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PMO वाले हीरेन जोशी चुपचाप रिजाइन करके निकल गए, लालटेन हुआ Social- आख़िर माजरा क्या है?

प्रधानमंत्री कार्यालय और केंद्र सरकार में 48 घंटों के भीतर हुए तीन बड़े इस्तीफों ने देशभर में हलचल मचा दी है. PMO के ताकतवर OSD हिरेन जोशी, लॉ कमीशन सदस्य हितेश जैन और प्रसार भारती चेयरमैन नवनीत सहगल की अचानक विदाई को लेकर सोशल मीडिया पर महादेव बेटिंग ऐप लिंक की चर्चा तेज है. कांग्रेस ने CBI जांच की मांग की है और सरकार की चुप्पी सवालों को और गहरा रही है. क्या यह प्रशासनिक बदलाव है या किसी बड़े खुलासे की आहट?

PMO वाले हीरेन जोशी चुपचाप रिजाइन करके निकल गए, लालटेन हुआ Social- आख़िर माजरा क्या है?
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( Image Source:  X/ShadowSakshi )
नवनीत कुमार
By: नवनीत कुमार

Published on: 4 Dec 2025 3:18 PM

पहले कभी ऐसा नहीं हुआ था कि पीएमओ के सबसे ताकतवर और प्रभावशाली चेहरों में से एक, हिरेन जोशी जिन्हें दिल्ली से लेकर मीडिया हाउसों तक “PM Modi का सबसे गोपनीय मैन” कहा जाता था. अचानक चुपचाप इस्तीफा देकर गायब हो जाएं. उनके साथ ही लॉ कमीशन के सदस्य हितेश जैन और प्रसार भारती के चेयरमैन नवनीत सहगल का पद छोड़ देना सिर्फ प्रशासनिक बदलाव नहीं, बल्कि एक ऐसे भूकंप की शुरुआत जैसा लग रहा है जिसकी गड़गड़ाहट अभी दबाई जा रही है, लेकिन असर दूर तक जाएगा.

देश में 48 घंटों के भीतर हुई इन तीन ‘बड़ी विदाइयों’ ने सोशल मीडिया पर तूफ़ान ला दिया है. ट्विटर (X) से लेकर व्हाट्सएप ग्रुपों तक एक ही चर्चा है कि क्या यह सब महादेव बेटिंग ऐप के पैसे, गठजोड़ और विदेशी नेटवर्क का नतीजा है? क्या सरकार PMO के भीतर किसी “सिस्टम क्लीनिंग” की प्रक्रिया में लगी है? या फिर किसी बड़े खुलासे की आहट मिलने पर इन हस्तियों को चुपचाप हटाया गया है?

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कांग्रेस ने उठाए सवाल

इसे लेकर कांग्रेस ने भी सवाल उठाए हैं कि आखिर इन लोगों ने अचानक इस्तीफा क्यों दे दिया. पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि इसकी CBI जांच हो, हिरेन जोशी के अमेरिकी पार्टनर कौन? कितना पैसा आया? सोशल मीडिया पर कहा जा रहा है कि ये सब महादेव बैटिंग ऐप की वजह से हुआ. साथ ही सोशल मीडिया पर #MahadevBettingScam #HirenJoshi ट्रेंड कर रहा है.

कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने एक्स पर लिखा, "प्रधानमंत्री के बेहद करीबी रहे OSD हीरन जोशी जिनके इशारों पर मीडिया ताथैया करता रहा, उन्हें एकदम से हटा दिया जाता है. प्रसार भारती के चेयरमैन नवनीत सहगल का एकाएक इस्तीफा हो जाता है. सुनने में आ रहा है- आने वाले दिनों में और इस्तीफे होंगे. लेकिन वो क्या चीज़ है जिसपर लीपापोती की जा रही है? भ्रष्टाचार की बातें सामने आ रहीं हैं - क्या इस देश को सच जानने का हक़ नहीं है? प्रधानमंत्री कार्यालय में कुछ तो गड़बड़ है!

प्रेस कॉन्फ्रेंस में कांग्रेस ने क्या कहा?

कांग्रेस ने इसे सीधे-सीधे 'PMO का काला सच' बताया है. पवन खेड़ा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, “हिरेन जोशी कौन सा बिज़नेस कर रहे थे? कौन सी बेटिंग ऐप? कौन से विदेशी पार्टनर? सरकार जवाब दे!” कांग्रेस का आरोप है कि PMO में बैठे लोग विदेशी नेटवर्क से डील कर रहे थे और इसे छिपाने के लिए अचानक इस्तीफे करवाए जा रहे हैं.

गिरफ़्तारी से बचकर भागे हिरेन जोशी

शीतल पी सिंह ने एक्स पर लिखा, "सोशल मीडिया पर वायरल दस्तावेज़ और चैट्स में दावा किया जा रहा है कि जोशी को दुबई से महादेव ऐप के मालिकों की तरफ से मोटी रकम मिलती थी. विदेशी डील्स, चैनल मैनेजमेंट और 'नैरेटिव सेटिंग' के बदले कमीशन! गिरफ्तारी से बचाने के लिए अचानक अश्विनी वैष्णव को इस्तीफा सौंपकर भाग गए है.

साथ ही उन्होंने लिखा, "सोशल मीडिया पर अफवाह है कि लॉ कमीशन के ज़रिए बेटिंग कानूनों में ढील दिलाने की कोशिश की और उनका बंगला खाली करवाया गया." साथ ही नवनीत सहगल को लेकर उन्होंने लिखा, "यूपी के हर मुख्यमंत्री के प्रिय रहे सहगल पर भी उंगली उठ रही हैं पर स्पष्ट नहीं हो रहा है कि इनकी इस सब में क्या भूमिका थी." लोग पूछ रहे हैं कि PMO में बैठा शख्स अगर बेटिंग माफिया का हिस्सा था तो देश की सुरक्षा का क्या? 50,000 करोड़ का काला धंधा और टीवी चैनल्स खामोश क्यों?

हिमानी सूद का भी आया नाम

रूबी अरुण ने एक्स पर लिखा, एक महिला हैं हिमानी सूद. जो चंडीगढ़ यूनिवर्सिटी की प्रो वाइस चांसलर भी हैं और केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी की भी करीबी हैं. फिर ये हिरेन जोशी की खास बनीं. हिरेन ने इनके लिए #India_Minorities_Fedration बनाया. इस फेडरेशन में सभी इस्लामिक देशों के राजदूतों को जोड़ा गया. कुछ पावरफुल क्रिश्चियन सिख, बौद्धिस्ट, पारसी, मुस्लिम धर्म गुरुओं को इसका सदस्य बनाया गया. हिमानी सूद ने उनका प्रतिनिधित्व किया और 5 फरवरी 2024 को इन सभी को मोदी जी से मिलवाने ले गईं. इसके बाद हिमानी सूद को वेटिकन सिटी के पोप Lui XIV से भी मिलवाया गया. जहां हिमानी मोदी जी की तस्वीर के कर गई थीं ताकि तस्वीर के जरिए पोप मोदी जी को 2024 के लोकसभा चुनावों में जीत का आशीर्वाद दे सकें. प्रधानमंत्री की कई विदेश यात्राओं में हिमानी सूद को ले जाया गया. बहुत बड़े बड़े लोगों से मिलवाया गया. 25 सितंबर 2025 को प्रधानमंत्री की 75 वीं सालगिरह पर हिमानी सूद ने मोदी जी की लीडरशिप के नाम "मैं हूं भारत" नाम से एक अभियान की घोषणा भी की है.

नरेंद्र मोदीवायरल
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