INSIDER: पति-पत्नी पिता-पुत्र के बीच फंसा ‘अकील अख्तर’ की मौत का सच! मिल गया पूर्व डीजीपी के बेटे की संदिग्ध मौत का ‘विलेन’....!

पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील अख्तर की अकाल मौत में फर्जी पड़ोसी शमशुद्दीन चौधरी ने सनसनी मचाई. दो विवादित वीडियो, जिनमें अकील ने पहले अपने पिता और पत्नी पर अवैध संबंधों के आरोप लगाए और बाद में उन्हें खारिज किया, शमशुद्दीन के हाथ कैसे पहुंचे, यह सवाल बना हुआ है. परिवार ने बताया कि शमशुद्दीन कभी उनके वास्तविक पड़ोसी नहीं थे और उनका मकसद अकील की मौत का तमाशा बनाना था. इस मामले की तह-तक पहुंचने के लिए एसआईटी गठित की गई है.;

By :  संजीव चौहान
Updated On : 22 Oct 2025 9:19 PM IST

पंजाब के पूर्व पुलिस महानिदेशक मोहम्मद मुस्तफा के बेटे अकील अख्तर की अकाल मौत में फर्जी पड़ोसी शमशुद्दीन की. मुंबईया फिल्मों के विलेन प्रेम चोपड़ा की सी धमाकेदार बैकडोर इंट्री ने कहानी में ट्विस्ट ला दिया है. कुछ लोग इस मसलहे को चटखारे लेकर देख, सुन और पढ़ रहे हैं. कुछ इस कहानी में खुद को डीजीपी का पड़ोसी बताकर जबरिया ही घुस पड़े शमशुद्दीन को शक की नजरों से देख रहे हैं.

मतलब नौजवान बेटे की दुखद और अकाल मौत ने परिवार को मातम मनाने का भी मौका नहीं दिया. फिलहाल दावानल की तरह पंजाब की हवा में तैर रहे इस गरम और शर्मनाक कांड की “तहतक” पहुंचने के लिए विशेष जांच दल यानी एसआईटी का गठन कर दिया गया है. ताकि बीते कई दिनो से पति-पत्नी और पिता-पुत्र के बीच फंसे बदकिस्मत ‘अकील अख्तर’ की मौत का सच सामने लाकर दूध का दूध और पानी का पानी किया जा सके...!

बेटे की मौत के बाद क्या बोले पूर्व DGP मुस्तफा?

स्टेट मिरर हिंदी की इस मामले में ‘तह-तक’ पहुंचने की ईमानदार कोशिश में अब तक सामने निकल कर आए तथ्यों के आधार पर सवाल पैदा होता है कि आखिर, किसी राज्य के पुलिस महानिदेशक जैसे बड़े पद पर तैनात रह चुके भारतीय पुलिस सेवा के पूर्व अधिकारी मोहम्मद मुस्तफा के मानसिक रूप से कमजोर और बदकिस्मत बीमार बेटे अकील अख्तर की संदिग्ध मौत, उसके दुनिया से रुखसत होते ही तमाशा क्यों और कैसे बना डाली गई.

पूर्व DGP मुस्तफा ने फर्जी पड़ोसी शमशुद्दीन को दिया करारा जवाब

बेटे की मौत से गमजदा पिता यानी पंजाब के पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा ने जब देखा कि अब बदनामी और घटिया मनगढ़ंत आरोपों का पानी सिर से ऊपर जा रहा है तब उन्होंने, पब्लिक के बीच आकर अपने मन की बात बयान करने में ही परिवार की भलाई समझी. ताकि खुद को उनका पड़ोसी बताकर अकील अख्तर की मौत को तमाशे में बदलवा कर घर में बैठकर मौज ले रहे फर्जी पड़ोसी शमशुद्दीन चौधरी की जुबान पर लगाम लगाई जा सके. इसलिए नहीं कि पड़ोसी शमशुद्दीन सही बोल रहा है और उसका मुंह इसलिए बंद कराने की कोशिश की जा रही है ताकि अकील अख्तर की संदिग्ध मौत का सच सामने न आ सके. अपितु पीड़ित पुलिस महानिदेशक का परिवार इसलिए शमशुद्दीन का मुहं बंद कराना चाहता है, ताकि पुलिस की पड़ताल में सच सामने निकल कर आने से पहले ही, जमाना मक्कार शमशुद्दीन की बातों पर विश्वास करके, पंजाब के पूर्व डीजीपी और उनके परिवार को सौ-सौ लानत-मलामतें न भेजता रहे.

अकील अख्तर की मौत पर आया दूसरा वीडियो बना सनसनी की असली वजह

दरअसल इस सनसनीखेज अकाल और संदिग्ध मौत के मामले में मर चुके अकील अख्तर का एक ही वीडियो शमशुद्दीन द्वारा सामने लाया गया होता तो कुछ दिन शोर-शराबा मचकर मुद्दा खामोश भी हो जाता है. इस कांड में शमशुद्दीन चौधरी द्वारा अकील अख्तर की मौत के बाद उसका सामने लाया गया दूसरा वीडियो “आग में घी” का काम करके सनसनी की असल वजह बन गया. इस दूसरे वीडियो ने ही अकील अख्तर की अकाल-मौत कथा के ओर और छोर दोनो को आपस में इस कदर उलझा डाला कि, जिसके चलते डीजीपी और उनके परिवार को पाक दामन साबित करने के लिए राज्य की हुकूमत को एसआईटी का गठन करना पड़ा. ताकि मानसिक रूप से कमजोर बेटे को पहले ही अकाल मौत के हाथों गंवा चुके पूर्व पुलिस महानिदेशक मोहम्मद मुस्तफा और, उनके परिवार को कम से कम इस मौत का दंश अपने जीते जी अंतिम सांस तक तो न डसता रहे.

पड़ोसी शमशुद्दीन बना 'विलेन', दो वीडियो ने उलझाई अकील अख्तर की मौत की गुत्थी

दरअसल खून के रिश्ते-नातों, अच्छाईयों बुराइयों के बीच बुरी तरह से उलझी इस कहानी में सबसे बड़ा विलेन फिलहाल शमशुद्दीन चौधरी (जिसके बयान पर पुलिस ने पूर्व डीजीपी, उनकी पुत्रवधू, बेटी और पंजाब की पूर्व मंत्री-विधायक पत्नी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है) ही नजर आ रहा है. जिसने सबसे पहले खुद को पीड़ित परिवार का पड़ोसी बताया और अकील अख्तर की मौत से पहले रिकॉर्ड किया गया वीडियो वायरल करके बवाल मचवा डाला. इस पहले वीडियो में पीड़ित परिवार का नौजवान अकील अख्तर बता रहा है कि उसकी पत्नी से अकील अख्तर के पिता और पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा के (अपनी पुत्र-बधू से) अवैध संबंध हैं. इसी वीडियो में अकील अख्तर ने परिवार पर अपने खिलाफ षडयंत्र रचने का कथित आरोप भी मढ़ा है. जबकि दूसरा वीडियो जो इस खुराफाती दिमाग मास्टरमाइंड शमशुद्दीन द्वारा सामने लाया गया है. उसमें अकील अख्तर बता रहा है कि उसने पहले वाले वीडियो में जो आरोप अपनी पत्नी और अपने पिता के बीच अवैध संबंधों को लेकर लगाए थे, वे गलत और मानसिक संतुलन सही न होने की वजह से लगाए थे.

पंजाब के पूर्व डीजीपी और पीड़ित परिवार के मुखिया मोहम्मद मुस्तफा ने कहा है कि उनका घर जंगल में है. जहां कोई भी उनका पड़ोसी नहीं है. तब फिर ऐसे में सवाल पैदा होना लाजिमी है कि जंगल में जब इस परिवार के आसपास कोई दूसरा घर है ही नहीं तो फिर, उनके दुख की इस घड़ी में बेगानी शादी में अब्दुल्लाह दीवाना सा बनकर आखिर यह विलेन शमशुद्दीन पड़ोसी बनकर कहां से इंट्री मार गया. जो वीडियो पीड़ित परिवार के पुत्र या सदस्य अकील अख्तर ने अपनी संदिग्ध मौत से पहले रिकॉर्ड किए. वे वीडियो शमशुद्दीन जैसे किसी संदिग्ध और बेहद वाहियात इंसान के हाथों तक कैसे पहुंचे और किसने तथा क्यों किस मकसद से पहुंचाए?

अकील अख्तर के दो वीडियो बनने के पीछे शमशुद्दीन की गहरी चाल का शक

कहीं ऐसा तो नहीं कि पूर्व डीजीपी के बेटे अकील अख्तर की संदिग्ध मौत से पहले ही उसके करीब शमशुद्दीन या उसी का सा कोई अन्य ऐसा संदिग्ध शख्स पहुंचा हो, जिसने भविष्य में इस परिवार को बदनाम करने की नीयत से काफी पहले ही यह दो विवादित वीडियो रिकॉर्ड करके या करवा कर अपने कब्जे में रख लिए हों. ताकि आइंदा अकील अख्तर की आज नहीं तो कल सही. संभावित संदिग्ध मौत के बाद इन वीडियो को पीड़ित परिवार को समाज में बदनाम करने के लिए इस्तेमाल कर लिया जाए. जैसा कि अब जमाने को सामने होता हुआ भी दिखाई पड़ रहा है. वरना सोचिए कि आखिर शमशुद्दीन चौधरी जैसे जिस संदिग्ध इंसान से पीड़ित परिवार का दूर-दूर तक कोई कभी वास्ता ही न रहा हो. उसके पास अकील अख्तर की संदिग्ध मौत से पहले रिकॉर्डिड दोनो वीडियो कैसे पहुंच सके. जो वीडियो सबसे पहले अकील अख्तर के परिवार के पास होने चाहिए थे.

'शमशुद्दीन मेरा पड़ोसी नहीं, बल्कि पुरानी रंजिश निकालने में लगा है यह शातिर शख्स'

इस बारे में पीड़ित परिवार के मुखिया और पंजाब के रिटायर्ड डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा मीडिया से बातचीत में कहते हैं कि, जो शमशुद्दीन उनके बेटे की मौत के बाद दो तरह के अलग अलग वीडियो अपलोड करके सनसनी मचाए हुए है....वह उनका पड़ोसी है ही नहीं. हां. कई साल पहले यही शमशुद्दीन पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा के सामने कोई बेतुका काम करवाने जरूर पहुंचा था. उसके उस काम को करने से पूर्व आईपीएस और इस दुनिया से जा चुके अकील अख्तर के इन्हीं पिता मोहम्मद मुस्तफा ने इनकार कर दिया. उसके बाद से शमशुद्दीन और पूर्व डीजीपी का कभी आमना-सामना नहीं हुआ. तब फिर ऐसे में यह सवाल पैदा होना लाजिमी है कि पूर्व डीजीपी द्वारा काम करने इनकार के बाद हुई अपनी बेइज्जती या फजीहत का बदला लेने के लिए क्या पूर्वाग्रह से ग्रसित, मास्टरमाइंड शमशुद्दीन ने उस वक्त अकील अख्तर के दोनो वीडियो एक षडयंत्र के तहत पहले से ही तब तैयार करवा के तो अपने कब्जे में नहीं ले लिए थे...जब अकील अख्तर किसी मानसिक रोग सुधार गृह यानी रीहैबिलिटेशन सेंटर में इलाज के लिए दाखिल रहा होगा. घटना की तहतक पहुंचने के लिए एसआईटी इसका भी पता लगाने में जुटी है.

स्टेट मिरर हिंदी की “तहतक” की टीम जब पड़ताल में जुटी तो सामने निकल कर आया कि यह मसलहा तो सिर्फ और सिर्फ मानसिक रूप से कमजोर किसी युवा की संदिग्ध मौत भर का था, जिसकी कानूनी जांच कराया जाना जरूरी था. लेकिन एक ही अकील अख्तर के दो अलग-अलग बातों को बयान करते सनसनीखेज वीडियो के संग शमशुद्दीन चौधरी की इसमें बैकडोर फिल्मी इंट्री ने गजब ढहा दिया. चूंकि शमशुद्दीन के बयान और उसके द्वारा सामने लाए गए वीडियो मुद्दे को जंगल की आग की मानिंद भड़काने के लिए काफी थे. विशेषकर तब जब संदेह के घेरे में किसी राज्य के पूर्व डीजीपी का परिवार ही खड़ा किया जा रहा हो. वह भी तब जब पूर्व डीजीपी और घर के मुखिया के ऊपर दुनिया से जा चुके उनके सगे बेटे द्वारा ही वीडियो में उनकी पुत्रवधू यानी अब दुनिया से जा चुके बेटे अकील अख्तर की पत्नी के साथ ही अवैध संबंधों का कथित सनसनीखेज आरोप मढ़ा गया हो.

अकील अख्तर की संदिग्ध मौत और शमशुद्दीन की विवादित एंट्री: परिवार की इज्जत पर क्यों पड़ा दाग?

बात सिर्फ मानसिक रूप से कमजोर बेटे की अकाल मौत का सदमा झेलने की होती तो वक्त के साथ शायद जख्म भर भी जाते, बात तो मगर मां-बाप, बेटी और पुत्रवधू की इज्जत आबरू से भी जुड़ी है. पूर्व डीजीपी मोहम्मद मुस्तफा का परिवार अगर इस दाग से बेदाग नहीं निकल सका तो, जीते जी जिंदगी नरक हो जाना तय है. यह ऐसा दाग होगा जो बेटे की दर्दनाक मौत का मातम भी मां बाप बहन और बीवी को नहीं मनाने देगा. इसलिए जरूरी है अकील अख्तर की संदिग्ध मौत की तहतक पहुंचकर इस शर्मनाक और दर्दनाक कांड में हाल-फिलहाल तो, विलेन बनकर जमाने की नजरों में जबरिया के पड़ोसी बनकर बाहर आए शमशुद्दीन चौधरी की इंट्री की असल कहानी बाहर लाना बेहद जरूरी है. और जरूरी है वह सच निकाल कर सामने लाना कि आखिर जिस घर का बेटा अकील अख्तर संदिग्ध अकाल मौत की गोद में सो गया, उसके घर वालों की बजाए अकील के दोनो बवाली वीडियो बेगानी शादी में अब्दुल्लाह दीवाना से विलेन बने बैठे शमशुद्दीन चौधरी के हाथों में कब और कैसे पहुंचे किसने पहुंचाए?

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