दोस्त हो तो ऐसा! शहीद भारतीय विंग कमांडर नमांश को रूसी विमानों ने ऐसे दिया ट्रिब्यूट, हर भारतीय बोल रहा- Thanks Russia

दुबई एय शो के दौरान तेजस विमान क्रैश हो गया था, जिसमें भारतीय विंग कमांडर नमांश शहीद हो गए थे. भारतीय विंग कमांडर को अब रूसी विमानों ने ऐसे ट्रिब्यूट दिया है कि हर भारतीय रूस का धन्यवाद कर रहा है. सोशल मीडिया पर भी इसका वीडियो काफी वायरल हो रहा है.;

( Image Source:  X/@GeostratB )
Edited By :  विशाल पुंडीर
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दुबई एयर शो में तेजस लड़ाकू विमान दुर्घटना में शहीद हुए भारतीय वायुसेना के पायलट विंग कमांडर नमांश स्याल को रूस ने एक विशेष हवाई श्रद्धांजलि के साथ याद किया. रूस की मशहूर रूसी नाइट्स एयरोबेटिक्स टीम ने उनके सम्मान में प्रसिद्ध ‘मिसिंग मैन फॉर्मेशन’ का प्रदर्शन किया, जो किसी पायलट के अंतिम बलिदान को नमन करने की एयर फ़ोर्स परंपरा है.

21 नवंबर को हुए इस भावुक क्षण का वीडियो रूसी सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म VK पर साझा किया गया. इस हादसे ने वैश्विक विमानन जगत को झकझोर दिया, वहीं भारतीय वायुसेना ने देश के इस श्रेष्ठ फाइटर पायलट को पूरे सैन्य सम्मान के साथ विदाई दी.

रूसी नाइट्स का ट्रिब्यूट

रूसी नाइट्स ने अपने संदेश में तेजस हादसे को “वर्णन करना असंभव” बताया. टीम ने कहा कि एयर शो के अंतिम दिन उनका प्रदर्शन उन भाइयों की स्मृति में था जो अंतिम उड़ान से वापस नहीं लौटे थे. विंग कमांडर स्याल शुक्रवार को दुबई एयर शो में कम ऊंचाई पर नेगेटिव जी टर्न के दौरान तेजस विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने से शहीद हो गए थे.

अमेरिकी पायलट का भावनात्मक पोस्ट

अमेरिकी एरोबैटिक पायलट टेलर “फेमा” हिएस्टर ने इंस्टाग्राम पर लिखा कि टीम ने स्याल की श्रद्धांजलि में अपने दूसरे दिन का अंतिम प्रदर्शन रद्द कर दिया. उन्होंने लिखा "दो साल तक इस काम को करने के बाद, यह हमारी टीम के लिए पहली बार था और यह सीजन के हमारे अंतिम प्रदर्शन से ठीक पहले हुआ. हम सबने एक साथ और अलग-अलग, दूर से चुपचाप उस घटना को देखा और खाली पार्किंग स्थल के बगल वाले रैंप पर खड़े भारतीय रखरखाव दल के बारे में सोचा, विमान की सीढ़ी ज़मीन पर रखी थी, पायलट का सामान अभी भी उसकी किराये की कार में था. मुझे लगता है कि हम में से हर एक ने अपनी नई वास्तविकता के बारे में सोचा जो एक पल में सामने आ गई.”

सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई

स्याल का अंतिम संस्कार हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा स्थित उनके पैतृक गांव में रविवार को किया गया. उनका पार्थिव शरीर पहले तमिलनाडु के सुलूर वायुसेना अड्डे लाया गया, जहां उन्हें पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम सलामी दी गई. भारतीय वायुसेना ने उन्हें एक “समर्पित लड़ाकू पायलट” और ऐसी शख्सियत बताया जिन्होंने “अटूट प्रतिबद्धता, असाधारण कौशल और अदम्य कर्तव्यनिष्ठा” के साथ राष्ट्र की सेवा की.

तेजस से जुड़ी दूसरी दुर्घटना

शुक्रवार की यह दुर्घटना दो साल से कम समय में स्वदेशी तेजस लड़ाकू विमान से जुड़ी दूसरी बड़ी घटना है. इससे पहले, 12 मार्च 2024 को पोखरण में ‘भारत शक्ति’ सैन्य अभ्यास से लौटते समय जैसलमेर में एक आवासीय इलाके के पास तेजस विमान दुर्घटनाग्रस्त हुआ था.

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