दुबई से लेकर अमेरिका और भारत तक किए बड़े घोटाले, देहरादून में ऐसे पकड़ा गया ब्लूचिप ग्रुप का मालिक

दुबई, अमेरिका, मलेशिया और अन्य देशों में घोटाले करने वाले ब्लूचिप ग्रुप का मालिक रवींद्र नाथ सोनी को देहरादून से गिरफ्तार कर लिया गया है. देहरादून में एक फूड डिलीवरी ऑर्डर लेने के लिए बाहर निकलते समय उन्हें गिरफ्तार किया गया. अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.;

( Image Source:  AI: Sora )
Edited By :  विशाल पुंडीर
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उत्तर प्रदेश पुलिस ने ब्लूचिप ग्रुप के मालिक रवींद्र नाथ सोनी को सोमवार को कानपुर में दर्ज एक मामले के आधार पर गिरफ्तार कर लिया. उन पर एक व्यक्ति से 42 लाख रुपये की धोखाधड़ी का आरोप है. पुलिस के अनुसार सोनी पर न सिर्फ भारत में बल्कि विदेशों में भी कई निवेश घोटालों में शामिल होने के आरोप लगे हैं.

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अधिकारियों का कहना है कि सोनी लंबे समय से पुलिस की निगरानी में था और देहरादून में एक फूड डिलीवरी ऑर्डर लेने के लिए बाहर निकलते समय उन्हें गिरफ्तार किया गया. अदालत ने उन्हें न्यायिक हिरासत में भेज दिया है और उनकी जमानत याचिका भी खारिज कर दी गई है.

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देहरादून से पकड़ा गया आरोपी

कानपुर की अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त अंजलि विश्वकर्मा के अनुसार सोनी दुबई सहित कई देशों में निवेशकों को ठगने के आरोपों का सामना कर रहा है. उन्होंने बताया "हालांकि उन्हें कानपुर कोतवाली में दर्ज एक मामले में गिरफ्तार किया गया था, लेकिन हमें दुबई, अमेरिका, मलेशिया और अन्य देशों से विभिन्न घोटालों में उनके शामिल की कई शिकायतें मिली हैं. पिछले साल दिवालिया होने के बाद दुबई में उनकी कंपनी के खिलाफ कई दीवानी मुकदमे दायर किए गए हैं. हम यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि वह भारत कैसे भागे, क्या उन्होंने कोई अवैध रास्ता अपनाया है."

फूड डिलीवरी के बहाने दबोचा

अधिकारी ने बताया कि पुलिस टीम काफी समय से उसकी गतिविधियों पर नजर रख रही थी. विश्वकर्मा ने कहा "वह चालाक था और पकड़ से दूर रहता था, लेकिन हमने उसके फ़ोन से उसकी लोकेशन ट्रैक की और पाया कि उसने एक फ़ूड डिलीवरी ऐप के लिए अपना पता दिया था. जैसे ही वह बाहर निकला, हमारी टीम ने उसे पकड़ लिया."

कई खातों को फ्रीज किया गया

पुलिस के अनुसार सोनी पहले भी विभिन्न मामलों में शामिल रहा है. अधिकारी ने कहा "उसने कथित तौर पर कई धोखाधड़ी की थीं और 2017 में अलीगढ़ पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था. हम मामलों की गंभीरता पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं और ज्यादा से ज्यादा एफआईआर दर्ज करवा रहे हैं. हमें पता चला है कि उसके भारत में भी साथी हैं. हमने कई खातों से 80 लाख रुपये का पता लगाकर उन्हें फ्रीज कर दिया है. भारत में उसकी तीन कंपनियां थीं, जबकि ब्लूचिप ग्रुप की 12 सहायक कंपनियां थीं, जिनमें वह निदेशक के रूप में काम करता था." यूएई स्थित खलीज टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, उसकी फर्म ने लगभग 90 लोगों से 1.7 करोड़ डॉलर से अधिक का निवेश जुटाया था.

दिल्ली निवासी की शिकायत पर शुरू हुई कार्रवाई

दिल्ली के अब्दुल करीम द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के अनुसार, ब्लूचिप ग्रुप के एक सेल्स एग्जीक्यूटिव ने उनके बेटे से पहली बार संपर्क कर निवेश योजनाओं के बारे में बताया था. शिकायत में कहा गया कि कंपनी ने निवेशकों को 36 से 46 महीनों में रकम दोगुनी करने का दावा किया था. करीम का आरोप है "इस दौरान, कंपनी के मालिक रवींद्र नाथ सोनी भी मेरे बेटे से मिले और भारत के लिए अपनी निवेश योजनाओं के बारे में बताया. उनके निर्देश पर, मेरे बेटे तल्हा ने 9 लाख रुपये का निवेश किया."

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