यूपी में घोड़ी पर सवार दलित दूल्हे पर हमला, पिस्तौल की बट से मारा, 3 पर मामला दर्ज
6 मार्च को यूपी के आगरा में एक दलित दूल्हे को बदमाशों ने पिस्तौल के बट से हमला किया. इतना ही नहीं, इस दौरान दूल्हे के दादा को भी चोट आई. अब इस मामले में पुलिस ने 3 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है और आरोपियों को पकड़ने के लिए जांच जारी है.;
आगरा जिले के मलपुरा थाने के धनौली कस्बे के अजीजपुर इलाके से विशाल की बारात गुजर रही थी, तभी एक गाड़ी ने रास्ता देने के लिए हॉर्न बजाया. फंसने से गुस्साए आरोपियों ने अपनी गाड़ी से उतरकर बंदूक लहराई और गाली-गलौज शुरू कर दी. इतना ही नहीं, गाड़ी में मौजूद लोगों ने दूल्हे पर पिस्तौल तान दी.
साथ ही, उसे घोड़े से उतारकर वेडिंग वेन्यू पर जाने से रोकने के लिए जान से मारने की धमकी दी. इतना ही नहीं, इन गुंडो ने लड़के को जातिवादी गालियां भी दीं और जबरन बारात को तितर-बितर करने की धमकी दी, जिसके बाद दूल्हा और बाराती चलने लगे और उनका बैंड चुपचाप उनके पीछे चल पड़ा.
बीआर अंबेडकर का तोड़ा फ्रेम
अब इस पर दूल्हे विशाल निगम के पिता मुकेश निगम ने पुलिस को शिकायत की. उन्होंने कहा कि आरोपियों ने बारात में डॉ. बीआर अंबेडकर और गौतम बुद्ध की तस्वीरें देखकर दुश्मनी कर दी और तस्वीरों के कांच के फ्रेम तोड़ दिए. इसके अलावा, मुकेश ने आरोप लगाया कि बदमाशों ने विशाल के दादा ज्ञान सिंह पर भी हमला किया, जब उन्होंने बीच-बचाव करने की कोशिश की.
3 लोगों के खिलाफ FIR दर्ज
हालांकि यह घटना 6 मार्च को हुई थी, लेकिन विष्णु शर्मा और दो अन्य के खिलाफ 10 मार्च को बीएनएस धारा 115 (2) (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 352 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना), 351 (1) (आपराधिक धमकी), 324 (शरारत) और अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति (अत्याचार निवारण) अधिनियम के तहत एफआईआर दर्ज की गई थी.
शिकायत में देरी का कारण
अब बात यह है कि जब मामला 6 मार्च का है, तो शिकायत में देरी कैसे हुई? इस पर मुकेश कुमार ने बताया कि उन्होंने इस बारे में 7 मार्च को ही पुलिस में शिकायत की थी, लेकिन केस 10 तारीख को दर्ज हुआ. इसलिए मामले में देरी हुई.