भैंस का गोबर मालिक को पड़ा महंगा, आखिर क्यों नगर निगम ने ठोका 9000 का जुर्माना?
ग्वालियर से एक अनोखा मामला सामने आया है जहां एक पशु पालक को उसकी भैंस का सार्वजानिक स्थान पर भैंस गोबर करना महंगा पड़ गया कि उसे मोटी रकम का जुर्माना भरना पड़ा. बता दें कि ग्वालियर में स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत सफाई अभियान चलाया जा रहा है. पशु मालिकों को सख्त हिदायत दी गई है कि वह रास्ते में अपने पशुओं को खुला न छोड़े.;
मध्य प्रदेश के ग्वालियर से एक अजीबों गरीब मामला सामने आया है. जिसमें एक मालिक को अपनी नगर निगम से अपनी भैंस छुड़ाने और रास्ते में गंदगी फैलाने के जुर्म में 9000 का जुर्माना भरना पड़ा.
दरअसल, ग्वालियर के गायत्री नगर पुल पर एक भैंस बंधी हुई थी. इससे गोबर आदि से गंदगी फैल रही थी. सार्वजनिक स्थान पर भैंस बंधी होने से राहगीरों को भी असुविधा हो रही थी. फोर व्हीलर्स भी वहां से बमुश्किल निकल पा रहे थे.
स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत सफाई अभियान
इसकी जानकारी जब नगर निगम अमले को मिली तो वे वहां पहुंच गए. सूचना सही पाए जाने पर नगर निगम ने तुरंत भैंस मालिक को बुलाया. मौके से पहले ही दो भैंसें जब्त कर लीं. इसके बाद भैंस मालिक पर जुर्माना भी लगाया गया. भैंस मालिक नंदकिशोर वहीं का रहने वाला है. जब नंद किशोर को बुलाया गया तो यह साबित हो गया कि यह उसकी भैंस थी. बता दें कि ग्वालियर में स्वच्छता सर्वेक्षण के तहत सफाई अभियान चलाया जा रहा है. पशु मालिकों को सख्त हिदायत दी गई है कि वह रास्ते में अपने पशुओं को खुला न छोड़े.
9000 का जुर्माना
नगर निगम ने सख्ती से भैंस को जब्त कर लिया. साथ ही सार्वजनिक स्थान पर गंदगी फैलाने पर भैंस मालिक पर पंचनामा बनाकर 9000 का जुर्माना लगाया गया. अब नगर निगम इस कार्यवाही की हर जगह तारीफ हो रही है. वहीं शहर के अन्य स्थानों पर भी भैंस बांधने वाले पशु मालिकों के बीच एक डर दिख रहा है. वहीं सड़क किनारे ठेला लगाने वालों पर भी 14,000 का जुर्माना लगाया है.
हालांकि यह ग्वालियर का पहला मामला नहीं है इससे पहले साल 2020 में एक पशु मालिक को रास्ते में गोबर फैलाने के लिए जुर्माने के तहत 10,000 भरना पड़ा था. इसके अलावा शहर भर अलग जगहों पर लगभग 32,000 का जुर्माना वसूला गया है.