गौ तस्करों से भिड़ा 19 वर्षीय युवक, गोली मारकर की गई हत्या; जानें कौन था नीट NEET की तैयारी कर रहा दीपक गुप्ता

गोरखपुर के पिपराइच इलाके में नीट की तैयारी कर रहे 19 वर्षीय दीपक गुप्ता की पशु तस्करों ने बेरहमी से हत्या कर दी. दीपक ने मवेशियों को बचाने के लिए तस्करों का पीछा किया, लेकिन बदमाशों ने अगवा कर मुंह में गोली मार दी और शव गांव से 4 किमी दूर फेंक दिया. घटना के बाद ग्रामीणों का आक्रोश भड़क गया और पुलिस बल तैनात करना पड़ा.;

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Edited By :  नवनीत कुमार
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गोरखपुर का पिपराइच इलाका 15 सितंबर की रात एक भयावह घटना का गवाह बना. 19 वर्षीय नीट की तैयारी कर रहे दीपक गुप्ता की बेरहमी से हत्या कर दी गई. वह अपने गांव में मवेशियों को बचाने के लिए पशु तस्करों से भिड़ गया था. कुछ घंटों बाद उसकी लाश खून से लथपथ हालत में मिली. यह घटना न सिर्फ गांव बल्कि पूरे इलाके में आक्रोश की आग भड़काने वाली साबित हुई.

गोरखपुर के जंगलधूसड़ गांव में आधी रात करीब साढ़े 12 बजे तीन गाड़ियों में आए पशु तस्करों ने घरों के बाहर बंधे मवेशियों को खोलना शुरू किया. जब ग्रामीणों ने हलचल महसूस की तो शोर मच गया. इसी दौरान नींद से उठे दीपक ने बिना सोचे-समझे स्कूटर उठाया और गांववालों के साथ तस्करों का पीछा करने निकल पड़ा.

अकेले भिड़ गया दीपक, तस्करों ने किया अगवा

ग्रामीणों की भीड़ से बचते हुए तस्करों ने दीपक को पकड़ लिया और जबरन अपनी डीसीएम गाड़ी में डाल दिया. करीब एक घंटे तक उसे घुमाते रहे. गुस्साए बदमाशों ने बाद में उसके मुंह में बंदूक डालकर गोली मार दी और शव को गांव से चार किलोमीटर दूर फेंक दिया.

कौन था दीपक गुप्ता?

दीपक गुप्ता गोरखपुर का एक होनहार छात्र था, जो नीट की तैयारी कर रहा था. परिवार और गांव को उस पर गर्व था. लेकिन मवेशियों को बचाने की कोशिश में उसकी जान चली गई. दीपक के निधन से परिवार सदमे में है और गांववाले उसे "शहीद बेटा" कहकर याद कर रहे हैं. ग्रामीणों का आरोप है कि इलाके में लगातार पशु तस्करी की घटनाएं होती हैं, लेकिन पुलिस और प्रशासन इसे रोकने में नाकाम रहा है. दीपक की मौत ने सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं. लोगों का कहना है कि अगर प्रशासन सख्ती से कदम उठाता तो यह घटना टाली जा सकती थी.

गांव में भड़का गुस्सा

सुबह जब दीपक की लाश मिली तो पूरे गांव में आक्रोश फैल गया. ग्रामीणों ने गोरखपुर-पिपराइच मार्ग जाम कर दिया और एक डीसीएम गाड़ी को आग के हवाले कर दिया. एक तस्कर ग्रामीणों की पकड़ में आ गया, जिसे लोगों ने बुरी तरह पीटा. हालात बिगड़ते देख पुलिस को चार थानों की फोर्स और पीएसी की टुकड़ियां तैनात करनी पड़ीं. भीड़ को नियंत्रित करने पहुंची पुलिस भी गुस्साए ग्रामीणों के निशाने पर आ गई. झड़प के दौरान दो पुलिस अधिकारी घायल हो गए. हालांकि पुलिस ने आश्वासन दिया है कि हत्यारों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. हत्या और उसके बाद की हिंसा, दोनों मामलों की जांच जारी है.

इंसाफ की मांग और जांच जारी

गांव के लोग दीपक के हत्यारों की तत्काल गिरफ्तारी और कठोर सजा की मांग कर रहे हैं. पुलिस ने कई टीमों को जांच में लगाया है और तस्करों की पहचान की जा रही है. वहीं, पूरे इलाके में शांति बनाए रखने के लिए पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है.

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