जैसलमेर में सरकारी कर्मचारी निकला जासूस! ISI से लिंक के आरोप में सकूर खान गिरफ्तार, जानें कांग्रेस से क्या है कनेक्शन
Jaisalmer News: जैसलमेर जिले में रहने वाले सकूर खान मंगालिया पर जासूसी करने का आरोप है. वर्तमान में राज्य के रोजगार कार्यालय में कार्यरत हैं. वह कांग्रेस नेता के पूर्व निजी सहायक रह चुके हैं. खान पर पाकिस्तान के एक राजनयिक से संपर्क और ISI से संभावित संबंध होने का संदेह था.;
Rajasthan Congress Leader: देश में ऑपरेशन सिंदूर के बाद कई नागरिकों को पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया. वह ऑपरेशन सिंदूर की अपडेट पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के सदस्यों के दे रहे थे. अब राजस्थान से एक और जासूसी का मामला सामने आया है. इसका लिंक एक कांग्रेस लीडर से भी जुड़ा निकला है.
जैसलमेर जिले में बुधवार (28 मई) को पुलिस ने एक सरकारी कर्मचारी और कांग्रेस नेता के पूर्व निजी सहायक सकूर खान मंगालिया को पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किया. यह गिरफ्तारी CID और जयपुर की खुफिया टीमों द्वारा की गई.
क्या है मामला?
जैसलमेर जिले में रहने वाले सकूर खान मंगालिया पर जासूसी करने का आरोप है. वर्तमान में राज्य के रोजगार कार्यालय में कार्यरत हैं. खान पर पाकिस्तान के एक राजनयिक से संपर्क और ISI से संभावित संबंध होने का संदेह था. उनके मोबाइल फोन में कई अज्ञात पाकिस्तानी नंबर पाए गए हैं, जिनकी उपस्थिति का वे स्पष्ट कारण नहीं दे पाए.
कई बार जा चुका पाकिस्तान
पुलिस की पूछताछ में खान ने स्वीकार किया कि उन्होंने अतीत में 6-7 बार पाकिस्तान की यात्रा की है. हालांकि, अधिकारियों को उनके मोबाइल फोन में अभी तक कोई सैन्य संबंधित वीडियो या संवेदनशील सामग्री नहीं पाई है, लेकिन कई पोस्ट डिलीट पाए गए हैं. उनके दो बैंक अकाउंट्स सहित वित्तीय रिकॉर्ड की भी खुफिया एजेंसियां जांच कर रही है.
अधिकारियों ने बताया कि खान की गतिविधियों पर कुछ समय से निगरानी रखी जा रही थी. उनके पाकिस्तान के एक अधिकारी से संपर्क और ISI से संभावित संबंधों के कारण जयपुर की खुफिया टीम ने कार्रवाई की. अब आरोपी को आगे की पूछताछ के लिए जयपुर स्थित केंद्रीय जांच केंद्र भेजा जा सकता है.
पहले भी आए जासूसी के मामले
पहलगाम आतंकी हमले के बदले भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर चलाया. इसके बाद दोनों देशों के बीच 4 दिन तक युद्ध हुआ और पांचवें दिन सीजफायर पर सहमति बनी. इसके बाद से देश के अलग-अलग राज्यों में पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के मामले आए. पंजाब और हरियाणा में 7 संदिग्धों को गिरफ्तार किया गया. इसके बाद राजस्थान से यह मामला सामने आया.