इंडो पैसिफिक में लिखी जाएगी 21वीं सदी की कहानी, भारत होगा केंद्र... मार्को रूबियो का बड़ा बयान; लेकिन इस मंत्री ने फिर दी धमकी
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि भारत आज अमेरिका के सबसे महत्वपूर्ण रिश्तों में से एक है और इंडो-पैसिफिक के भविष्य में इसकी अहम भूमिका होगी. सर्जियो गोर को भारत का नया अमेरिकी राजदूत नियुक्त किया जा रहा है, जो अब तक के सबसे युवा राजदूत होंगे. वहीं, अमेरिकी वाणिज्य सचिव हॉवर्ड लुटनिक ने इशारा किया कि भारत के रूस से तेल खरीदना बंद करने के बाद ही व्यापार समझौता आगे बढ़ेगा. पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच हाल की गर्मजोशी भरी बातचीत ने रिश्तों में नए सकारात्मक संकेत दिए हैं.;
India Us Relations: अमेरिका-भारत रिश्तों को लेकर इस हफ्ते कई अहम बयान सामने आए हैं. अमेरिकी सेक्रेटरी ऑफ स्टेट (विदेश मंत्री) मार्को रूबियो ने गुरुवार को कहा कि आज की तारीख में भारत अमेरिका के लिए दुनिया के सबसे अहम रिश्तों में से एक है. दोनों देशों के बीच संबंध 'असाधारण बदलाव' के दौर से गुजर रहे हैं. रूबियो अमेरिकी सीनेट की फॉरेन रिलेशंस कमिटी के सामने भारत में अमेरिकी राजदूत-नामित सर्जियो गोर का परिचय करा रहे थे. उन्होंने कहा कि गोर लंबे समय से राष्ट्रपति ट्रंप के करीबी सहयोगी रहे हैं और इस नाते भारत जैसे रणनीतिक अहमियत वाले देश में उनकी नियुक्ति बेहद महत्वपूर्ण होगी.
38 वर्षीय गोर को पिछले महीने राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत का अगला राजदूत और साउथ एवं सेंट्रल एशिया का विशेष दूत नियुक्त करने की घोषणा की थी. अगर उनकी नियुक्ति कन्फर्म हो जाती है तो वे भारत में सबसे युवा अमेरिकी राजदूत होंगे.
'21वीं सदी की कहानी 'इंडो-पैसिफिक' में लिखी जाएगी'
रूबियो ने कहा कि 21वीं सदी की कहानी 'इंडो-पैसिफिक' में लिखी जाएगी और भारत उसका केंद्र है. उन्होंने यह भी कहा कि आने वाले समय में अमेरिका और भारत को यूक्रेन संकट समेत क्षेत्रीय चुनौतियों पर मिलकर काम करना होगा. ऐसे में व्हाइट हाउस से सीधी पहुंच रखने वाला दूत भारत में होना बेहद ज़रूरी है.
भारत रूसी तेल की खरीद बंद करे, तभी होगा व्यापार समझौता: कॉमर्स सेक्रेटरी हॉवर्ड लुटनिक
उधर, अमेरिका के कॉमर्स सेक्रेटरी हॉवर्ड लुटनिक ने भी भारत पर सख्त लेकिन मिलेजुले संदेश दिए. CNBC से बातचीत में उन्होंने कहा कि अमेरिका-भारत के बीच व्यापार समझौता तभी आगे बढ़ेगा जब भारत रूसी तेल की खरीद बंद करेगा. हालांकि उन्होंने संकेत दिया कि भविष्य में भारत को लेकर सकारात्मक रुख अपनाया जाएगा और दोनों देशों के बीच बड़े समझौते की संभावना है.
लुटनिक ने पहले एक बयान में कहा था कि भारत को आखिरकार अमेरिका से समझौता करने के लिए लौटना पड़ेगा और ‘सॉरी’ कहना होगा. हालांकि, बाद में उन्होंने नरम रुख अपनाते हुए कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप और प्रधानमंत्री मोदी के बीच दोस्ताना रिश्ते के चलते व्यापार वार्ता आगे बढ़ सकती है.
ट्रंप ने पीएम मोदी को बताया 'डियर फ्रेंड'
ख़ास बात यह है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में पीएम मोदी को 'डियर फ्रेंड' बताते हुए कहा था कि वह जल्द ही उनसे बातचीत करेंगे. उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर लिखा कि वार्ताओं में प्रगति हो रही है और यह दोनों देशों के लिए सकारात्मक परिणाम लेकर आएगी. पीएम मोदी ने भी जवाब में कहा, “भारत और अमेरिका स्वाभाविक साझेदार हैं और मौजूदा व्यापार वार्ता दोनों देशों की असीम संभावनाओं को खोलेगी.”