30 हजार पन्नों का बम: एपस्टीन केस में ट्रंप की 8 उड़ानों का दावा, US राष्ट्रपति ने क्या दिया रिएक्शन?
अमेरिकी न्याय विभाग ने जेफ्री एपस्टीन जांच से जुड़े 30,000 नए दस्तावेज जारी किए, जिनमें डोनाल्ड ट्रंप का नाम एपस्टीन के निजी जेट की आठ उड़ानों में यात्रियों के तौर पर जुड़ा दिखाया गया. हालांकि, अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि ट्रंप पर किसी आपराधिक आरोप का दावा नहीं किया गया. दस्तावेजों के तुरंत बाद न्याय विभाग ने कहा कि कुछ दावे असत्य और सनसनीखेज हैं.;
अमेरिका में जेफ्री एपस्टीन मामले को लेकर एक बार फिर सियासी और कानूनी हलकों में हलचल मच गई है. अमेरिकी न्याय विभाग (Justice Department) ने मंगलवार को एपस्टीन जांच से जुड़े हजारों नए दस्तावेज सार्वजनिक किए हैं, जिनमें पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का नाम एपस्टीन के निजी जेट की फ्लाइट रिकॉर्ड्स से जुड़ा हुआ सामने आया है. हालांकि, अधिकारियों ने साफ किया है कि इन दस्तावेजों के आधार पर डोनाल्ड ट्रंप पर किसी भी तरह के आपराधिक आरोप नहीं लगाए गए हैं.
यह खुलासा ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिका में पारदर्शिता कानून के तहत एपस्टीन फाइलों को सार्वजनिक करने की प्रक्रिया चल रही है. नए दस्तावेजों में जहां चौंकाने वाले दावे किए गए हैं, वहीं न्याय विभाग ने कुछ दावों को “बेहद सनसनीखेज और असत्य” करार देते हुए सिरे से खारिज भी किया है.
30 हजार पन्नों का खुलासा, कई हिस्से अब भी रेडैक्टेड
न्याय विभाग द्वारा जारी इस नए बैच में करीब 30,000 पन्नों के दस्तावेज शामिल हैं, जिनमें बड़ी संख्या में हिस्से अब भी ब्लैक आउट (redacted) किए गए हैं. इसके अलावा दर्जनों वीडियो क्लिप भी जारी किए गए हैं, जिनमें से कुछ कथित तौर पर जेल के अंदर फिल्माए गए बताए जा रहे हैं. गौरतलब है कि कुख्यात फाइनेंसर और दोषी यौन अपराधी जेफ्री एपस्टीन की साल 2019 में न्यूयॉर्क की जेल में संदिग्ध हालात में मौत हो गई थी, जिसे आधिकारिक तौर पर आत्महत्या बताया गया था.
एपस्टीन फाइल में डोनाल्ड ट्रंप का जिक्र
इन दस्तावेजों में शामिल एक ईमेल ने सबसे ज्यादा ध्यान खींचा है. इस ईमेल में दावा किया गया है कि 'डोनाल्ड ट्रंप ने एप्स्टीन के निजी जेट से पहले बताई गई जानकारी या हमारी जानकारी से कहीं ज़्यादा बार यात्राएं की थीं.' यह ईमेल 7 जनवरी 2020 का बताया जा रहा है और इसका सब्जेक्ट लाइन है – "RE: Epstein flight records.' ईमेल भेजने वाले और पाने वाले दोनों के नाम गोपनीय रखे गए हैं, लेकिन इसके नीचे न्यूयॉर्क के साउदर्न डिस्ट्रिक्ट के एक असिस्टेंट यूएस अटॉर्नी का जिक्र है, जिनका नाम भी रेडैक्ट किया गया है.
1993 से 1996 के बीच आठ उड़ानों का दावा
ईमेल के मुताबिक, डोनाल्ड ट्रंप का नाम 1993 से 1996 के बीच कम से कम आठ उड़ानों में यात्री के तौर पर दर्ज है. इनमें से चार उड़ानों में घिसलेन मैक्सवेल भी मौजूद बताई गई हैं. दस्तावेजों में यह भी कहा गया है कि ट्रंप कुछ यात्राओं में अपनी तत्कालीन पत्नी मार्ला मैपल्स, बेटी टिफनी और बेटे एरिक ट्रंप के साथ यात्रा कर रहे थे.
कुछ उड़ानों को लेकर चौंकाने वाले दावे
ईमेल में यह भी दावा किया गया है कि एक 1993 की फ्लाइट में सिर्फ डोनाल्ड ट्रंप और जेफ्री एपस्टीन ही यात्री थे. वहीं, एक अन्य उड़ान में एपस्टीन, ट्रंप और एक 20 वर्षीय व्यक्ति मौजूद था, जिसका नाम गोपनीय रखा गया है. इसके अलावा दो अन्य फ्लाइट्स में शामिल दो महिलाओं को घिसलेन मैक्सवेल केस में संभावित गवाह बताया गया है.
न्याय विभाग ने दावों को बताया “झूठा और निराधार”
इन दस्तावेजों के जारी होने के कुछ ही मिनट बाद अमेरिकी न्याय विभाग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर बयान जारी कर साफ किया कि कुछ नए दस्तावेजों में डोनाल्ड ट्रंप को लेकर किए गए दावे असत्य और सनसनीखेज हैं. न्याय विभाग ने कहा “स्पष्ट तौर पर कहा जाए तो ये दावे निराधार और झूठे हैं, और अगर इनमें रत्ती भर भी विश्वसनीयता होती, तो इन्हें अब तक राष्ट्रपति ट्रंप के खिलाफ हथियार की तरह इस्तेमाल किया जा चुका होता.”
चुनावी राजनीति और पारदर्शिता कानून की पृष्ठभूमि
यह दस्तावेज ऐसे समय सामने आए हैं जब ट्रंप प्रशासन के दौरान पहले भी एपस्टीन फाइलों का एक बड़ा हिस्सा जारी किया गया था. हालांकि, वे दस्तावेज भारी रूप से रेडैक्टेड थे, जिसको लेकर रिपब्लिकन पार्टी के भीतर ही नाराजगी देखी गई थी. पहले जारी फाइलों में पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन और एपस्टीन की कुछ अनदेखी तस्वीरें भी शामिल थीं, साथ ही 1996 की एक आपराधिक शिकायत का विवरण भी सामने आया था.
ट्रंप का पलटवार
सोमवार को डोनाल्ड ट्रंप ने मीडिया से बातचीत में कहा कि एपस्टीन फाइलों का इस्तेमाल उनकी और उनकी पार्टी की “तगड़ी राजनीतिक सफलता से ध्यान भटकाने” के लिए किया जा रहा है. गौरतलब है कि अमेरिकी संसद द्वारा पिछले महीने पारित नए पारदर्शिता कानून के तहत एपस्टीन से जुड़ी सभी फाइलों को सार्वजनिक करना अनिवार्य कर दिया गया है, जबकि ट्रंप पहले इन्हें सील रखने के पक्ष में रहे थे.