वकील से लेकर नेता तक... यूपी पुलिस ने 21 फरार आरोपियों पर रखा 20 हजार का इनाम, तीन महिलाएं भी शामिल
उत्तर प्रदेश पुलिस ने 21 फरार आरोपियों की गिरफ्तारी में मदद करने वालों को 10,000 से 20,000 रुपये तक के इनाम की घोषणा की है. इनमें तीन महिलाएं भी शामिल हैं. पुलिस के मुताबिक, इन लोगों पर धोखाधड़ी, जालसाज़ी, फर्जी दस्तावेजों का इस्तेमाल और आपराधिक धमकी जैसे गंभीर आरोप हैं.। 12 आरोपियों पर 20,000 रुपये का इनाम रखा गया है, जिनमें वकील और राजनीतिक कार्यकर्ता भी शामिल हैं.;
उत्तर प्रदेश पुलिस ने एक बार फिर अपराधियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया है. रविवार को पुलिस ने 21 फरार आरोपियों की लिस्ट जारी की, जिनमें वकील, राजनीतिक कार्यकर्ता और तीन महिलाएं भी शामिल हैं. इन सभी पर नकली दस्तावेजों के ज़रिए ठगी, धोखाधड़ी और आपराधिक धमकी जैसे गंभीर आरोप लगे हैं. आरोपियों की गिरफ्तारी में मदद करने वाली जानकारी देने पर 10,000 से 20,000 रुपये तक के नकद इनाम की घोषणा की गई है.
सबसे ज्यादा इनाम 12 आरोपियों पर
पुलिस के अनुसार, 12 आरोपियों पर 20,000 रुपये का इनाम घोषित किया गया है. इन आरोपियों के नाम इस प्रकार हैं: राम प्रताप सिंह, राहुल सिंह, दीपक जादौन, श्रोत गुप्ता, नारायण भदौरिया, अनूप शुक्ला, संजय उपाध्याय, अरिदमन सिंह, मेराजुल हक, श्याम सुंदर प्रजापति, अभिषेक कटियार और शिवम राठौर.
इन सभी पर गंभीर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं और ये लंबे समय से फरार चल रहे हैं. इनमें से कई पर नकली दस्तावेजों के ज़रिए धोखाधड़ी और लोगों को धमकाने के आरोप हैं. कुछ आरोपियों की राजनीतिक पृष्ठभूमि और वकालत से जुड़ाव ने पुलिस की जांच को और संवेदनशील बना दिया है.
तीन महिलाओं पर भी इनाम
इस लिस्ट में तीन महिलाएं भी शामिल हैं, जिन पर धोखाधड़ी और जालसाज़ी के मामले दर्ज हैं. इनके नाम हैं: विभा सचान, कामिनी त्रिपाठी और प्रीति सिंह. इन महिलाओं पर 10,000 रुपये तक का इनाम घोषित किया गया है. पुलिस का कहना है कि ये भी लंबे समय से गिरफ्तारी से बच रही हैं.
DCP का बयान
डीसीपी (ईस्ट) सत्यजीत गुप्ता ने बताया कि सभी फरार आरोपियों के खिलाफ कोर्ट से गैर-जमानती वारंट जारी हो चुके हैं और उनकी संपत्तियों की कुर्की की प्रक्रिया भी जल्द शुरू की जा सकती है. जनता से अपील की गई है कि यदि किसी को इन आरोपियों के बारे में कोई जानकारी हो तो पुलिस को सूचित करें. जानकारी देने वालों की पहचान गुप्त रखी जाएगी.
अपराधियों पर नकेल कसने की तैयारी
यूपी पुलिस की यह कार्रवाई अपराधियों के खिलाफ सख्त रुख को दर्शाती है. राजनीतिक संरक्षण और पेशेवर पहचान रखने वाले अपराधियों के खिलाफ कार्रवाई कर प्रशासन यह संदेश देना चाहता है कि कोई भी कानून से ऊपर नहीं.