मेरी बेटी इवांका नहीं है ईसाई, अपना लिया है... धर्म; अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने इजराइल की तारीफ करते हुए यह क्या कह दिया?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इजरायल के संसद भवन केनेसट में भाषण देते हुए अपनी बेटी इवांका ट्रंप की तारीफ की और उनके यहूदी धर्म में परिवर्तन को याद किया. उन्होंने इवांका और जेरेड कुशनर की कूटनीतिक और सामाजिक भूमिका की सराहना की. ट्रंप ने अमेरिका और इजरायल के बीच मजबूत संबंधों और मध्य पूर्व शांति प्रयासों पर भी जोर दिया. उनके भाषण ने दोनों देशों के राजनीतिक और सामाजिक मंचों पर चर्चा पैदा कर दी.;

( Image Source:  ANI )
Edited By :  अच्‍युत कुमार द्विवेदी
Updated On : 14 Oct 2025 9:28 PM IST

Donald Trump praises daughter Ivanka Trump: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को इजरायली संसद नेसेट में अपने भाषण के दौरान अपनी बेटी इवांका ट्रंप और दामाद जेरेड कुशनर की जमकर तारीफ की. ट्रंप इजरायल बंधकों की रिहाई और गाजा में शांति समझौते का जश्न मनाने इजरायल पहुंचे थे. 

अपने संबोधन में ट्रंप ने कहा कि जेरेड कुशनर को इजरायल इतना पसंद है कि उनकी पत्नी इवांका ने यहूदी धर्म अपना लिया. उन्होंने कहा, "मैं उस शख्स का विशेष धन्यवाद करना चाहता हूं जो इजरायल से सच्चा प्यार करता है, सच में इतना प्यार कि मेरी बेटी ने धर्म परिवर्तन कर लिया." यह सुनते ही सांसदों ने खड़े होकर तालियों की गड़गड़ाहट से इवांका और कुशनर का स्वागत किया.

अमेरिका और इजरायल का रिश्ता एतिहासिक और अटूट है: ट्रंप

ट्रंप ने अपने भाषण में इजरायल और हमास के बीच हालिया संघर्ष, मध्यपूर्व शांति प्रयासों और अमेरिकी कूटनीति पर भी जोर दिया. उन्होंने कहा कि अमेरिका और इजरायल का रिश्ता एतिहासिक और अटूट है, और वह दोनों देशों के बीच सहयोग को और मजबूत बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. इवांका और जेरेड भी इस अवसर पर मौजूद थे और उनकी मुस्कान और आत्मीयता ने भाषण को और खास बना दिया.

सोशल मीडिया पर ट्रंप के इस भाषण के कई वीडियो क्लिप्स वायरल हो गए हैं. विशेष रूप से वह हिस्सा जिसमें उन्होंने इवांका के धर्म परिवर्तन का जिक्र किया, लोगों का ध्यान आकर्षित कर रहा है. यूजर्स ने इसे व्यक्तिगत भावनाओं और पारिवारिक प्यार का प्रतीक बताया. ट्रंप ने इवांका और जेरेड की तारीफ करते हुए यह भी कहा कि उनका समर्थन और प्रेरणा हमेशा उनके लिए महत्वपूर्ण रहा है.

अमेरिकी और इजरायली संबंधों को मजबूती देने का संदेश देता है ट्रंप का भाषण

विश्लेषकों के अनुसार, ट्रंप का यह भाषण न केवल पारिवारिक भावनाओं को उजागर करता है, बल्कि अमेरिकी और इजरायली संबंधों को मजबूती देने का संदेश भी देता है. इस भाषण में उन्होंने इजरायली नेताओं को भी सीधे संबोधित कर दोहरी कूटनीति और क्षेत्रीय स्थिरता की दिशा में अमेरिका की प्रतिबद्धता दिखाई. इवांका और जेरेड का यह सार्वजनिक समर्थन भी ट्रंप परिवार की वैश्विक राजनीतिक छवि को बढ़ाता है.

इस घटना ने सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना दिया है. कई लोगों ने इसे अमेरिकी परिवार और मध्यपूर्व राजनीति के बीच दिलचस्प संबंधों का उदाहरण बताया. ट्रंप के इस भाषण ने व्यक्तिगत और राजनैतिक स्तर पर काफी ध्यान आकर्षित किया.

ट्रंप किस धर्म को मानते हैं?

ट्रंप ईसाई धर्म (Christianity) से संबंधित हैं. वह प्रेस्बिटेरियन (Presbyterian) शाखा के अनुयायी हैं, जो प्रोटेस्टेंट (Protestant) ईसाई धर्म की एक प्रमुख शाखा है. हालांकि ट्रंप सार्वजनिक रूप से खुद को 'नॉन-डिनॉमिनेशनल क्रिश्चियन (Non-denominational Christian)' भी कह चुके हैं यानी ऐसे ईसाई जो किसी एक विशेष संप्रदाय से बंधे नहीं हैं.

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