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कॉलेज से हुई दोस्‍ती, फिर बना लॉरेंस बिश्नोई का खास, जोधपुर जेल के बाद दुबई से चलाता था गैंग; पढ़ें जगदीप जग्‍गा की क्राइम कुंडली

लॉरेंस बिश्नोई गैंग का कुख्यात सदस्य जगदीप सिंह उर्फ़ जग्गा अमेरिका-कनाडा बॉर्डर पर गिरफ्तार हुआ. वह दुबई और अमेरिका से लॉरेंस गैंग की फंडिंग, हथियार सप्लाई और धमकी नेटवर्क संभालता था. राजस्थान और पंजाब में उस पर 11 से अधिक केस दर्ज हैं. एजीटीएफ की सूचना पर अमेरिकी एजेंसियों ने उसे पकड़ा और भारत प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू की गई है.

कॉलेज से हुई दोस्‍ती, फिर बना लॉरेंस बिश्नोई का खास, जोधपुर जेल के बाद दुबई से चलाता था गैंग; पढ़ें जगदीप जग्‍गा की क्राइम कुंडली
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( Image Source:  X/bhawani10251223 )
नवनीत कुमार
Curated By: नवनीत कुमार

Published on: 28 Oct 2025 2:10 PM

अमेरिका-कनाडा बॉर्डर पर लॉरेंस बिश्नोई गैंग के कुख्यात सदस्य जगदीप सिंह उर्फ़ जग्गा की गिरफ्तारी ने अंतरराष्ट्रीय गैंग नेटवर्क के तार खोल दिए हैं. पंजाब और राजस्थान की पुलिस लंबे समय से उसकी तलाश में थी, क्योंकि यह शातिर अपराधी विदेश में बैठकर भारत में गैंग की धमकी, वसूली, और हत्या की साजिशें रच रहा था. एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने इंटरपोल और अमेरिकी एजेंसियों के साथ मिलकर उसकी लोकेशन ट्रेस की और आखिरकार उसे पकड़ लिया.

पंजाब के मोगा जिले के धुरकोट गांव का रहने वाला जग्गा कभी जोधपुर की गलियों में छोटी-मोटी वारदातों से अपने अपराध करियर की शुरुआत करने वाला शख्स था, लेकिन धीरे-धीरे वह लॉरेंस बिश्नोई गैंग का अहम सदस्य बन गया. जेल में रहकर वासुदेव इसरानी हत्याकांड जैसे बड़े मामलों में शामिल रहा और रिहाई के बाद दुबई होते हुए अमेरिका जा पहुंचा. वहां से वह रोहित गोदारा नेटवर्क के ज़रिए गैंग की अंतरराष्ट्रीय गतिविधियां संभालने लगा.

जगदीप सिंह उर्फ़ जग्गा की क्राइम कुंडली

  • मूल निवासी: पंजाब के मोगा जिले के धुरकोट गांव का रहने वाला जगदीप सिंह उर्फ जग्गा एक साधारण किसान परिवार से ताल्लुक रखता था.
  • अपराध की शुरुआत: 2014-15 के आसपास अपराध की दुनिया में कदम रखा, शुरुआत छोटी धमकी और वसूली से की.
  • लॉरेंस बिश्नोई से मुलाकात: कॉलेज के दिनों में बिश्नोई गैंग के संपर्क में आया; जल्द ही लॉरेंस का भरोसेमंद बना.
  • पहला बड़ा केस: 2017 में जोधपुर के प्रतापनगर में डॉ. सुनील चंडक पर फायरिंग की घटना में शामिल.
  • वासुदेव इसरानी हत्याकांड: सितंबर 2017 में जोधपुर में हुए इस हाई-प्रोफाइल मर्डर केस में मुख्य आरोपी के रूप में जेल गया.
  • जेल नेटवर्क: जोधपुर जेल में लॉरेंस और अनमोल बिश्नोई से नजदीकी बढ़ी, जेल के अंदर से गैंग का काम संभालने लगा.
  • जमानत के बाद फरारी: जमानत पर बाहर आने के बाद पुलिस की रडार से बचते हुए 2018 में दुबई भाग गया.
  • दुबई नेटवर्क: दुबई में लॉरेंस गैंग के आर्थिक संचालन का जिम्मा संभाला, वहीं से भारत में धमकी कॉल्स और एक्सटोर्शन ऑपरेशन चलाए.
  • अंतरराष्ट्रीय लिंक: दुबई से कनाडा, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका में गैंग के लोगों से कनेक्शन बनाए.
  • अवैध एंट्री: 2022 में अवैध तरीके से अमेरिका पहुंचा, नकली पासपोर्ट और दस्तावेजों की मदद से बॉर्डर पार किया.
  • रोहित गोदारा गैंग से कनेक्शन: अमेरिका पहुंचकर लॉरेंस बिश्नोई के नेटवर्क के साथ-साथ रोहित गोदारा गैंग से भी जुड़ा, जो पश्चिमी देशों से ऑपरेशन संभालता था.
  • ऑनलाइन धमकी मॉड्यूल: भारत के कई व्यापारियों और फिल्म इंडस्ट्री के लोगों को धमकी संदेश भेजने के लिए सोशल मीडिया हैंडल्स संचालित करता था.
  • हथियारों की सप्लाई: पंजाब-राजस्थान में गैंग के लिए हथियार खरीदने और भेजने में लॉजिस्टिक सपोर्ट देता था.
  • फंडिंग चैनल: हवाला और क्रिप्टोकरेंसी के जरिए फंडिंग करता था, खासकर दुबई से कनाडा और भारत तक.
  • कई FIR दर्ज: पंजाब और राजस्थान में हत्या, हत्या की साजिश, एक्सटोर्शन, और आर्म्स एक्ट के तहत कुल 11 मुकदमे दर्ज हैं.
  • वारंट और बेल जंप: जोधपुर कोर्ट ने 2020 में उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था, लेकिन वह बेल जंप कर अमेरिका भाग गया.
  • अंतरराष्ट्रीय निगरानी: एजीटीएफ ने इंटरपोल के जरिए रेड नोटिस जारी कराया और अमेरिकी ICE एजेंसी को इनपुट भेजा.
  • गिरफ्तारी: 2025 में अमेरिका-कनाडा बॉर्डर पर अमेरिकी एजेंट्स ने उसे डिटेन किया, अब प्रत्यर्पण की प्रक्रिया चल रही है.
  • नेटवर्क के अन्य सदस्य: जांच में सामने आया कि वह दुबई और अमेरिका में रह रहे लॉरेंस गैंग के चार अन्य सदस्यों से लगातार संपर्क में था.
  • प्रत्यर्पण के बाद उम्मीदें: भारतीय एजेंसियों को उम्मीद है कि जग्गा से पूछताछ के बाद लॉरेंस-गोदारा गैंग के अंतरराष्ट्रीय वित्तीय और लॉजिस्टिक नेटवर्क का खुलासा होगा.
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