लेषक भी लगातार चर्चा कर रहे हैं. क्रॉनिक वेनस इंसफिशिएंसी जैसी बीमारी और फ्रंटोटेम्पोरल डिमेंशिया के संकेतों ने स्वास्थ्य को लेकर बहस को और अधिक तेज कर दिया है. विशेषज्ञों का कहना है कि यह आवश्यक है कि ट्रंप के स्वास्थ्य पर लगातार निगरानी की जाए ताकि किसी भी अप्रत्याशित स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहा जा सके.