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रूस में भारतीयों के साथ बर्बरता! स्टडी वीजा पर पढ़ने गए बूटा सिंह को युद्ध के लिए भेजा गया, Video शेयर कर सुनाया दर्द

Moga News: पिछले साल पंजाब के मोगा जिले का निवासी 25 साल युवक स्टडी वीजा पर रूस गया था. उसे रूस सेना में जबरदस्ती शामिल किया जा रहा है. बूटा सिंह ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें वह रूसी सेना की वर्दी पहने नजर आ रहा है. उन्होंने जॉब के लिए भेजा गया था लेकिन वहां पहुंचने पर उन्हें जबरन रूस की सेना में भर्ती कर लिया गया.

रूस में भारतीयों के साथ बर्बरता! स्टडी वीजा पर पढ़ने गए बूटा सिंह को युद्ध के लिए भेजा गया, Video शेयर कर सुनाया दर्द
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( Image Source:  @divya5521 )
निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Published on: 16 Sept 2025 10:25 AM

Moga News: रूस और य्रूकेन के बीच करीब 2 साल से युद्ध चल रहा है. इसका असर वहां रहने वाले नागरिकों के साथ पढ़ाई और नौकरी करने गए भारतीयों पर भी देखने को मिल रहा है. अब रूस में पढ़ाई करने गए पंजाब के युवक को जबरन युद्ध में भेजने का मामला सामने आया है.

मोगा जिले का 25 साल का निवासी बूटा सिंह चक कनियां कलां गांव में रहता है. वह स्टडी वीजा पर रूस गया था. उसे रूस सेना में जबरदस्ती शामिल किया जा रहा है. सिंह के परिजन ने सोशल मीडिया पर वीडियो शेयर करके मदद मांगी है.

युद्ध में भेजने की तैयारी

बूटा सिंह ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर किया, जिसमें वह रूसी सेना की वर्दी पहने नजर आ रहा है. सिंह ने वीडियो में भारत सरकार से उन्हें वापस लाने की गुहार लगाई. उन्होंने अक्टूबर 24, 2024 को दिल्ली के एक एजेंट के जरिए रूस जाने के लिए परिवार से करीब 3.50 लाख रुपये लिए थे.

परिवार का कहना है कि उन्होंने जॉब के लिए भेजा गया था लेकिन वहां पहुंचने पर उन्हें जबरन रूस की सेना में भर्ती कर लिया गया. उन्हें युद्ध की समझ नहीं और वे हथियार चलाना भी नहीं जानता है. वीडियो में वो अन्य पांच व्यक्ति हैं (हरियाणा और जम्मू-कश्मीर से) जो कहते हैं कि मॉस्को में उनकी डॉक्यूमेंट्स जब्त कर लिए गए.

नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी

बूटा सिंह ने परिवार ने कहा कि हमारे बेटे को अच्छी सैलरी देने के नाम पर फंसा लिया गया. बाद में उन्हें ट्रेनिंग सेंटर भेज कर गन्स सौंपे गए, फिर यूक्रेन की सीमा पर भेजा गया. परिवार ने कहा कि बूटा ने आखिरी बार WhatsApp पर 11 सितंबर को ऑडियो मैसेज भेजा था, जिसमें कहा कि वो ठीक हैं, लेकिन उन्हें फोन-इंटरनेट काम नहीं कर रहा और अब उनकी स्थिति खराब है.

एजेंट पर लगाया आरोप

परिवार का कहना है कि ट्रैवल एजेंट झूठ वादे करके युवाओं को बेवकूफ बनाकर विदेश भेज देते हैं. लाखों रुपये लेकर डंकी रूट से भी विदेशों में एंट्री करवाई जाती है. MEA ने कहा कि बहुत से भारतीय नागरिक झूठे वादों के साथ एजेंटों के जरिए विदेश भेजे गए. फिर युद्ध क्षेत्र में तैनात कर दिए गए. सरकार ने रूस के अधिकारियों से बात की है कि इस तरह की भर्ती बंद हो और अपने नागरिकों को सुरक्षित वापस लाया जाए.

पंजाब न्‍यूज
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