यूपी के बिजली मंत्री की बिजली गुल, जब तक जागा सिस्टम – सस्पेंड हो गए पांच अफसर
यूपी के नगर विकास और उर्जा मंत्री एके शर्मा की अध्यक्षता में रविवार को मुरादाबाद सर्किट हाउस सभागार में नगरीय विकास विभाग की उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक हुई. बैठक के दौरान बिजली चली गई और कार्यक्रम करीब 10 मिनट तक रूक गया. इसके बाद बिजली विभाग को असली झटका तब लगा, जब पांच अधिकारी सस्पेंड कर दिए गए. ये खबर सिर्फ बिजली की नहीं, बल्कि सिस्टम की सच्चाई भी है.

हाल ही में बिहार के सीएम नीतश कुमार द्वारा लोगों को 125 यूनिट बिजली फ्री देने के एलान पर यूपी के नगर विकास और उर्जा मंत्री एके शर्मा तंज कसते हुए कहा था कि अब न बिजली आएगी और न ही बिजली बिल आएगा, लेकिन रविवार को मुरादाबाद में आयोजित कार्यक्रम के दौरान हुआ कुछ ऐसा हुआ कि बिजली चली गई. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भी एके शर्मा खुद थे. मंत्रालय भी उन्हीं का था, और बिजली चली गई. इस घटना को वो झेंप नहीं पाए. शायद उन्हें दो दिन पहले दिया गया बयान याद आ गया होगा.
वैसे तो उत्तर प्रदेश में बिजली को लेकर समय-समय पर बवाल मचा रहता है. बिजली कटना कोई नई बात नहीं है. लेकिन मुरादाबाद में बिजली कटना मंत्री महोदर को इना नागबार गुजना कि उन्होंने मंत्री का पावर दिखाते हुए पांच वरिष्ठ अधिकारियों के लिए तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया.
दरअसल, बिजली कटने पर पर पावर मिनिस्टर को गाहे-बगाहे सफाई देनी पड़ी, जिसे मंत्री जी बर्दाश्त नहीं कर पाए. बिजली मंत्री इस घटना से इतना नाराज हो गए कि उनका पारा चढ़ गया. सूत्रों के अनुसार मंत्री संबंधित अधिकारियों की क्लास लगा दी, जिसके बाद 5 बड़े अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया गया.
चीफ इंजीनियर से जूनियर इंजीनियर तक निलंबित
IAS ईशा दुहन PVVNL MD ने जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई करते हुए चीफ इंजीनियर से लेकर जूनियर इंजीनियर तक को निलंबित कर दिया. आईएएस ईशा दुहन की ओर से आदेश जारी होने के बाद पांच इंजीनियरों पर गाज गिरी है. जिन पांच पर गांज गिरी है उनमें चीफ इंजीनियर अरविन्द सिंघल, SE सुनील अग्रवाल, EE प्रिंस गौतम, SDO राणाप्रताप और JE ललित कुमार को सस्पेंड कर दिया गया है. सभी अधिकारियों के खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दिए गए हैं.