भोपाल में तय समय से पहले हुआ SIR, 2 लाख से ज्यादा मतदाताओं का कट सकता है नाम; अब करना होगा ये काम
भोपाल में SIR प्रक्रिया का काम तय समय से 4 दिन पहले ही खत्म हो गया है. भोपाल में 2,28,387 मतदाताओं के नाम पुराने रिकॉर्ड में नहीं मिले, जिसके कारण उन्हें अब भारतीय नागरिकता से जुड़े दस्तावेज अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करने होंगे. नहीं तो उनका वोटर लिस्ट से नाम कट सकता है.;
भोपाल जिले में चल रही SIR प्रक्रिया तय समय से चार दिन पहले ही पूरी कर ली गई है. इस महत्वपूर्ण कार्य में 2,029 बीएलओ तैनात किए गए थे, जिन्होंने जिले के लाखों मतदाताओं तक पहुचकर गणना पत्रक जुटाए. हालांकि प्रक्रिया पूरी होने के बावजूद बड़ी संख्या में ऐसे मतदाता सामने आए हैं जिनकी स्थिति अब भी स्पष्ट नहीं हो पाई है. इससे आगामी मतदाता सूची पर बड़ा असर पड़ सकता है.
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जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, जिले के कुल 21,25,908 मतदाताओं में से 17,17,808 के नाम वर्ष 2003 की मतदाता सूची से मिलाए जा चुके हैं. वहीं 2,28,387 मतदाताओं के नाम पुराने रिकॉर्ड में नहीं मिले, जिसके कारण उन्हें अब भारतीय नागरिकता से जुड़े दस्तावेज अनिवार्य रूप से प्रस्तुत करने होंगे.
4 लाख से अधिक गणना पत्रक नहीं लौटे
निर्वाचन कार्यालय की सबसे बड़ी चिंता यह है कि 4,08,106 मतदाताओं के गणना पत्रक अभी तक बीएलओ तक वापस नहीं पहुंचे. बैरसिया, हुजूर, मध्य, उत्तर, दक्षिण-पश्चिम, गोविंदपुरा और नरेला विधानसभा क्षेत्रों में इन मतदाताओं की सूची कॉलोनियों में चस्पा की गई, फिर भी लोग आगे नहीं आए. निर्वाचन आयोग ने चेतावनी दी है कि यदि ऐसे मतदाता अगले एक महीने के भीतर अपने बीएलओ या निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी के पास गणना पत्रक नहीं जमा कराते हैं, तो उनके नाम मतदाता सूची से हटाए जा सकते हैं.
2.28 लाख मतदाताओं को जारी होगा नोटिस
जिले में 10.74 प्रतिशत यानी 2.28 लाख डिजिटाइज्ड मतदाताओं के नाम साल 2003 की सूची से नहीं मिले. ऐसे सभी मतदाताओं को अब नोटिस जारी किया जाएगा और उन्हें भारतीय नागरिकता से जुड़े प्रमाण दस्तावेज अनिवार्य रूप से दिखाने होंगे. मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी के निर्देश साफ है “निर्धारित समय में दस्तावेज प्रस्तुत न करने पर ऐसे मतदाताओं के नाम अगली मतदाता सूची से हटाए जाएंगे.”
एसआईआर प्रक्रिया पूरी होने के बाद आयोग ने स्पष्ट किया है कि मतदाताओं को एक महीने का अतिरिक्त समय मिलेगा, जिसमें वे अपनी दावा–आपत्ति दर्ज कराकर नाम जुड़वा सकते हैं. यह समय उन सभी लोगों के लिए बेहद महत्वपूर्ण होगा जो किसी कारण से गणना पत्रक जमा नहीं कर पाए हैं.