कौन हैं 78 साल की महिंदर कौर, जिनके आगे कोर्ट में झुकी Kangana Ranaut? ‘100 रुपये वाली दादी’ वाले बयान को लेकर हुआ था विवाद

कभी बॉलीवुड में अपने बेबाक बयानों से सुर्खियों में रहने वाली अभिनेत्री और बीजेपी सांसद कंगना रनौत सोमवार को पंजाब के बठिंडा की एक अदालत में पेश हुईं. मामला था मानहानि का और सामने थीं 78 वर्षीय किसान महिला महिंदर कौर, जिन्होंने चार साल पहले किसानों के आंदोलन के दौरान कंगना की टिप्पणी से आहत होकर न्याय की लड़ाई शुरू की थी. कोर्ट में कंगना ने माफी मांगी और कहा कि उनकी बात से जो “गलतफहमी” हुई, उसका उन्हें अफसोस है. यह पल मोहिंदर कौर के लिए किसी भावनात्मक जीत से कम नहीं था.;

( Image Source:  instagram-@kanganaranaut )
Edited By :  हेमा पंत
Updated On : 29 Oct 2025 11:31 AM IST

कभी सोशल मीडिया पर ‘100 रुपये वाली दादी’ कहे जाने से अपमानित हुईं 78 साल की महिंदर कौर आज पूरे देश में साहस और सम्मान की मिसाल बन चुकी हैं. पंजाब की बठिंडा ज़िले के छोटे से गांव की रहने वाली इस बुजुर्ग किसान महिला ने चार साल तक हिम्मत नहीं हारी और अपनी इज़्ज़त के लिए कानूनी लड़ाई जारी रखी.

सोमवार को बॉलीवुड एक्ट्रेस और बीजेपी सांसद कंगना रनौत बठिंडा की अदालत में पेश हुईं और उन्होंने माफी मांगते हुए कहा कि यह एक ‘गलतफहमी’ थी. चलिए ऐसे में जानते हैं आखिर कौन हैं महिंदर कौर और कैसे लड़ी उन्होंने ये जंग?

कौन हैं महिंदर कौर?

महिंदर कौर पंजाब के बठिंडा जिले के बहादुरगढ़ जंडियां गांव की रहने वाली हैं. उनके पास 13 एकड़ जमीन है, जो पंजाब में किसी बड़े किसान की पहचान नहीं मानी जाती. यहां करीब 65 फीसदी किसानों के पास 10 एकड़ से भी कम जमीन है. कौर का घर बेहद साधारण है, जिसमें छत लकड़ी की बलियों से टिकी हुई है और आज भी वह सुबह-सुबह चूल्हे पर खाना बनाती हैं.

 78 साल की उम्र में करती है बीमार परिवार की देखभाल

महिंदर कौर के बीमार पति लभ सिंह और बिस्तर पर पड़े बेटे गुरदास की देखभाल के बाद ही वह अपने रोज़मर्रा के कामों में लगती हैं. इस मामले में बुजुर्ग महिला का कहना है कि लोगों को लगता है 13 एकड़ जमीन बहुत ज्यादा होती है. लेकिन सच्चाई यह है कि इससे उतनी आमदनी नहीं होती जितनी किसी दफ्तर के चपरासी की सैलरी होती है. उन्होंने बताया कि पहले हम कपास की खेती करते थे, लेकिन फसल चौपट हो गई. अब धान बोते हैं. मैंने चार बच्चों की शादी की, तीन बेटियां और एक बेटा. पूरी जिंदगी मेहनत की है. अब यह इज्जत की लड़ाई है, पीछे नहीं हटूंगी.

बीमारी, मौत और हौसले की कहानी

करीब 18 महीने पहले कौर की बहू की इंफेक्शन से मौत हो गई थी. बेटा पिछले तीन महीनों से गंभीर पैर के संक्रमण के कारण बिस्तर पर पड़ा है. वह अभी-अभी अस्पताल से लौटा है. खुद महिंदर कौर उम्र और हालात से थक चुकी हैं, लेकिन उनके हौसले में कोई कमी नहीं. कोर्ट की सुनवाई में वे खुद नहीं जा सकीं, इसलिए उनके अस्थमाग्रस्त पति ने अदालत में हाजिरी लगाई.

कंगना के ट्वीट से शुरू हुआ विवाद

यह मामला 2020-21 के किसान आंदोलन से जुड़ा है. उस समय कंगना रनौत ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर की थी, जिसमें महिंदर कौर की एक फोटो थी. पोस्ट के कैप्शन में कंगना ने लिखा था कि 'ये वही दादी हैं जो टाइम मैगजीन में छपी थीं (शाहीन बाग की कार्यकर्ता बिलकिस बानो की ओर इशारा करते हुए) और जो 100 रुपये में प्रदर्शन के लिए उपलब्ध हैं.'  यह ट्वीट सोशल मीडिया पर खूब फैला और किसानों के बीच भारी नाराजगी पैदा हुई. महिंदर कौर ने खुद को अपमानित महसूस किया और कहा कि यह टिप्पणी न सिर्फ उनके सम्मान के खिलाफ थी, बल्कि उन सभी महिलाओं के अपमान के समान थी जो खेतों में पसीना बहाती हैं.

कंगना की माफी और अदालत की कार्यवाही

सोमवार को जब कंगना बठिंडा की अदालत में पेश हुईं, तो उन्होंने माफी मांगी और कहा कि उनकी टिप्पणी गलतफहमी में की गई थी. अदालत ने उन्हें जमानत दे दी. अगली सुनवाई की तारीख 24 नवंबर तय की गई है. इस पूरे घटनाक्रम के बाद, महिंदर कौर भले ही कोर्ट में मौजूद नहीं थीं, लेकिन उनके गांव में उनके समर्थकों के बीच संतोष और गर्व का माहौल है.


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