यूपी विधानसभा में क्यों किया जाएगा AI का इस्तेमाल? स्पीकर सतीश महाना ने बताई वजह
AI Technology in UP Assembly: यूपी विधानसभा में अगले साल से AI का इस्तेमाल किया जाएगा. यह जानकारी स्पीकर सतीश महाना ने दी है. उन्होंने इसके पीछे की वजह भी बताई है. स्पीकर ने कहा कि AI के जरिए विधायकों पर निगरानी रखी जाएगी. इसके अलावा भी इससे कई फायदे होंगे. वे फायदे कौन से हैं, आइए विस्तार से जानते हैं...;
AI Technology in UP Assembly: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल लगातार बढ़ रहा है. आम लोग हों या सरकार, इस पर भरोसा कर रही है. यही वजह है कि अब उत्तर प्रदेश विधानसभा में अगले साल से AI का इस्तेमाल होने जा रहा है. विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने यह निर्णय लिया है.
AI के जरिए विधानसभा में विधायकों पर निगरानी रखी जाएगी. उनकी गतिविधियों पर एआई नजर रखेगा. इसमें उनकी अटेंडेंस, चर्चाओं में भागीदारी, मुद्दे उठाना और प्रश्न पूछने की जानकारी शामिल होगी.
AI से विधायकों पर क्यों रखी जाएगी नजर?
विधानसभा में एआई से विधायकों पर नजर रखने का मकसद उनको सदन की कार्यवाही में अधिक एक्टिव और जिम्मेदार बनाना है. इस फैसले से विधायकों की गतिविधियों को ट्रैक करने में मदद मिलेगी. इससे वे अपने कार्यों को अधिक प्रभावी ढंग से कर पाएंगे. एआई के इस्तेमाल से विधानसभा की कार्यवाही में पारदर्शित और जवाबदेही को बढ़ावा मिलेगा.
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने बताया कि अगले वित्तीय वर्ष सेएआई का इस्तेमाल किया जाएगा. इससे यह पता चल सकेगा कि कौन विधायक कितनी देर तक सदन में उपस्थित रहे, कितने सवाल किए और कौन से मुद्दे उठाए. महाना ने कहा कि एआई का इस्तेमाल करने का मकसद यह है कि इससे विधायक सदन की कार्यवाही और चर्चा में अधिक से अधिक शामिल हों.
अनपूरक बजट पर नहीं हुई चर्चा
सतीश महाना ने बताया कि उनके कार्यकाल में एक बार पहले 36 मिनट तक विधानसभा की कार्यवाही बाधित रही थी. बीते शीतकालीन सत्र के दौरान भी सदन की कार्यवाही को स्थगित करना पड़ीा. अगर सदन में चर्चा होती है तो अच्छा होता है. उन्होंने कहा कि अनुपूरक बजट पर पहले चर्चा नहीं होती थी, लेकिन मैं जब से विधानसभा अध्यक्ष बना हूं, इस पर चर्चा करानी शुरू की थी. इस बार अनुपूरक बजट पर चर्चा नहीं हो सकी.