ChatGPT-5 : सबसे स्मार्ट AI या अब तक का सबसे बड़ा धोखा? यूजर्स बोले - तू क्‍या AGI बनेगा

OpenAI ने ChatGPT-5 लॉन्च किया है, जिसे अब तक का सबसे स्मार्ट और इनट्यूटिव AI बताया जा रहा है. हालांकि सोशल मीडिया पर इसे लेकर मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आई हैं. कुछ यूजर्स ने इसकी इंसानी जैसी भाषा की तारीफ की, जबकि कई ने इसकी धीमी स्पीड और स्ट्रीम एरर पर नाराज़गी जताई. इसमें नए फीचर्स जैसे GPT-5 Thinking, स्टडी मोड और वॉयस इम्प्रूवमेंट शामिल हैं.;

( Image Source:  Chatgpt )
Edited By :  प्रवीण सिंह
Updated On : 8 Aug 2025 9:14 AM IST

OpenAI ने गुरुवार को अपने बहुप्रतीक्षित और चर्चित आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस मॉडल ChatGPT-5 को आधिकारिक तौर पर लॉन्च कर दिया. OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन के मुताबिक, यह अब तक का सबसे ज्यादा स्मार्ट, इनट्यूटिव और फास्ट AI मॉडल है. कंपनी ने इसे "सभी क्षेत्रों में तेज और उपयोगी प्रतिक्रिया देने वाला" बताते हुए इसकी तुलना विशेषज्ञों की एक टीम से की है, जो किसी भी विषय पर उपयोगकर्ता को तुरंत जानकारी दे सकती है.

लेकिन लॉन्च के चंद घंटों बाद ही सोशल मीडिया पर इस नए वर्जन को लेकर तीखी बहस छिड़ गई. कई यूज़र्स ने इसे “AI का भविष्य” बताया तो कुछ ने इसे “सबसे बड़ी निराशा” करार दिया. कुछ यूज़र्स ने GPT-5 को बेहद धीमा बताया, जबकि कुछ ने इसकी इंसान जैसे जवाब देने की क्षमता की तारीफ की. इस अपग्रेड के साथ OpenAI ने वॉयस इम्प्रूवमेंट, स्टडी मोड और GPT-5 Thinking जैसे नए फीचर्स भी पेश किए हैं.

क्या वास्तव में GPT-5 एक क्रांतिकारी कदम है या सिर्फ एक हाईप? इस सवाल का जवाब सोशल मीडिया से लेकर टेक्नोलॉजी विशेषज्ञों तक सभी के पास अलग-अलग है. आइए, विस्तार से जानते हैं कि GPT-5 क्या है, इसमें क्या नया है, और क्यों इसने इंटरनेट पर बहस छेड़ दी है.

ChatGPT-5: क्या है नया और खास?

GPT-5 को OpenAI ने GPT-4 और इसके पहले के मॉडल्स की तुलना में काफी उन्नत बताया है. नए मॉडल में इंटेलिजेंस, सटीकता और संदर्भ समझने की क्षमता को बेहतर किया गया है. OpenAI ने दावा किया है कि GPT-5 गणित, विज्ञान, कानून, वित्त जैसे विषयों में अधिक विशेषज्ञता दिखाता है. यह एक "सिंगल ऑटो-स्विचिंग सिस्टम" पर आधारित है जो सभी पुराने मॉडल्स के बेहतरीन हिस्सों को जोड़ता है.

GPT-5 Thinking Pro नामक वर्जन थोड़ा अधिक समय लेता है लेकिन जटिल कामों के लिए अधिक सटीकता देता है. इसके अलावा GPT-5 में वॉयस सुधार, स्टडी मोड, और बेहतर मल्टीमॉडल क्षमताएं शामिल की गई हैं, जिससे यह टेक्स्ट, इमेज, ऑडियो, और वीडियो इनपुट्स को बेहतर समझ सकता है.

कौन कर सकता है GPT-5 का इस्तेमाल?

OpenAI ने GPT-5 को सभी ChatGPT टियर (Free, Plus, Pro, Team) पर उपलब्ध कराया है, लेकिन कुछ एडवांस फीचर्स केवल पेड यूज़र्स के लिए हैं. Plus और Pro यूजर्स के पास Model Picker है जिससे वे GPT-5 या GPT-5 Thinking को चुन सकते हैं. Team और Pro टियर के यूज़र्स को GPT-5 Thinking Pro की सुविधा मिलती है जो जटिल कार्यों के लिए उपयुक्त है. फ्री यूज़र्स को GPT-5 का सीमित एक्सेस दिया गया है या उन्हें GPT-4.5 जैसे पुराने वर्जन पर चलाया जाता है.

सोशल मीडिया पर कैसी रही प्रतिक्रिया?

GPT-5 की लॉन्चिंग के बाद X (पूर्व में Twitter) और Reddit जैसे प्लेटफॉर्म्स पर हजारों यूज़र्स ने अपनी राय साझा की. एक यूज़र ने लिखा, “ChatGPT-5 पूरी तरह बेकार है. 3 मिनट सोचने के बाद स्ट्रीम एरर? GPT-4 वापस लाओ.” एक अन्य ने कहा, “घड़ी की तस्वीर में सही समय पहचानने में फेल हो गया GPT-5.” कोई बोला: “इतना हाईप था और ये AGI (Artificial General Intelligence) कहलाता है?”

वहीं कई यूज़र्स ने कहा कि GPT-5 के जवाब अब “और अधिक इंसानी” लगते हैं. किसी ने लिखा: “GPT-5 की भाषा और टोन अब नैचुरल है, ऐसा लगता है जैसे कोई असली इंसान बात कर रहा हो.” कुछ यूज़र्स ने इसकी “Study Mode” और “Context Memory” की भी तारीफ की.

सैम ऑल्टमैन का क्या कहना है?

OpenAI के CEO Sam Altman ने GPT-5 की लॉन्चिंग के बाद एक्‍स पर पोस्‍ट किया, “GPT-5 अब 20% पेड यूज़र्स को रोल आउट किया गया है और API पर यह >2 बिलियन ट्रांजैक्शन पर मिनट (TPM) कर रहा है. अब तक तो सब अच्छा है!” ऑल्टमैन ने इसे एक “बहुत स्मार्ट, इनट्यूटिव और फास्ट” मॉडल बताया और कहा कि यह अब तक की उनकी टीम की सबसे बेहतरीन उपलब्धियों में से एक है.

भारत ओपनएआई का बन सकता है सबसे बड़ा बाजार

ओपनएआई के सीईओ सैम ऑल्टमैन ने एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा कि अमेरिका के बाद भारत उनका दूसरा सबसे बड़ा बाजार है और यह जल्द ही उनका सबसे बड़ा बाजार बन सकता है. उन्होंने कहा, "भारत में एआई के इस्तेमाल की रफ्तार और जिस तरह नागरिक इसका प्रयोग कर रहे हैं, वह वाकई में बेहद उल्लेखनीय है." ऑल्टमैन ने बताया कि उनकी कंपनी भारत में अपने उत्पादों को लाने और स्थानीय साझेदारों के साथ मिलकर काम करने पर खास फोकस कर रही है ताकि एआई को भारत के लिए और ज्यादा किफायती और उपयोगी बनाया जा सके. उन्होंने कहा, "हम भारत में एआई के विकास को लेकर गंभीर हैं और मैं सितंबर में भारत आने को लेकर काफी उत्साहित हूं."

GPT-5 में क्या सुधार चाहिए?

  • Response Time: कई यूज़र्स ने GPT-5 की धीमी प्रतिक्रिया की शिकायत की है.
  • Stream Errors: मॉडल के स्ट्रीमिंग में बार-बार एरर आ रहे हैं, जिससे इंटरएक्शन बाधित हो रहा है.
  • Imprecision in Image Input: कुछ मामलों में GPT-5 ने इमेज में दिख रहे बेसिक फैक्ट्स को भी गलत बताया.
  • Complexity in UI: Pro और Thinking वर्जन की जटिलता ने कुछ उपयोगकर्ताओं को भ्रमित किया है.

क्या GPT-5 AGI की दिशा में कदम है?

AGI (Artificial General Intelligence) यानी वह AI जो इंसान जैसे सभी काम कर सके, लंबे समय से तकनीक की दुनिया में लक्ष्य बना हुआ है। GPT-5 की कुछ क्षमताएं जैसे लंबे संवादों को समझना और ट्रैक करना, विश्लेषण करना, उदाहरण देना, और कंटेंट तैयार करना, व्यक्ति विशेष की टोन और शैली पकड़ना... ये सब इसे AGI के करीब जरूर ले जाती हैं, लेकिन विशेषज्ञों के मुताबिक GPT-5 अभी भी Narrow AI की श्रेणी में आता है, जो विशिष्ट कार्यों में ही दक्ष है.

GPT-5 का लॉन्च एक महत्वपूर्ण तकनीकी उपलब्धि है, लेकिन इसकी सफलता इस पर निर्भर करती है कि यूज़र्स इसे किस रूप में देखते हैं. कुछ के लिए यह एक "क्रांतिकारी टूल" है, तो कुछ इसे "हाईप का शिकार" मानते हैं.

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