धौलपुर में पलटा सरसों तेल का टैंकर, दो घंटे में गांव ने ‘लूट’ लिया 40 टन तेल, नजारा देख दंग रह गए लोग
धौलपुर जिले में मंगलवार तड़के एक ऐसा वाकया हुआ, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया. नेशनल हाईवे-123 पर ठाकुरदास का नगला गांव के पास सरसों के तेल से भरा एक टैंकर अचानक पलट गया. टैंकर के पलटते ही करीब 40 टन तेल खेतों और पानी में फैल गया.;
मंगलवार तड़के राजस्थान के धौलपुर जिले के ठाकुरदास का नगला गांव के पास नेशनल हाईवे-123 पर ऐसा नजारा देखने को मिला, जिसने हर किसी को हैरान कर दिया. रात की खामोशी अभी टूटी भी नहीं थी कि अचानक एक ज़ोरदार धमाके जैसी आवाज़ से पूरा इलाका गूंज उठा.
दरअसल, सरसों के तेल से भरा एक बड़ा टैंकर सड़क किनारे खेत में पलट गया था. हादसा उस वक्त हुआ, जब टैंकर चालक सामने से आ रही बस को साइड देने की कोशिश कर रहा था. गनीमत रही कि ड्राइवर और खलासी दोनों बाल-बाल बच गए, लेकिन इसके बाद जो हुआ, वह किसी फिल्मी सीन से कम नहीं था. गांव वालों ने 40 टन तेल लूट लिया. आसपास के लोग बाल्टी लेकर आए और महज दो घंटे में अपने घर ले गए.
कैसे हुआ हादसा?
टैंकर के ड्राइवर रामजीवन, जो जयपुर जिले के दूदू का रहने वाला है, ने बताया कि वह मध्य प्रदेश के मुरैना शहर से करीब 40 टन सरसों का तेल भरकर अलवर जा रहा था. रास्ते में ठाकुरदास का नगला गांव के पास सामने से आ रही बस को साइड देने के दौरान उसने टैंकर को थोड़ा किनारे लिया. लेकिन तेल से भरे टैंकर का वजन इतना ज्यादा था कि वह कच्चे रास्ते पर फिसल गया. टैंकर नियंत्रण खो बैठा और सीधे पानी से भरे खेत में पलट गया.
तेल फैला... और शुरू हुआ 'ऑपरेशन लूट'
जैसे ही टैंकर पलटा, उसमें भरा सरसों का तेल खेतों और पानी में तेजी से फैलने लगा. सुबह करीब पांच बजे गांव वालों को जब इसकी भनक लगी, तो देखते ही देखते मौके पर भीड़ उमड़ पड़ी. शुरुआत में लोग हादसे को देखने आए थे, लेकिन कुछ ही देर में दृश्य पूरी तरह बदल गया. हाथों में ड्रम, बाल्टियां, कट्टे और जो भी बर्तन मिले, ग्रामीण लेकर पहुंच गए. किसी ने टैंकर से बह रहे तेल को भरना शुरू किया, तो कोई खेत में जाकर पानी पर तैर रहे तेल को कपड़ों और गमछों की मदद से निचोड़-निचोड़कर बर्तनों में भरने लगा.
दो घंटे में खाली हुआ टैंकर
गांव में मानो ‘तेल की बरसात’ हो गई हो. कोई बाइक पर ड्रम लादे जा रहा था, तो कोई सिर पर बाल्टी उठाए घर की ओर भाग रहा था. महिलाएं और बच्चे तक इस ‘मुफ्त मेले’ में शामिल हो गए. सूरज निकलने से पहले ही करीब 40 टन यानी 40,000 लीटर सरसों का तेल ग्रामीणों ने बर्तनों में भरकर अपने घरों की ओर रवाना कर दिया. महज दो घंटे में टैंकर लगभग पूरी तरह खाली हो गया.
पुलिस पहुंची, पर तब तक सब खत्म
घटना की जानकारी मिलते ही सैपऊ थाना पुलिस के एएसआई अजय सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे. पुलिस ने क्रेन बुलवाकर टैंकर को सीधा कराया और दुर्घटना की जांच शुरू की. हालांकि, जब तक पुलिस वहां पहुंची, तब तक पूरा तेल ग्रामीणों के बर्तनों में समा चुका था. मौके पर न तो कोई हंगामा था, न झगड़ा, बस खाली खेत और पलटा हुआ टैंकर.
अब जांच में जुटी पुलिस
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि फिलहाल प्राथमिकता ड्राइवर और खलासी की सुरक्षा थी. दोनों सुरक्षित हैं और टैंकर को हाईवे से हटवा दिया गया है. हादसे के कारणों की जांच की जा रही है. वहीं, तेल की ‘लूट’ को लेकर अभी तक कोई औपचारिक शिकायत या कार्रवाई नहीं की गई है.