कौन हैं पंजाब पुलिस के DIG हरचरण भुल्लर जिन्हें ट्रैप लगाकर CBI ने किया गिरफ्तार, 5 लाख रुपये की रिश्वत लेते पकड़े गए
पंजाब पुलिस के रोपड़ रेंज के DIG हरचरण भुल्लर को CBI ने रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया. 2007 बैच के IPS अधिकारी भुल्लर पर मंडी गोबिंदगढ़ के स्क्रैप कारोबारी से रिश्वत लेने का आरोप है. उनके खिलाफ जांच जारी है. उनपर 5 लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है.;
पंजाब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी और रोपड़ रेंज के डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (DIG) हरचरण सिंह भुल्लर को केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने रिश्वतखोरी के आरोप में गिरफ्तार किया है. यह कार्रवाई मोहाली में की गई, जहां CBI की टीम ने उन्हें ट्रैप ऑपरेशन के दौरान पकड़ा. आरोप है कि उन्होंने मंडी गोबिंदगढ़ के एक स्क्रैप व्यापारी से रिश्वत ली थी.
सूत्रों के अनुसार, कारोबारी ने भुल्लर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी, जिसके बाद सीबीआई ने मामले की जांच शुरू की. जांच में आरोपों की पुष्टि होने पर सीबीआई ने कार्रवाई करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया. इस गिरफ्तारी से पंजाब पुलिस विभाग में हड़कंप मच गया है, क्योंकि भुल्लर अब तक अपनी ईमानदार छवि के लिए जाने जाते थे.
कौन हैं हरचरण भुल्लर?
हरचरण सिंह भुल्लर 2007 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (IPS) अधिकारी हैं. वे लंबे समय से पंजाब पुलिस में विभिन्न पदों पर सेवाएं दे चुके हैं. उनके पिता मेहल सिंह भुल्लर पंजाब पुलिस के पूर्व डीजीपी रहे हैं और 80–90 के दशक में आतंकवाद विरोधी अभियानों के लिए प्रसिद्ध रहे. हरचरण भुल्लर के छोटे भाई कुलदीप सिंह भुल्लर कांग्रेस के पूर्व विधायक हैं. पारिवारिक रूप से वे प्रशासन और राजनीति दोनों क्षेत्रों से गहरा जुड़ाव रखते हैं.
नशे और भ्रष्टाचार के खिलाफ चलाए अभियान
DIG भुल्लर को हमेशा एक सख्त, निष्पक्ष और एक्शन-ओरिएंटेड अधिकारी के रूप में जाना गया. उन्होंने अपने कार्यकाल में संगठित अपराध, नशे की तस्करी और भ्रष्टाचार के खिलाफ कई सफल अभियान चलाए. “युद्ध नशां विरुद्ध” अभियान के तहत उन्होंने रूपनगर रेंज में 288 एफआईआर दर्ज कराईं और 452 ड्रग तस्करों को गिरफ्तार कराया. उनकी पहचान एक ऐसे अधिकारी की रही, जो केवल कार्रवाई तक सीमित नहीं रहते थे, बल्कि नशे की सप्लाई चेन तोड़ने पर फोकस करते थे.
समाज और युवाओं को किया जागरूक
भुल्लर ने अपने अभियानों को केवल पुलिस स्तर तक नहीं रखा, बल्कि समाज में जागरूकता फैलाने की दिशा में भी काम किया. उन्होंने स्कूलों और कॉलेजों में जाकर छात्रों को नशे के दुष्परिणामों के बारे में बताया. फरवरी 2024 में उन्होंने रूपनगर में आयोजित कार्यक्रमों में आम लोगों से अपराध और ड्रग्स के खिलाफ सामूहिक प्रयास करने की अपील की. उनका मानना था कि अपराध पर नियंत्रण तभी संभव है जब समाज खुद जागरूक हो.
जेल हिंसा और सुरक्षा सुधारों पर फोकस
अप्रैल 2024 में संगरूर जेल में हुई हिंसा, जिसमें दो कैदियों की मौत हुई थी, उसकी जांच की निगरानी DIG भुल्लर ने की थी. उन्होंने जेलों में हथियारों की मौजूदगी और सुरक्षा व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा कराई. इसके अलावा पटियाला रेंज में तैनाती के दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देश पर “अपराध-मुक्त जिला” बनाने की योजना लागू की. उन्होंने साइबर फ्रॉड के मामलों से निपटने के लिए हेल्पलाइन नंबर 1930 और 97791-00200 जारी किए और जनता को जागरूक रहने की सलाह दी.
गिरफ्तारी से हिली पंजाब पुलिस
हरचरण भुल्लर की गिरफ्तारी ने पंजाब पुलिस और प्रशासन दोनों में सवाल खड़े कर दिए हैं. जिस अधिकारी को ईमानदारी और कड़े अनुशासन का प्रतीक माना जाता था, उसके खिलाफ रिश्वत के आरोप ने विभाग की साख पर असर डाला है. हालांकि, कई वरिष्ठ अधिकारी मानते हैं कि जांच पूरी होने तक निष्कर्ष निकालना जल्दबाजी होगी. फिलहाल, CBI मामले की गहन जांच कर रही है और आने वाले दिनों में कई और खुलासे हो सकते हैं.