गोंडा में इंसानियत की मिसाल, भाई की हत्या के बाद पुलिस बनी दुल्हन की ढाल, उठाया शादी का पूरा खर्च

उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में पुलिस कर्मियों ने एक शादी का पूरा खर्च उठाया, जबकि शादी से दो दिन पहले दुल्हन के भाई की लूट के दौरान हत्या कर दी गई थी. घटना के तुरंत बाद शादी तय हो गई थी, लेकिन दूल्हे के परिवार ने डर के कारण रस्में रद्द कर दी.;

Edited By :  रूपाली राय
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उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में एक दर्दनाक हादसे के बाद जिस तरह से पुलिस ने पीड़ित परिवार की मदद की, वह समाज के सामने एक मिसाल बनकर उभरा है. यह घटना न केवल पुलिस की मानवीय भूमिका को रेखांकित करती है, बल्कि यह भी दिखाती है कि किसी के जीवन में आई अंधेरी रात में रोशनी की एक किरण कैसे उम्मीद बन सकती है. यह कहानी है उदय कुमारी नामक युवती की, जिसकी शादी की तैयारियां अपने अंतिम चरण में थी. लेकिन शादी से ठीक दो दिन पहले यानी 24 अप्रैल को उसकी खुशियों को एक झटके में गहरा दुख घेर लेता है.

उसके भाई शिवदीन की दिनदहाड़े लूट के दौरान हत्या कर दी जाती है. लुटेरे न केवल उसकी जान लेते हैं, बल्कि परिवार द्वारा सालों की मेहनत से जुटाई गई शादी की रकम भी लूट ले जाते हैं. इस दर्दनाक घटना से पूरा परिवार सदमे में आ जाता है और शादी की सारी तैयारियां ठप हो जाती हैं. हालात इतने बिगड़ जाते हैं कि दूल्हे का परिवार भी डर के मारे आगे की रस्में निभाने से पीछे हट जाता है. ऐसे समय में जब परिवार पूरी तरह टूट चुका था, तब एक ऐसा चेहरा सामने आया जिसने न केवल सुरक्षा दी, बल्कि टूटे हुए मन को फिर से जोड़ने का काम किया. 

शादी का उठाया पूरा खर्चा 

गोंडा के पुलिस अधीक्षक (एसपी) विनीत जायसवाल और उनकी पत्नी तन्वी जायसवाल ने न केवल संवेदना दिखाई, बल्कि वास्तविक कदम भी उठाए. उन्होंने न सिर्फ दुल्हन की शादी का पूरा खर्च उठाने का जिम्मा लिया, बल्कि अपने अधीनस्थ अधिकारियों को भी साथ लेकर शादी समारोह को सफलतापूर्वक संपन्न करवाया. इसके लिए दूल्हे के परिवार से बातचीत कर उन्हें नई तारीख तय करने के लिए मनाया गया और फिर पूरे सम्मान के साथ शादी आयोजित की गई. 

दुल्हन के पिता हुए भावुक 

दुल्हन के पिता ने बताया कि उन्होंने अपनी बेटी की शादी को लेकर सारी उम्मीदें छोड़ दी थी. लेकिन पुलिस ने जिस आत्मीयता और अपनापन के साथ उनका साथ दिया, उसने उन्हें न केवल भावुक कर दिया, बल्कि फिर से जीने की वजह भी दी. उन्होंने कहा, 'पुलिसकर्मी हमें कभी ऐसा महसूस नहीं होने देते थे कि वे ड्यूटी पर हैं. वे हमारे परिवार के सदस्य जैसे हो गए थे.' 

पुलिस ने किया बारातियों का स्वागत 

इस शादी में पुलिस की तरफ से दुल्हन को 1.51 लाख की नकद राशि, गहने और घरेलू सामान उपहार स्वरूप भेंट किया गया. एसपी विनीत जायसवाल और उनकी टीम न केवल समारोह में शामिल हुए, बल्कि विवाह स्थल पर दूल्हे के परिवार का स्वागत करते भी देखे गए. यह दृश्य उन सभी के लिए प्रेरणादायक था जो पुलिस को केवल सख्त अनुशासन और अपराध से जोड़कर देखते हैं. 

दिया खास संदेश

पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने इस पूरी घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, 'हम एक स्पष्ट संदेश देना चाहते थे हम केवल अपराधियों से लड़ने के लिए नहीं हैं, बल्कि जब कोई परिवार संकट में होता है, तो हमारा फर्ज है कि हम उनके साथ खड़े हों, उन्हें सुरक्षा का अहसास कराएं और उनका जीवन फिर से पटरी पर लाने में मदद करें..पुलिस की यही असली भूमिका है.'

ज्ञानचंद को मुठभेड़ में मार गिराया

इस संवेदनशील और मानवता कार्य के साथ ही कानून-व्यवस्था को भी मजबूत तरीके से निभाया गया. दुल्हन के भाई की हत्या और डकैती में शामिल मुख्य आरोपी, डकैतों के सरगना ज्ञानचंद को पकड़ने के लिए गोंडा पुलिस ने तेजी से कार्रवाई की। 8 मई को इंस्पेक्टर अरुण सिंह के नेतृत्व में गठित स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने ज्ञानचंद को मुठभेड़ में मार गिराया. मुठभेड़ के दौरान वह घायल हुआ और बाद में दम तोड़ दिया. उसके पास से 1 लाख की नकदी, एक अवैध 32 बोर की पिस्तौल, एक राइफल, 315 बोर की एक बंदूक, 12 बोर की एक अन्य बंदूक और भारी मात्रा में कारतूस बरामद किए गए. 

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